जनसंख्या पर नियंत्राण आवश्यक- प्रो. वासुदेव देवनानी

जनसंख्या दिवस पर जिला स्तरीय समारोह जिला परिषद सभागार में आयोजित
PROAJM Photo (1)  Dt. 11 July 2015अजमेर, 11 जुलाई। शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि विकास व खुशहाली के लिए जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्राण आवश्यक है।
प्रो. देवनानी विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर आज जिला परिषद सभागार में आयोजित जिला स्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनसंख्या की वृद्धि व उससे उत्पन्न समस्याओं कें विषय में चिन्तन की आवश्यकता है, जिससे आने वाली पीढ़ी को खुशहाल जीवन दिया जा सके। जनसंख्या वृद्धि के कारण उत्पन्न समस्याओं का व्यापक प्रचार-प्रसार कर आमजन को जागरूक किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि विश्व की जनसंख्या लगभग 6.9 अरब है, वर्ष 2050 तक 9 अरब हो जाने का अनुमान है। हमारे देश में भी जनसंख्या बड़ी तेजी से बढ़ रही है जिसके कारण आर्थिक विकास के मार्ग में कई बाधाएं उत्पन्न हो रही है अतः जनसंख्या पर नियंत्राण करना नितान्त आवश्यक हो गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि पृथ्वी पर 70 प्रतिशत भाग में जल मौजूद है एवं 30 प्रतिशत भाग जमीन का है यदि आबादी इसी प्रकार बढ़ती रही तो सीमित भू-भाग व प्राकृतिक संसाधनों से जीवन निर्वाह करना कठिन हो जाएगा।
जिला प्रमुख सुश्री वंदना नोगिया ने कहा कि जनसंख्या की असीमित वृद्धि विनाशकारी हो सकती है यह गंभीर चिन्ता का विषय है। जनसंख्या नियंत्राण हेतु चलाए जा रहे परिवार कल्याण कार्यक्रमों के बारे में गांव-गांव व ढ़ाणी-ढ़ाणी तक जागरूकता पहंुचानी होगी। उन्होंने कहा कि जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्राण हेतु बालिकाओं को शिक्षित करना भी आवश्यक है जिससे वे परिवार नियोजन कार्यक्रमों की महत्ता को समझ सके।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. राजेश खत्राी ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि परिवार नियोजन कार्यक्रम को अब परिवार कल्याण कार्यक्रम के नाम से जाना जाता है। परिवार कल्याण कार्यक्रम को सिर्फ नसबंदी से जोड़कर सोचना गलत है इसके तहत मां व बच्चे के स्वास्थ्य से जुड़ी सेवाएं, बच्चों का टीकाकरण, किशोर-किशोरियों का स्वास्थ्य एवं एच.आई.वी. एडस से जुड़े कार्यक्रम भी शामिल है। उन्होंने बताया कि परिवार कल्याण परामर्श द्वारा जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगाने में सहायता मिली है इसके तहत व्यक्तिगत, अन्तर्वेयक्तिक संवाद के माध्यम से आमजन को जागरूक किया जाता है साथ ही फोलोअप भी किया जाता है। उन्होंने बताया कि जिले में इस वर्ष नसबंदी के 61 प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त किया गया है साथ ही कई जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया।
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. लक्ष्मण हरचंदानी ने बताया कि जनसंख्या वृद्धि एक राष्ट्रीय समस्या है इससे समाज व राष्ट्र की प्रगति बाधित होती है। उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन कार्यक्रम देश में वर्ष 1952 से लागू है जो केन्द्र सरकार द्वारा प्रायोजित है इसके माध्यम से आमजन को जागरूक किया जा रहा है।
इस अवसर पर जिले में नसबंदी कार्यक्रम के लक्ष्यों की प्राप्ति में महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त करने वाले ग्राम पंचायतों के सरपंच, प्रसविकाओं, आशा सहयोगिनी, चिकित्सा अधिकारी, नर्स व कार्यकर्ताओं को स्मृति चिन्ह व पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर जनसंख्या वृद्धि पर आधारित निबंध व चित्राकला प्रतियोगिताओं के विजेता छात्रा-छात्राओं को भी पुरस्कृत किया गया।
इससे पूर्व शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने जिला परिषद सभागार में जनसंख्या वृद्धि व परिवार कल्याण कार्यक्रमों पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा सरस्वती प्रतिमा पर दीपप्रज्जवलन से हुआ।
इस मौके पर केकड़ी प्रधान श्रीमती पूजा सेनी, सरपंच, आर.सी.एच.ओ. श्री रामलाल चैधरी, चिकित्सा विभाग के अधिकारी एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी व गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

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