लूणी नदी का तल निकलने के बाद भी बजरी का खनन जारी है

– खनिज विभाग की शर्तों की नहीं हो रही पालना खनन कर के नहीं कर रहे समतल ओर नदी के किनारों से हो रही भारी मात्रा में खनन लेकिन प्रशासन मौन।
– लीज आंवटन के बाद शुरू किया कार्य आज दिन तक नहीं लगाये पेड़ पौधे

02पुनम सिंह राजपुरोहित / रायपुर-मारवाड़ / रायपुर उपखंड मुख्यालय की लूणी नदी में इन दिनों विभाग के मानकों के विपरीत खनन का कार्य जोर शोर से हो रहा है बजरी दोहन के चलते नदी का अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है। नदी में चारों ओर गहरे गड्ढे हो गए हैं और पेटे में पत्थरों का अंबार लगा हुआ है। लूनी नदी से बजारी का व्यापक स्तर से खनन कर दुसरे राज्यों में भी भेजी जार ही है जानकारी के अनुसार बजरी माफिया बजरी का लिलाम्बा रोड़ के आसपास बजरी का स्टोर भी कर रहे है।

आने वाले समय में खत्म हो जाएगी बजरी
इस बार क्षैत्र में बारिश की कमी से नदी में पानी नही आये ओर ऐसे में नदी में पानी के साथ पहुंचने वाली नई बजरी भी नहीं पहुंचने । आने वाले में मानसुन में बारिश कमजोर रही और नदी में पानी नहीं चला तो आगामी एक साल में नदी में उपलब्ध बजरी क्षेत्र के निवासियों की जरूरत भी पूरी नहीं कर पाएगी। ठेकेदार फर्म सिर्फ मुनाफा कमाने के लिए पर्यावरण नदी की स्थिति की अनदेखी करते हुए व्यापक स्तर पर खनन करने में लगा है।

जगह- जगह माइनिंग नहीं हो रहा पौधरोपण
खान एंव भू विज्ञान विभाग पर्यावरण संरक्षण को लेकर खासा चिंतित है इसके लिये खान विभाग ने बजरी की लीज स्वीकृत करने के साथ-साथ बजरी खनन करने के लिये नई गाइडलाइन जारी की है। इसमें साफ तौर पर शर्त रखी गई है की लीजधारक अब पूर्व की तरह नदी में जगह-जगह माइनिंग नहीं कर सकते है लीज धारक को नदी में एक चौथाई चौड़ाई में ही खनन की अनुमति होगी।बाकी के हिस्से में लीजधारक पौधरोपण करना पड़ेगा।,लेकिन रायपुर क्षैत्र के लीजधारक इस गाइडलाइन का असर नही दिख रहा है। और अवैध अवैध रूप से खनन कर रहे है।

इनका कहना है
सोमवार को विभाग के आदमी भेज कर हो रहे खनन की जांच करवाई जायेगी । लूणी नदी का तल निकलने के बाद भी बजरी का खनन जारी है तो लीजधारक के खिलफ विभाग द्वारा कार्यवाही की जायेगी।
-एम एल भाटी ,एस.एम.इ खनिज विभाग, अजमेर।

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