अतिवृष्टि से उदयपुर संभाग में 2099 पोल क्षतिग्रस्त

avvnl 450अजमेर, 29 जुलाई। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि.के क्षेत्राधीन उदयपुर संभाग में हुई अतिवृष्टि से कुल 2 हजार 99 विद्युत पोलों की क्षति हुई है जिससे विद्युत आपूर्ति में व्यवधान आया हैं। विद्युत आपूर्ति बहाली का कार्य जोरों पर हैं। जिसे शीघ्र दुरूस्त किया जा रहा हैं।
निगम के प्रबंध निदेशक श्री हेमन्त कुमार गेरा ने बताया कि गत दिनों उदयपुर संभाग में हो रही भारी वर्षा के चलते विद्युत आपूर्ति में व्यवधान आया हैं। जिसे शीघ्र दुरूस्त करने के लिए कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। उन्होंने बताया कि उदयपुर जिले में 33 केवी लाईन के 71 पोल, 11 केवी के 843 पोल तथा एलटी लाईन के 102 पोल क्षतिग्रस्त हुए हैं वहीं 54 टांसफार्मरों को नुकसान पहुंचा हैं। इसमें 6 डीपी स्टक्चर व दो टावर, 2 वीसीबी तथा 33 केवी अम्बावगढ़ की सीटीपीटी को नुकसान पहुंचा हैं।
उन्होंने बताया कि बांसवाड़ा जिले में 33 केवी लाईन के 21 पोल, 11 केवी के 133 पोल तथा एलटी लाईन के 72 पोल क्षतिग्रस्त हुए हैं वहीं 14 टांसफार्मरों को नुकसान पहुंचा हैं। चितौडगढ़ जिले में 33 केवी लाईन के 15 पोल, 11 केवी के 320 पोल तथा एलटी लाईन के 202 पोल क्षतिग्रस्त हुए हैं वहीं 54 टांसफार्मरों को नुकसान पहुंचा हैं। डूंगरपुर जिले में 11 केवी लाईन के 116 पोल क्षतिग्रस्त हुए हैं । उन्होंने बताया कि प्रतापगढ जिले में 11 केवी लाईन के 61 पोल तथा एलटी लाईन के 3 पोल क्षतिग्रस्त हुए हैं वहीं 18 टांसफार्मरों को नुकसान पहुंचा हैं। इसी प्रकार राजसमंद जिले में 33 केवी लाईन के 4 पोल, 11 केवी के 109 पोल तथा एलटी लाईन के 27 पोल क्षतिग्रस्त हुए हैं वहीं 15 टांसफार्मरों को नुकसान पहुंचा हैं।
प्रबंध निदेशक ने बताया कि बांसवाडा जिले में 33 केवी के 11 फीडर में विद्युत आपूर्ति का व्यवधान आया था जिसमें से 9 फीडर से आपूर्ति दुरूस्त कर दी गई है तथा 2 फीडर में आंशिक दुरूस्ती की गई है। इसी प्रकार 11 केवी के 62 फीडरों में से 39 पर विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गई है। उन्होंने बताया कि डूंगरपुर जिले में 33 केवी के 69 जीएसएस पर विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई थी जिसमें से 49 जीएसएस पर आपूर्ति बहाल कर दी गई है। वहीं 11 केवी के 296 फीडरों में से 134 फीडरों पर विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि उदयपुर जिले में 11 केवी के 351 फीडरों पर विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गई हैं जबकि शहरी क्षेत्रा के 95 प्रतिशत फीडरों को दुरूस्त कर आपूर्ति की जा रही है। अन्य जिलों में भी विद्युत आपूर्ति बहाली का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है।

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