एम.आर.आई. जैसी उपयोगी जांच को निषुल्क करने की मांग

14595632_2152576844967877_2272411927617659217_nअजमेर 27 नवम्बर। शहर एवं देहात जिला कांग्रेस ने जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं, सुपर स्पेशलिटी सेवाओं के आभाव तथा एम.आर.आई. जैसी उपयोगी जांच को निषुल्क करने की मांग को लेकर जवाहरलाल नेहरू अस्पताल परिसर में धरना प्रर्दषन नारेबाजी करते हुऐ पुलिस के भारी बंदोबस्त के बीच राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ को ज्ञापन दिया।
शहर व देहात के कांगे्रसजन बृहस्पतवार सुबह ग्यारह बजे डाक बंगले पर जमा होकर संगठन के शहर अध्यक्ष के नेतृत्व में जुलूस के रूप में सरकार और चिकित्सा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुऐ जवाहरलाल नेहरू अस्पताल की और कूच कर गऐ कांग्रेसी कार्यकर्ता उस समारोह स्थल की और बढ़ने लगे जहां राज्य के चिकित्सा एवं स्वथ्स्य मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ को पी.पी.डी. मोड पर एम.आर.आई. की सुविधा का उदघाटन करना था। कांग्रेसियों के प्रर्दषन की सूचना पाकर पुलिस ने अस्पताल परिसर मे भारी पुलिस जाप्ता तैनात किया हुआ था। कांग्रेसजनों ने जैसे ही जे.एल.एन. अस्पताल पहुंचकर परिसर में घुसने की कोषिष की वहां पुलिस उपाधिक्षक राजेष मिणा के नेतृत्व में तैनात कई थानो के थानाप्रभारीयों के साथ भारी पुलिस जाप्ते ने उन्हे बलपूर्वक राकने का प्रयास किया जिससे कांग्रेसियो और पुलिस कर्मियों के बीच धक्का-मुक्की हुई नाराज कांगे्रसजन सरकार और चिकित्सामंत्री के विरूद्ध नारेबाजी करने लगे तथा अपने नेताओं के साथ आउटडोर परिसर मे ही धरने पर बैठ गऐ।
चिकित्सामंत्री के समारोह पहुचने की खबर मिलते कांग्रेसी फिर उत्तेजित हो गऐ और अस्पताल में घुसने के लिये जद्दोजहद करने लगे पुलिस ने कुछ नेताओं को चिकित्सामंत्री को ज्ञापन देने का प्रस्ताव रखा जिसे अस्वीकार करते हुऐ विजय जैन ने मंत्री के धरना स्थल पर आकर ज्ञापन लेने की बात कही और सभी कांग्रेसजन अध्यक्ष की इस इस मांग के सर्मथन में अड़े रहे और पुलिस को काफी मषक्कत करनी पड़ी। पुलिस के आला अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला चिकित्सा एवं सवास्थ्य मंत्री तक पहुंचा तो मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ ज्ञापन लेने आउटडोर परिसर पंहुचे जहां सभी कांग्रेसियों की मौजूदगी में शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन व पूर्व षिक्षा मंत्री नसीम अख्तर इंसाफ ने चिकित्सामंत्री को असपताल की अव्यवस्थाओं, एम.आर.आई. की जांच को निषुल्क करने सहित सुपर स्पेशलिटी सेवाओं कां शुरू करने की मांग रखी।
कांग्रेस की और से चिकित्सामंत्री को सौंपे ज्ञापन में बताया गया की चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने एम.आर.आई. की 1100 से 3300 की दरे निर्धारित की हैं जिससे भ्रष्टाचार की प्रबल सम्भावना है क्योंकि सिद्धार्थ डायग्नोस्टिक सेंटर जयपुर ने इस कार्य को पूर्ण किया है जो मनमाने ढ़ंग से मरीजों से शुल्क वसूलेगी जिस पर किसी प्रकार का नियंत्रण एवं निगरानी नही है।
ज्ञापन में कांग्रेस ने मुख्य रूप से कहा कि 1965 में स्थापित जेएलएन मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जेएलएन अस्पताल में आज भी सुपर स्पेशलिटी सुविधाएं शुरू नहीं हो पाई है। अस्पताल में न्यूरोलॉजिस्ट, नेफ्रोलॉजिस्ट, एंडोक्रायनोलॉजिस्ट, एमसीएच यूरोलॉजी की सुपर स्पेशलिटी सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं। यही कारण है की नेफ्रोलॉजिस्ट की कमी के चलते किडनी के रोगियों को आज भी पीपीपी मॉड पर आदर्शनगर स्थित निजी अस्पताल में डायलिसिस के लिए चक्कर काटने पड़ रहे हैं। न्यूरोलॉजिस्ट और एंडोक्रायनोलॉजिस्ट भी नहीं होने से लोगों को निजी अस्पतालों में जाकर महंगा इलाज करवाना पड़ता है।
ज्ञापन में मंत्री को बताया गया कि जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के कार्डियोथोरेसिक यूनिट के भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ पहुंचाने के लिए अब तक भामाशाह पैकेज ही तय नहीं हुआ है। पैकेज तय नहीं होने तक उक्त मरीजों की ओपन हार्ट सर्जरी संभव नहीं हो पा रही है। ज्ञापन में चिकित्सामंत्री को बताया गया की राज्य में तकरिबन 4700 बच्चे थेलिसीमिया जैसी गम्भीर बिमारी से ग्रसित है और सरकार द्वारा थैलेसीमिक बच्चों को भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना में शामिल करने से उनकी परेषानियां बढ़ गई हैं इस लिये थैलेसीमिया रोग से ग्रसित बच्चों को सरकार भामाषाह योजना से बाहर करे तो ये अपना इलाज सहुलियत के साथ करवा सकेंगे।
ज्ञापन में प्रेषित समस्याओं पर बगैर राजनीति विद्वेष के सहानुभ्ूति पूर्वक विचार किया जाकर निराकरण किया जाने की मांग रखी गई और कहा गया कि अजमेर को स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल किया गया है जिसमें करोड़ों रूपये खर्च किये जाऐंगे ऐसे मे सिर्फ दस करोड़ के लिये सरकसर ने एम.आर.आई. मषीन को पी.पी.डी.मोड पर लगा कर जनता से पैसा वसूलने की योजना गलत हैै सरकार अपने पैसे से यह मषीन लगाकर इसे निषुल्क करे।
प्रर्दषन में शामिल होने वाले नेताओं में डा. राजकुमार जयपाल, नसीम अख्तर इंसाफ, ब्रहमदेव कुमावत, इंसाफ अली, प्रेमराज सोलंकी, कैलाष झालीवाल, कुलदीप कपूर, प्रद्युमन सिंह, प्रताप यादव, प्रमिला कौषिक, सुकेष कांकरिया, अषोक बिंदल, विजय नागौरा, आरिफ हूसैन, मुजफ्फर भारती, बलराम शर्मा, अमोलक छाबड़ा, श्याम प्रजापति, दामोदर शर्मा, सौरभ बजाड़, महेष औझा, बिपिन बैसिल, लोकेष शर्मा, इमरान सिद्दीकी, शैलेन्द्र अग्रवाल, सबा खान, गंगा गुर्जर, मुनीम तंबोली, अषोक शर्मा, ललित भटनागर, शैलेष गुप्ता, कैलाष कौमल, शफीक नवाब, अरूणा कच्छावा, अषोक सुकरिया, मनोज कंजर, शमषुद्दीन, हुमायु खान, नौरत गुर्जर, सर्वेष पारिक, विवेक पाराषर, भरत धोलखेड़िया, दीनदयाल, पुनित सांखला, जय गोयल, महेष चैहान, सुनिल मोतियानी, राजकुमार पाण्डया, सुमित मित्तल, अंकुर त्यागी, षिवराज भडाना, रज्जाक भाटी, महेन्द्र जौधा, यासिर चिष्ती, राकेष चैहान, नवीन भाटी, बालमुकूंद टांक, महादेव भडाना, दिलिप सामनानी, चांद खान, देषराज मेहरा,रजनी कहार, रष्मि हिंगोरानी, अब्दुल रषीद, नौषाद मोहम्मद, जोगिन्द्र दुआ, लक्ष्मण फामणा, सहित सैकड़ो की स्रख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता थे।

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