राजमाता सिंधिया नगर आवासीय योजना का नामकरण असंवैधानिक

congress logoअजमेर 9 जनवरी। शहर कांग्रेस के अध्यक्ष विजय जैन ने कहा कि राजमाता सिंधिया नगर आवासीय योजना का नामकरण असंवैधानिक है। सोमवार को अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष षिव शंकर हेड़ा के समक्ष पहुंचे कांग्रेस ने 12 जनवरी को मुख्यमंत्री राजे से इस योजना के उद्घाटन कार्यक्रम पर आपत्ती प्रकट की।
संगठन के अध्यक्ष विजय जैन के नेतृत्व में अजमेर विकास प्राधिकरण पहुंचे कांग्रेस के षिष्टमंडल ने हेड़ा से मुलाकात की और उन्हे बताया कि अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा 12 जनवरी को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के अजमेर आगमन पर मदार ओवर ब्रिज और एक आवासिय योजना राजमाता सिंधिया नगर के मुख्यमंत्री राजे से उदघाटन का तय कार्यक्रम है दोनो कार्यक्रमों की शहर कांग्रेस पूरजोर शब्दों में विरोध करती है कांग्रेस के षिष्टमंडल ने ए.डी.ए. अध्यक्ष को ज्ञापन भी सौंपा।
ज्ञापन मे हेड़ा को बताया गया कि राजमाता उपाधी का प्रयोग स्वतंत्र भारत मे असंवैधानिक एवं नियम विरूद्ध है तथा सामंतवादी सोच का प्रतीक होते हुऐ राजषाही का परिचायक है। भारतीय संविधान के 26 वें संविधान संषोधन 1971 के द्वारा अनुच्छेद 363-ए में रचित किया गया था जिसके अनुसार पूर्ववर्ति महाराजा, राजाओं इत्यादी सामंती शासकों के प्रति पद की समाप्ति के साथ ही राजा, महाराजा, राजकुमार, राजकुमारी इत्यादी उपाधियां को समाप्त कर दिया गया था इस प्रकार संविधान के अनुच्छेद 18 (1) में इस प्रकार की उपाधियों के प्रयोग पर रोक है।
इसके अलावा माननीय सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष भी ऐसे सामंती उपाधियों के उपयोग करने के लियेे कई मामले आऐ जिन्हे माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया तथा संविधान के 26 वें संषोधन को ही सही माना है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि आजाद भारत में जन साधारण के लिये आवासीय योजनाओं में सामंती नामकरण भाजपा की सामंती सोच का जीता जागता उदाहरण है।
ज्ञापन मे मदार में रेलवे ट्रेक पर ओवर ब्रिज का निर्माण किया गया है ओवर ब्रिज के निमार्ण में निर्धारित मानकों को दरकिनार कर घटिया घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया है जिससे ब्रिज का निमार्ण गुणवत्तापूर्ण प्रतीत नही होता है। अगस्त माह 2016 में इस ओवर ब्रिज का निर्माण पूरा हुआ है और मुख्यमंत्री जी से उद्घाटन की तैयारियां की जा रही है। अभी ओवर ब्रिज का लोड टेस्टिंग नही की गई है बावजूद इसके भारी वाहन और छोटी गाड़ियों द्वारा ओवर ब्रिज से यातायात शुरू कर दिया गया है जबकी ब्रिज पर से आम जनता का आवागमन विगत चार माह से निरंतर हो रहा है उसके उपरांत अब माननीय मुख्यमंत्री से इसका उदघाटन करवाना औचित्य विहिन है।
ओवर ब्रिज के निमार्ण में बरती गई अनियमित्ता इस और साफ इषारा करती है की इसके निमार्ण में नियम व निर्धारित मानकों को दरकिनार किया गया है। नियमानुसार किसी भी ओवर ब्रिज के निमार्ण मे सर्व प्रथम इस तथ्य को नजरअदाज नहीं किया जाता कि ब्रिज पर पैदल यात्री भी चलेंगे परंतु मदार ओवर ब्रिज में फूटपाथ का निर्माण नही करके नियमों की घोर अवहेलना की गई है जबकि पहले ही ब्रिज की चैड़ाई मात्र इतनी ही है कि इस पर अब फूटपाथ का निर्माण कर दिये जाने के बाद दोनो ओर से वाहनों का आवागमन संभव नही हो पाऐगा ।
कांग्रेस के षिष्टमंडल ने प्राधिकरण के अध्यक्ष से साफ तौर पर कहा कि ऐसे में अनियमित्ताओं से परिपूर्ण ओवर ब्रिज का उदघाटन करवाना किसी भारी विरोध का सामना करना होगा ऐसे में होने वाली किसी दुर्घटना की जिम्मेदारी प्राधिकरण एवं जिला प्रषासन की होगी ।
कांग्रेस अध्यक्ष ने स्टेषन रोड पर पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमति इन्दिरा गांधी की प्रतीमा स्थापित करने का मुद्दा पुरजोर तरीके से उठाया और श्रीमति गांधी के जन्म शताब्दी वर्ष होने के कारण इसी माह मे मुर्ती की स्थापना की मांग रखी। जैन ने हेड़ा को बताया कि सभी विभागों अनापत्ति प्राधिकरण को मिल जाने के बावजूद राजनीतिक विद्वेष के चलते ए.डी.ए. ने मुर्ती की स्थापना में रोड़े आटकाऐ हुऐ है। ए.डी.ए. अध्यक्ष ने राजनीतिक भावना से उपर उठकर इन्दिरा जी प्रतिमा की स्थापना के लिये साकारात्मक सहयोग करेंगे।
प्रतिनिधि मंडल में सर्व श्री प्रताप यादव, कैलाष झालीवाल, ललित भटनागर, विजय नागौरा, नौरत गुर्जर, शैलेन्द्र अग्रवाल, गुलाम मुस्तफा, सुनिल मोतियानी, विवेक पाराशर, श्याम प्रजापति, मुजफ्फर भारती, अंकुर त्यागी, षिवराज भडाना, शमषुद्दीन, मनोज कंजर, वैभव जैन, सर्वेष पारिक, चन्द्र शेखर काकू, निर्मल बैरवाल, चंदन सिंह, चन्द्र प्रकाष बोहरा, सुनिल केन, भरत धालखेड़िया, कैलाष कोमल, किर्ती हाड़ा, उर्मिला नायक, सबा खान, लोकेष शर्मा, इमरान सिद्दीकी अरूणा कच्छावा, अभिलाषा विष्नोई, मनीष सेठी, दीपक धानका, नोमान चिष्ती, मनीष शर्मा, दिनेष के. शर्मा, इष्वर राजोरिया, मुबारक अली मोईन खान शामिल थे।

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