सिधु रत्नों के सम्मान से नई पीढी ले सेवा का संदेश – महंत स्वरूपदास

ICN_00562अजमेर 24 मार्च। पूज्य झूलेलाल जयन्ती समारोह समिति के संयोजन में चेटीचण्ड महापर्व के छठे दिन सिन्धी समाज महासमिति के तत्वावधान में सिन्धु रत्नों का सम्मान समारोह स्वामी कॉम्पलैक्स पर संत महात्माओं के सान्निध्य में सम्पन्न हुआ। संयोजक गोप मीराणी ने बताया कि सिन्धुरत्न से सम्मान प्राप्त करने वाले में उद्योग क्षेत्र के श्री रामचन्द धनोमल गुलावानी व व्यापार क्षेत्र के श्री रमेश कुन्दनदास परियानी, सामाजिक सेवा के लिये श्री कन्हैयालाल जेसाराम जेठवानी, नारायणदास रामचन्द हरवानी, व्यवसाय क्षेत्र के श्री नत्थूमल मूलचन्द हरपलानी व समाजसेवा के श्री खुशालदास चेलाराम लेखवानी इसके अलावा शिक्षा व मातृशक्ति में जुडाव परं सुश्री पुष्पा पुत्री नारायणदास साधवानी और अभियांत्रिकी सेवा में उच्च पद पर सेवायें देने वाले जेठानन्द रामचन्द गोलानी, चिकित्सा क्षेत्र में डॉ. प्रकाश दयालदास नारवाणी एवं प्रशासनिक सेवाओं के श्री रामचन्द नानकराम धरमाणी शामिल है। स्व. श्री लक्ष्मण राधाकिशन कोटवानी को सामाजिक कार्यों के लिए मरणोपंरात सम्मानित किया गया।
समारोह में आशीर्वचन देने हुये ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महंत स्वामी स्वरूपदास ने कहा कि हिंदुस्तान के विभाजन होने के दौरान अपनी सभ्यता व संस्कृति की रक्षा के लिए जमीन-जायदाद सब कुछ का त्याग कर सिंध प्रांत से अजमेर आए हमारे सम्माननीय बुजुर्गों ने अनेक कठिनाइयों का सामना करते हुए न केवल अपने आपको स्थापित किया, अपितु अपने व्यक्तित्व व कृतित्व से सिंधी समाज का नाम रोशन किया। हमें गर्व कि आप उन चंद शख्सियतों में शुमार हैं। आपने पुरुषार्थ, कड़ी मेहनत और लगन से अपने आपको को एक अपने अपने क्षेत्र में विशेषज्ञ के रूप में स्थापित किया है। हस भी संत इन समाज में काम करने वाले व्यक्तियों का आने वाले पीढी को सेवा करने का संदेश भी मिले। इस अवसर पर प्रेम प्रकाश आश्रम आदर्श नगर के दादा नारायणदास व जतोई दरबार के भाई फतनदास ने भी आशीर्वचन प्रदान किये।
महासमिति के अध्यक्ष कवंलप्रकाश ने कहा कि समाज को दिए आपके अविस्मरणीय योगदान को हम सभी महासमिति के सदस्य कभी भुला नहीं पाएंगे। आप सभी हमारे प्रेरणा स्तंभ हैं, जिनसे पूरे समाज को ऊर्जा मिलती है। इस मौके पर आज यहां हम सभी आप सभी का अभिनंदन करते हुए हम अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
सम्मानित होने वाले रत्नों का परिचय गिरधर तेजवाणी ने प्रस्तुत किया। मंच का संचालन हरि चंदनाणी ने किया। के.जे. ज्ञानी ने गीत प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर तुलसी सोनी, भगवान कलवानी, जयकिशन लख्यानी, जगदीश अभिचन्दानी, लाल नाथानी, मोहन लाल लालवानी, जी.डी. वर्दानी, खुशीराम इसरानी, प्रकाश जेठरा, महेश टेकचन्दानी, ईसर भम्भानी, रमेश लालवानी, गोविन्द जयनानी, कमल लालवानी, मोहन चैलानी, अनिता शिवनानी, दिशा किशनानी, श्वेता शर्मा, हेमी हिरानी, महेश्वरी गोस्वामी, महेश तेजवानी, राधाकिशन आहूजा, एम.टी. वाधवानी, खेमचन्द नारवानी, रमेश टिलवानी, हरीश गिदवानी, वासुदेव मंगानी, हरीश झामनानी, नरेन शाहनी भगत, देवीदास दिवाना, राम मटाई, गीता मटाई, नारायणदास, गिरधर तेजवानी, कालू बुधवानी, महेश मुलचन्दानी, नरेश भूराणी, मोहन कोटवाणी, दिलीप भुराणी, घनश्याम भगत, श्याम विजलानी सहित अलग-अलग संस्थाओं के सेवाधारी उपस्थित थे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम व बहिराणा साहिब पूजन शनिवार को
संयोजक हरीश केवलरमाणी ने बताया 25 मार्च शनिवार को पुज्य बहिराणा साहेब व सांस्कृतिक संध्या सांय 07 बजे सामुदायिक भवन मधुबन कॉलोनी में सिन्धी सोशल वेल्फेयर सोसायटी नाका मदार पर आयोजित किया जायेगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम मशहूर कलाकार घनश्याम भगत व मण्डली द्वारा प्रस्तुत किया जायेगा।

कंवल प्रकाश किशनानी
मो. 9829070059

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