ब्राह्मण समाज ने दी देवनानी को तीन दिन की मोहलत

26-4-2017 Press Confrence Photoआज दिनांक 26 अप्रैल को दोपहर 2 बजे ब्राह्मण संघर्ष समिति ने प्रेसवार्ता आयोजित की। कल दिनांक 25 अप्रैल 2017 को ब्राह्मण समाज का एक प्रतिनिधि मण्डल जयपुर मुख्यमंत्री, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री को शिक्षा राज्यमंत्री श्री देवनानी द्वारा ब्राह्मण समाज पर की गयी अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में ज्ञापन देकर आया।
आज राजस्थान ब्राह्मण महासभा के अजमेर अध्यक्ष पण्डित सुदामा शर्मा ने प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा की देवनानी माफी मांगने को तैयार नहीं हो रहे है। राजस्थान ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री भंवरलाल शर्मा जिनसे कल प्रतिनिधि मण्डल ने भेंट की थी एवं इस विवाद व आन्दोलन की जानकारी दी थी। आज जयपुर में प्रेस को सम्बोधित करेगें व आन्दोलन को प्रदेश व्यापी बनाने की दिशा में चर्चा करेगें।
सर्व ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष श्री बलराम शर्मा ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि देवनानी ने तुरंत अपनी गलती स्वीकार नहीं की तो उन्हें गम्भीर नतिजे भुगतने होगें। समाज का जो अपमान उन्होने किया है उसका परिणाम उन्हें ही भुगतना होगा।
राजस्थान ब्राह्मण महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री राजीव शर्मा ने कहा कि सम्पूर्ण समाज एकजुट है व सब ने मिलकर यह निर्णय लिया कि आगामी तीन दिनों में यदि गलती स्वीकार नहीं की तो आन्दोलन ओर अधिक तेज किया जायेगा।
जयश्री शर्मा ने मंत्री देवनानी द्वारा माफी नहीं मांगने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है। समाज द्वारा जनप्रतिनिधियों से सम्पर्क साधा गया परिणाम स्वरूप कल ही पूर्व विधायक रघु शर्मा ने एक प्रेसवार्ता आयोजित कर मंत्री देवनानी के बयान की निन्दा की। समाज ने निर्णय किया कि यदि 3 दिन में देवनानी माफी नहीं मांगते है तो जगह जगह सद्बुद्धि हवन, यज्ञ आदि आयोजित किये जायेगें।
एडवोकेट योगेन्द्र ओझा ने कहा यदि 3 दिन बाद श्री देवनानी अपनी गलती स्वीकार भी करेगें तो वह मान्य नहीं होगी। अतः समाज द्वारा उन्हें अपनी गलती सुधारने के अंतिम 3 दिन ओर दिये गये है।
एडवोकेट विवेक पाराशर ने मंत्री देवनानी को चेतावनी देते हुए कहा कि वे अपनी वाणी पर संयम रखे अन्यथा ब्राह्मण समाज ही नहीं अन्य समाज भी उनके इस कृत्य का विरोध प्रारम्भ कर देगा। 3 दिन की अवधी गुजरने के बाद यह आन्दोलन ओर अधिक गति प्राप्त करेगा।

प्रेसवार्ता में दिया गया प्रेस नोट
प्रिन्ट मीडिया और इलेक्ट्रोनिक मीडिया से पधारे सभी बन्धुओं का मैं पण्डित सुदामा शर्मा संघर्ष समिति की ओर से हार्दिक स्वागत करता हूँ। आप सभी बन्धुओं को आगामी 28 अप्रैल को परशुराम जयंती के कार्यक्रमों में पधारने का निवेदन करता है।
मित्रों आज की यह प्रेसवार्ता विशेष परिस्थिति में आयोजित की गई है हमारा यह प्रयास है गत 8 अप्रैल से जो विवाद उपजा है उसका शान्तिपूर्ण निस्तारण हो सके।
जैसा कि आप सबको विदित है हमारे ही शहर के विधायक एवं वर्तमान सरकार में शिक्षा राज्यमंत्री श्री वासुदेव देवनानी लगातार इस क्षेत्र में तीसरी बार विधानसभा में हमारा प्रतिनिधित्व कर रहे है, प्रायः सभी से वे परिचित है अतः यह विवाद इस स्थिति तक पहुंचा इसका हमें बहुत दुःख है। इस विवाद के मूल कारण को भी स्पष्ट करना आवश्यक है वैसे तो सबको जानकारी हो चुकी है कि ब्राह्मण समाज के एक व्यक्ति ने श्री देवनानी के विरूद्ध उनके द्वारा स्वंय के नाम के आगे प्रोफेसर उपाधि लगाने को लेकर माननीय उच्च न्यायालय में एक रिट दायर होने एवं माननीय न्यायालय द्वारा प्रसंज्ञान लेकर श्री देवनानी को 4 सप्ताह में लिखित जवाब पेश करने का आदेश दिनांक 7 अप्रैल को जारी किया।
दिनांक 8 अप्रैल को जयपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में जयपुर के पत्रकार बंधुओं ने इस पर सवाल किये तो बोखलाहट में आकर उन्होने समस्त ब्राह्मण समाज पर अपमानजनक टिप्पणी की। यह समाचार जयपुर से प्रकाशित एक समाचार पत्र में प्रकाशित होने पर ब्राह्मण समाज ने उनका विरोध प्रारम्भ किया व अपनी गलती स्वीकार करने का आग्रह किया यदि वे ऐसा आग्रह स्वीकार कर लेते तो यह विवाद उत्पन्न ही नहीं होता, परन्तु उन्होने पहले कहा ‘‘मैने ऐसा नहीं कहा’’ फिर 2-4 लोगों से अपने पक्ष में बयान इत्यादी छपवाये लेकिन आज के इस वैज्ञानिक युग में गलती छुपाना बहुत मुशकिल है उनके दिये गये अपमानजनक बयान का विडियों आ गया फिर भी वे कोई बात स्वीकार नहीं करना चाहते। हमने शांतिपूर्वक विरोध का जो अधिकार लोकतांत्रिक प्रणाली में प्रत्येक नागरिक को उपलब्ध है उस मर्यादा में रहकर जिलाधीश महोदय को मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिये परन्तु कोई कार्यवाही नहीं होने पर 17 अप्रैल को बजरंगगढ़ चौराहे पर अपना खून निकालकर लगभग 60-70 खून के पत्र प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, अमितशाह, सरसंघ चालक भागवत जी को प्रेषित किये। परन्तु फिर भी कोई कार्यवाही होती नहीं देखकर हम एक प्रतिनिधी मण्डल के रूप में मुख्यमंत्री प्रदेश भाजपा अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष रामनारायण डूडी को जयपुर जाकर ज्ञापन दिये। साथ ही राजस्थान ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री भंवरलाल शर्मा से मिलकर समस्त घटनाक्रम की जानकारी दी।
हम आभारी है सलेमाबाद गुरूजी के जिन्होने अपनी ओर से इस विवाद को सुलझाने का प्रयास किया जैसे ही हमारे पास गुरूदेव का संदेश आया हम लोग उनके पास उपस्थित हो गये परन्तु श्री देवनानी अपनी गलती स्वीकार करना तो दूर कुछ ओर ही विचार रखते है। यह मामला दलगत राजनीति का नहीं है और न ही हम चाहते है यह दलगत राजनीति के हिसाब से हल हो हमारा सिर्फ और सिर्फ यही आग्रह है श्री देवनानी लिखित में अपनी गलती स्वीकार करे ताकि सभी समाजों में जो सामंजस्य बना हुआ है हमारे शहर में यह सदा कायम रहे। हम ऐसा कोई कृत्य न करें जिसमें लोगों में भ्रम की स्थिति हो। श्री देवनानी के विरूद्ध जो मामला माननीय न्यायालय में है। हम उस पर कुछ नहीं कहना चाहते उसका जवाब वे ही दे क्या वे सचमुच प्रोफेसर होने की पात्रता रखते है अथवा नही।
इस अवसर पर राजस्थान ब्राह्मण महासभा अजमेर के जिलाध्यक्ष सुदामा शर्मा, सर्व ब्राह्मण महासभा प्रदेशाध्यक्ष बलराम शर्मा, राजस्थान ब्राह्मण महासभा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव शर्मा, विधि प्रकोष्ठ राजस्थान ब्राह्मण महासभा जिलाध्यक्ष योगेन्द्र ओझा, महिला प्रकोष्ठ राजस्थान ब्राह्मण महासभा उपाध्यक्ष जयश्री शर्मा, आरक्षण मंच प्रदेश प्रभारी कैलाश शर्मा, युवा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष ब्रजेश पाण्डे, पारीक सेवा सुधार समिति अध्यक्ष ओम प्रकाश पारीक, राजस्थान ब्राह्मण महासभा संगठन मंत्री कृष्ण गोपाल जोशी, राजस्थान ब्राह्मण महासभा कार्यकारिणी सदस्य गौरव उपमन्यु शर्मा, युवा प्रकोष्ठ राजस्थान अध्यक्ष ब्रजेश पाण्डे, राजस्थान ब्राह्मण महासभा उपाध्यक्ष लोकेश शर्मा, रवि शर्मा, अनुपम शर्मा, पं. दीनदयाल शर्मा, दयानन्द चतुर्वेदी, दिनेश शर्मा, आशीष शर्मा, आलोक भारद्वाज, श्रीमती निर्मला शर्मा, पं. घनश्याम मिश्र, अभय मिश्र आदि ब्राह्मण समाज बन्धु उपस्थित थे।
(सुदामा शर्मा)
अध्यक्ष
राजस्थान ब्राह्मण महासभा
जिला अजमेर
मो.9828279376

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