बलिदान दिवस की पूर्व संध्या पर दीपदान व महाआरती का आयोजन

5वां राष्ट्रीय सिन्धुपति महाराजा द्ाहरसेन सम्मान हरिशेवा ट्रस्ट का कल होगा सम्मान
स्मारक पर 1305वां सिन्धपति महाराजा दाहरसेन बलिदान दिवस
पूर्व संध्या पर हुआ दीपदान व महाआरती

Untitledअजमेर 15 जून। पूर्व संध्या पर महाराजा दाहरसेन स्मारक पर दीपदान व हिंगलाज माता, जगद्गुरू श्रीचन्द्र भगवान की पूजा अर्चना की गई। कार्यक्रमों में अजमेर विकास प्राधिकरण, नगर निगम, पर्यटन विभाग, भारतीय सिन्धु सभा के सहयोग से किया जाता है। भगत घनश्याम ने माता के भजन व देशभक्ति गीत प्रस्तुत किये। वक्ताओं ने कहा कि ऐसे बलिदानी महापुरूष के स्मारक से सभी को प्रेरणा मिलती है और हमारी शक्तिपीठ पाकिस्तान स्थित हिंगलाज माता के दर्शन के लिए भारत सरकार वीजा की बाध्यता को खत्म करावे जिससे दोनो देशों में प्रेम व भाईचारा बढे।
इस अवसर पर कंवलप्रकाश किशनानी, नवीन सोगाणी,गिरधर तेजवाणी, कमलेश शर्मा, खेमचन्द नारवाणी, तुलसी सोनी, भारतीय सिन्धु सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवलराय बच्चाणी, प्रदेश महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, अध्यक्ष मोहन तुलस्यिाणी, महानगर मंत्री महेश टेकचंदाणी, हरिभाउ उपाध्याय नगर विस्तार के अध्यक्ष संदीप धाबाई, अनिष कपूर, प्रकाश लाला, पुष्पराजा, अनिल तनेजा, निशा जेसवाणी, गोपी,महेश सावलाणी, रमेश मेंघाणी, अभिषेक शुक्ला, पण्डित धनराज पारीक, पूनम मुकश वैष्णव कैलाश लखवाणी, नरेन्द्र बसराणी प्रकाश जेठरा, मुकेश आहूजा, एम.टी. वाधवाणी, मोहन चेलाणी, नरेश रावलाणी सुन्दर पारवाणी दिलीप भूराणी, सहित विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित थे। पूजा अर्चना ताराचन्द राजपुरोहित व लक्षमणदास दौलताणी ने करवाई।
कल शुक्रवार 16 जून को
सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन स्मारक विकास एवं समारोह समिति सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन के 1305वां बलिदान दिवस के उपलक्ष में कल शुक्रवार 16 जून को सांय 5 बजे से सिन्धुपति महारजा दाहरसेन स्मारक, हरिभाउ उपाध्याय नगर पर आयोजित देश भक्ति कार्यक्रम आयोजन किया जा रहा है व हिंगलाज माता की पूजा अर्चना, महाराजा द्ाहरसेन को श्रद्धासुमन अर्पित करने के साथ रंग भरो प्रतियोगिता के विजेताओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया जायेगा।
हिंगलाज माता के मन्दिर पर घनश्याम भगत एण्ड पार्टी द्वारा भजनों की प्रस्तुति व अलग अलग मन्दिरों द्वारा लाई गई धर्मध्वजा फहराई जायेगी। समारोह अजमेर विकास प्राधिकरण, नगर निगम अजमेर, पर्यटन विभाग व भारतीय सिन्धु सभा के सहयोग से आयोजित किया जायेगा। अतिथियों का मार्गदर्शन व संतो का आर्शीवाद प्राप्त होगा।
पांचवा राष्ट्रीय सिन्धुपति महाराजा द्ाहरसेन सम्मान 2017
हरीशेवा रिलीजियस एण्ड चेरिटेबिल ट्रस्ट, भीलवाडा को
पांचवां राष्ट्रीय सिन्धुपति महाराजा द्ाहरसेन सम्मान 2017 हरीशेवा रिलीजियस एण्ड चेरिटेबिल ट्रस्ट, भीलवाडा को प्रदान किया जाये। सम्मान में रूपये 51000 के साथ स्मृति चिन्ह, शॉल, श्रीफल, दिये जायेगें। जिसे महाराजा दाहरसेन सर्किल से बैण्ड बाजों व बग्घी में बैठाकर जुलूस के रूप में लाया जायेगा। उसके उपरांत हरिभाउ उपाध्याय नगर विस्तार समिति की ओर से स्वागत किया जायेगा।
रंगभरो प्रतियोगिता के विजेताओं का होगा सम्मान –
लीलेश्वर महादेव मन्दिर धोलाभाटा शिविर में प्रथम गिन्नी मनवाणी, द्वितीय अक्षज चैनाणी, तृतीय गुजंन तोलाणी रहे। झूलेलाल मन्दिर नाका मदार में प्रथम नीरज जेंठवाणी, द्वितीय दिव्या बच्चाणी, तृतीय रोहित रामचंदाणी रहे। पार्वती उद्यान अजयनगर में प्रथम हर्षिता जैनाणी, द्वितीय उर्विशी रामनाणी, तृतीय लाभेश चेलाणी रहे। ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम अजयनगर में प्रथम टीना मोटवाणी, द्वितीय करण लालवाणी, तृतीय विशाल गुलवाणी रहे। स्वामी बसंतराम सेवा ट्रस्ट देहली गेट में प्रथम रिया वाधवाणी, द्वितीय रिया माखीजा, तृतीय योगिता टिक्याणी रहे। सिन्धुभवन पंचशील नगर में प्रथम देव विधाणी, द्वितीय खुशी मीरचंदाणी, तृतीय शिवम शाहणी
पूर्व में दिये गये राष्ट्रीय सिन्धुपति महाराजा द्ाहरसेन सम्मान
उल्लेखनीय है कि प्रथम सम्मान वर्ष 2013 में इण्डियन इंस्ट्यिूट ऑफ सिन्धोलॉजी, आदीपुर, गांधीधाम को एवं द्वितीय सम्मान वर्ष 2014 को शदाणी दरबार, रायपुर (छतीसगढ) के सन्त युधिष्ठरलाल जी को तृतीय सम्मान वर्ष 2015 में सीमा जन कल्याण समिति जोधपुर व चतुर्थ सम्मान श्री प्रेम प्रकाश मण्डल ट्रस्ट, श्री अमरापुर स्थान, जयपुर को प्रदान किया को समारोहपूर्वक कार्यक्रम आयोजित कर प्रदान किया गया था
सम्मानित होने वाली संस्था का परिचय व गतिविधियां

जगद्गुरू श्रीचन्द के आर्शीवाद से दुनियाभर में हरिशेवा धाम के माध्यम सनातन धर्म से जोडकर सभी को ज्ञान मार्ग पर साथ लेकर चलने का पवित्र कार्य किया जा रहा है। जीवन मूल्यों के संरक्षण के लिये नियमित दुनियाभर में स्थापित आश्रमों में सत्संग में संतो द्वारा मार्गदर्शन व आर्शीवाद दिये जाते है।
सिन्धु सभ्यता पर किये गये शोध कार्य के लिये विद्यार्थियों को सदैव प्रेरणा का कार्य किया जा रहा है जिसमें सिन्ध व हिन्द के साहित्यकारों का साहित्यिक सहयोग, लेखन कार्य में वरिष्ठ साहित्यकारों को जोडना एवं सिन्धी भाषा, सभ्यता व संस्कृति के सर्वंद्धन हेतु अनेकों किताबों का प्रकाशन करवाया गया है, जो एक मिसाल है। सिन्ध से आये विस्थापितों के परिवारों को सहयोग देना।
इसके अलावा हरीशेवा धाम के देशभर में आश्रमों में भी निरंतर अनेक सेवा कार्य, सभ्यता व संस्कृति का ज्ञान बढाने हेतु युवा पीढी में प्रेरणादायी कार्य किये जा रहे है जिसे देश दुनिया में बहुत अधिक प्रेरणादायी है।
कार्यक्रम समन्वयक, मो. 094131 35031

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