व्यवस्थाओं के लिए जिले में 253 चिकित्सक तैनात

भामाशाह स्वास्थ्य बीमा से सम्बद्ध निजी चिकित्सालयों में भी होगा मरीजों का इलाज
सरकारी अस्पतालों में भी सेवाएं देंगे निजी अस्पतालों के चिकित्सक
जेएलएन,जनाना एवं सेटेलाईट अस्पतालों में सेवाएं नियमित
चिकित्सा विभाग के समस्त कर्मियों के अवकाश निरस्त
जिला कलक्टर ने की व्यवस्थाओं की समीक्षा

IMG20171106175119अजमेर, 6 नवम्बर। सेवारत चिकित्सकों द्वारा अपनी मांगों के सम्बन्ध में राज्य सरकार को त्याग पत्र दिए जाने के पश्चात अजमेर जिले के चिकित्सालयों में व्यवस्थाएं बनाए रखने के लिए मेडिकल कॉलेज सहित अन्य चिकित्सालयों से 253 चिकित्सकों को तैनात किया गया है। जिला मुख्यालय के प्रमुख चिकित्सालय जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय, जनाना चिकित्सालय एवं सेटेलाईट चिकित्सालय में भी आपातकालीन एवं आउटडोर सहित समस्त सेवायें नियमित चल रही है। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत पात्र मरीजों को सरकारी अस्पतालों में आने पर योजना से सम्बद्ध निजी चिकित्सालयों में उपचार के लिए भेजा जाएगा। साथ ही कुछ निजी अस्पतालों ने अपने चिकित्सक सरकारी अस्पतालों के आउटडोर में बैठाने पर सहमति जताई है।
जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने सोमवार को अधिकारियों की बैठक में चिकित्सा व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने जानकारी दी कि किसी भी मरीज को कोई कठिनाई नहीं आने दी जायेगी, इसके लिए समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है। जिले में 253 चिकित्सकों को तैनात किया गया है। सभी चिकित्सकों को स्पष्ट निर्देश दिए गए है कि अपने-अपने पोस्टिंग स्थानों पर व्यवस्थाओं को सुचारू रखें। उन्होंने बताया कि अजमेर मुख्यालय के अतिरिक्त जिले के प्रमुख शहर किशनगढ़, ब्यावर, पुष्कर, केकड़ी, नसीराबाद एवं बिजयनगर में भी सेवायें नियमित रूप से चल रही है। बड़े चिकित्सालयों में वरिष्ठ चिकित्साकर्मियों को पीएमओ का चार्ज दिया गया है। डॉ. अनिल सामरिया, डॉ. राजमणि, डॉ. अनिल शर्मा, डॉ. भागचंद एवं डॉ. अजय शंकर गर्ग को पीएमओ का चार्ज दिया गया है।
जिला कलक्टर ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आयुर्वेद चिकित्सक एवं जिले में कार्यरत अन्य आयुर्वेद चिकित्सकों की ड्यूटी चिकित्सालयों में लगायी गई है। चिकित्सा विभाग ने 104 एवं 108 एम्बूलेन्स सेवाओं को भी निर्देश दिये है कि वे हर समय सतर्क रहे तथा आपातकालीन स्थिति में मरीज को आगामी आदेश तक निजी चिकित्सालय में भी ले जाना पड़े, तो ले जायें।
निजी चिकित्सालयों के साथ बैठक
जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल के निर्देश पर शाम को कलेक्ट्रेट में जिले में भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना से सम्बद्ध अस्पतालों के प्रतिनिधियों की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में तय हुआ कि भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत पात्र मरीजों को सरकारी अस्पतालों में आने पर योजना से सम्बद्ध निजी चिकित्सालयों में उपचार के लिए भेजा जाएगा। साथ ही कुछ निजी चिकित्सालयों ने अपने डॉ. सरकारी अस्पतालों के आउटडोर में बैठाने पर भी सहमति जताई। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री अबु सूफियान चौहान, डॉ. एस.के.सिंह सहित जिले के मित्तल अस्पताल, सेंट फ्रांसिस, खुंगर, गोयल ईएनटी, क्षेत्रपाल, श्री राना अस्पताल वैशाली नगर, दीपमाला पगारानी तथा आनंदानी अस्पताल ब्यावर के प्रतिनिधि शामिल हुए।
नियंत्रण कक्ष स्थापित –
जिला कलक्टर ने बताया कि चिकित्सा व्यवस्था में मरीजों को कोई कठिनाई नहीं हो , इसके लिए जिला मुख्यालय पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है। जिसका दूरभाष संख्या 0145- 2631111 रहेगा।
चिकित्साकर्मियों के अवकाश निरस्त –
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले के चिकित्सा संस्थाओं पर कार्यरत/पद स्थापित कोई भी कार्मिक नर्सिग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ, टैक्निकल स्टाफ सोमवार से अग्रिम आदेशों तक अवकाश पर नही रहेगे। यदि किसी चिकित्सा संस्थान पर कार्यरत कोई नर्सिंग कर्मचारी अवकाश पर है, तो उसका अवकाश तुरन्त प्रभाव निरस्त करते हुए वह अपनी उपस्थिति अविलम्ब अपनी ड्यूटी पर देगा।
उन्होंने बताया कि कार्यरत चिकित्सकों के त्यागपत्र देकर ड्यूटी पर नही रहने के कारण पदस्थापित समस्त नर्सिग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ एवं टैक्निकल स्टाफ अनिवार्य रूप से अपनी ड्यूटी पर उपस्थित रहेगें तथा अपना मुख्यालय नही छोड़गें। प्रत्येक चिकित्सा संस्थान पर पर्याप्त मात्र में वे दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे। ताकि किसी मरीज को असुविधा ना हो।
भामाशाह योजना के मरीजों को सुविधा उपलब्ध कराएं –
जिला कलक्टर ने बताया कि भामाशाह योजना से संबंधित जिले में 17 निजी चिकित्सालय अधिकृत है। रोगी किसी भी चिकित्सा संस्थान पर इलाज हेतु उपस्थित होता है, तो उस रोगी को भामाशाह योजना के लिए अधिकृत निजी चिकित्सालय के लिए तुरन्त प्रभाव से रैफर किया जाएगा।

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