सरवाड़-अजमेर
स्टाम्प वेंडर ने मचा रखी लूट। तहसील परिसर में लगभग पांच साथ वेंडर अपनी केबिन लगा रखी है।और सभी वेंडर एक राय होकर स्टाम्प बेचने की निर्धारित रेट कर रखें जिससे स्टांप खरीददार को मजबूरन महंगे दामो में खरीदने को मजबूर। पचास रूपये के स्टाम्प पेपर 70 रूपये और सौ रूपये के स्टाम्प पेपर के एक सो तिस रूपये और पांच सौ रूपये के स्टाम्प के पांच सौ पचास रूपये वसूल रहे। एक हजार के स्टाम्प के एक हजार पचास रूपये वसूल रहे है। जबकि स्टाम्प पेपर की सरकार द्वारा बेचने की रेट निर्धारित रखी जाती है। लेकिन तहसील परिसर में सभी स्टाम्प वेंडर अपनी मनमानी रेट वसूल रहे है। स्टाम्प वेंडर स्टाम्प ख़रीददार को यह कहते नही चूकते है आजकल हमे भी स्टाम्प ब्लैक में मिल रहा अगर आपको स्टाम्प खरीदना है तो यही रेट लगेगी अगर आपको स्टाम्प पेपर खरीदना है तो लो नही तो दूसरे वेंडर से आप स्टाम्प खरीद सकते हो। स्टाम्प खरीददार जब दूसरे स्टाम्प वेंडर की दुकान पर स्टाम्प खरीदने जाता है तो 100 रूपये के स्टाम्प के 130 रूपये ही मिलते है।इसी तरह सभी स्टाम्प वेंडर की एक राय होकर स्टाम्प पेपर की सेम रेट रख कर मनमानी कर लूट मचा रखी है। आखिर मजबूर किसान महंगे रेट से स्टाम्प पेपर खरीदने को मजबूर हो जाता है। काफी समय से स्टाम्प वेंडर अपनी मनमानी चला रहे है।