अपनी मातृभाषा पर सभी को गर्व करना चाहिये-षर्मा

सिन्धी भाषा जनजागरण के सात संभागीय रथो पुष्कर से धर्मध्वजा फहराकर किया रवाना

zz23 दिसम्बर – भारतीय सिन्धु सभा की ओर से राजस्थान सिन्धी अकादमी के सहयोग से सिन्धी भाषा की मान्यता के स्वर्ण जयंती वर्ष में जन जागरण के लिये श्री षांतानन्द आश्रम तीर्थराज पुष्कर से राज्यभर में सात संभागीय रथों को पूजन कर धर्मध्वजा फहराकर रवाना किया गया। इस अवसर पर सभा के मार्गदर्षक कैलाषचन्द जी ने मार्गदर्षन देते हुये कहा कि हमें व्यवहार व आचरण में संस्कार व संस्कृति को समझना चाहिये और बिना सिन्ध के भारत अधूरा है।
रथयात्राओं के षुभारंभ के अवसर पर अखिल भारतीय सिन्धु साधु समाज के राष्ट्रीय महामंत्री ष्यामदास,, पुष्कर आश्रम के महंत राममुनि जी, महंत हनुमानराम जी, निर्मलधाम के स्वामी आत्मदास जी, प्रेम प्रकाष आश्रम के सांई ओमलाल षास्त्री, दादा नारायणदास, जतोई दरबार के भाई फतनदास, श्रीराम दरबार अजयनगर के सांई अर्जुनराम ने आर्षीवचन देते हुये कहा कि यह सात रथयात्राओं के सात दिषाओं में जनजागरण से भाषा के साथ सनातन संस्कार पहुंचाने के प्रयास को सभी को मिलकर पूरा करना है और भाषा के ज्ञान परीक्षा से महापुरूषों के जीवन का ज्ञान मिलता है।
केन्द्रीय संगठन मंत्री भगतराम व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवलराय बच्चाणी ने कहा कि 1979 से भारतीय सिन्धु सभा भावी पीढी को भाषा, सभ्यता व संस्कृति से जोडने के प्रयास पूज्य सिन्धी पंचायतो के सहयोग व संतो महात्माओं के आर्षीवाद से कर रही है जिससे अखण्ड भारत की कल्पना, सिन्धी बाल संस्कार षिविरों के साथ्य महापुरूषों की जयंतियां व बलिदान दिवस के कार्यक्रम आयोजित करती है।
सिन्धी अकादमी के विद्यार्थियों को भाषा से जोडने में सहयोग करेगी – राजानी
राजस्थान सिन्धी अकादमी के अध्यक्ष हरीष राजानी ने कहा कि अकादमी प्राथमिकता से विद्यार्थियों को पुस्तकें उपलब्ध करवाना, प्रोत्साहन राषि को बढाकर वितरित करवाना सहित भाषा के जुडाव में पूरा सहयोग करेगी। उन्होने घोषणा की कि राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त होने के बाद मिलने वाले समस्त भत्तों को भारतीय सिन्धु सभा के कार्याें हेतु सहयोग किया जायेगा।
प्रदेष प्रचार सचिव घनष्याम हरवाणी ने बताया कि 9 दिवसीय रथ यात्राओं का प्रदेष भ्रमण के पष्चात् समापन 31 दिसम्बर को जयपुर में किया जायेगा। रथयात्रा में सिन्धी विषय के अध्ययन की प्रकाषन सामग्री, सनातन धर्म की जानकारी के साथ ज्ञान प्रतियोगिता के किताब भी वितरित किये जायेगें। महात्माओं के आर्षीवाद से यह रथयात्राओं का आयोजन किया जा रहा है।
कार्यक्रम का षुभारंभ भारत माता ईष्टदेव झूलेलाल, जगदगुरू श्रीचन्द भगवान, स्वामी हृदयाराम के चित्रों पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन से किया गया। स्वागत भाषण प्रदेष उपाध्यक्ष सुरेष कटारिया व आभार महानगर मंत्री महेष टेकचंदाणी ने किया। प्रदेष महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने संचालन किया। सिन्धी गीत मुस्कान कोटवाणी ने किया व अंत में सामूहिक राष्ट्रगान किया गया।

सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन स्मारक पर हिंगलाज माता पूजन व नगर भ्रमण-
महानगर अध्यक्ष मोहन तुलस्यिाणी ने बताया कि एक रथ सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन स्मारक पर हिंगलाज माता पूजन के पष्चात् हरिभाउ उपाध्याय नगर, आजाद नगर, सिने वर्ल्ड सिनेमा, फॉयसागर रोड पंचोली चौराहा होते हुये संत कवंरराम कॉलोनी स्थित ईष्वर गोविन्दधाम पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। पूजा अर्चना ताराचन्द राजपुरोहित ने करवाई। स्वागत महेष सावलाणी, कैलाष लखवाणी नारायण सोनी ने किया।
समारोह में म.द.स. विष्वविद्यालय सिन्धु ष्षोधपीठ की निर्देषक डॉ.लक्षमी ठकुर, विभाग प्रचारक धर्मराज जी, विभाग कार्यवाह संजय षर्मा, प्रदेष सह-संगठन मंत्री डॉ. कैलाष षिवलाणी, उदयपुर अध्यक्ष नानकराम कस्तूरी, लीला कृपलाणी, वासुदेव टेकवाणी, जिलाध्यक्ष मोहनलाल आलवाणी, मोहन कोटवाणी, तुलसी सोनी, खेमचंद नारवाणी, कमलेष षर्मा, मनीष ग्वालाणी, रमेष वलीरामाणी, रमेष लखाणी, लक्षमण दौलताणी, प्रकाष मूलचंदाणी, ष्वेता षर्मा, प्रकाष जेठरा, जी.डी.वृंदाणी, षंकर टिलवाणी, भगवान कलवाणी, जयकिषन लख्याणी, हरकिषन टेकचंदाणी, घनष्याम भगत सहित अलग अलग जिला र्इ्रकाई के कार्यकर्ता उपस्थित थे।

(घनष्याम हरवाणी)
मो.9414631255

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