कांग्रेस ने किया पासपोर्ट सेवा केंद्र के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार

अजमेर 4 मार्च । पासपोर्ट सेवा केंद्र के उद्घाटन को लेकर कांग्रेस द्वारा भाजपा पर द्वेषता की ओछी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उद्घाटन समारोह का बायकॉट किया गया। कांग्रेस का कहना है कि केंद्र सरकार की उद्घाटन नीति के अनुसार मंत्री की अनुपस्थिति में कार्यालय उद्घाटन का अधिकार स्थानीय सांसद का है षिक्षा राज्यमंत्री द्वारा की गए अनुचित हस्तक्षेप की शिकायत लोकसभा अध्यक्ष की जाएगी। यह जिले की अठठारह लाख जनता का अपमान
कांग्रेस प्रवक्ता मुजफ्फर भारती के अनुसार रविवार को प्रधान डाकघर अजमेर में पासपोर्ट सेवा केंद्र अजमेर का उद्घाटन किया जाना प्रस्तावित था जिसमें भाजपा के स्थानीय नेतृत्व द्वारा यह प्रसारित किया गया कि विदेश राज्य मंत्री जनरल वी. के सिंह द्वारा पासपोर्ट कार्यालय का उद्घाटन किया जाकर जनता को समर्पित किया जाएगा। कांग्रेस का आरोप है कि यह देवनानी का फैलाया गया भ्रम था क्योंकि विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह का अजमेर उद्घाटन का कार्यक्रम नहीं था। जब मंत्री नहीं आ रहे तो केंद्र सरकार द्वारा जारी समारोह संबंधी दिशा निर्देशों के अनुसार केंद्र सरकार के किसी भी कार्यालय अथवा परियोजना का उद्घाटन संबंधित विभाग की मंत्री अथवा राज्यसभा एवं लोकसभा के स्थानीय सांसद द्वारा किए जाने की नीति पहले से ही निर्धारित है। उद्घाटन कार्यक्रम में लोकसभा सांसद डॉ रघु शर्मा भी आमंत्रित थे इसलिये मंत्री की गैर मौजूदगी में उदघाटन का पहला अधिकार लोकसभा के निर्वाचित सांसद का होता है।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन का कहना है कि केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह के उद्घाटन समारोह में नहीं पहुंचने के कारण केंद्र सरकार की नीति के अनुसार पासपोर्ट सेवा केंद्र के कार्यालय उद्घाटन का कार्य स्थानीय सांसद डॉ रघु शर्मा द्वारा किया जाना अपेक्षित था किंतु शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी द्वारा राजनीतिज्ञ द्वेषता के परिणाम स्वरुप डॉ रघु शर्मा को पासपोर्ट केंद्र का उद्घाटन नहीं करने दिया गया इसके लिए शिक्षा मंत्री देवनानी ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए डाक विभाग की अधिकारियों पर अवांछित प्रभाव डाला गया। उन्होने कहा कि केंद्र सरकार के किसी भी कार्यालय के उद्घाटन समारोह में राज्य सरकार के स्थानीय विधायक एव मंत्रीगण केवल आमंत्रित अतिथि के रुप में शामिल होते हैं किंतु उद्घाटन का कार्य के सरकार के मंत्री अथवा उसकी अनुपस्थिति में लोकसभा राज्यसभा के उपस्थित सांसद द्वारा ही किया जाता रहा है।
जैन ने कहा कि इसी परंपरा का अनुसरण तीन दिवस पूर्व अलवर के पासपोर्ट सुविधा केंद्र के उद्घाटन में किया गया वहां पर राजस्थान सरकार के दो कैबिनेट मंत्रियों के मौजूद होने के बावजूद भी स्थानीय सांसद डॉ करन सिंह द्वारा उद्घाटन किया गया किंतु देवनानी स्वयं की केंद्र की भाजपा सरकार के दिशा निर्देशों का भी अनुसरण करने को तैयार नहीं है जो उनकी निरंकुशता को दर्शाता है। इसके साथ ही शिक्षा राज्यमंत्री द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जाना उनके नैतिक पतन की ओर इशारा करता है। उन्होने आरोप लगाया कि देवनानी द्वारा लोकसभा क्षेत्र के 18 लाख मतदाताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले लोकसभा सांसद डॉ रघु शर्मा के प्रति शिक्षा राज्यमंत्री का यह व्यवहार अशोभनीय है इस ओछी राजनीति हे त्रस्त जनता द्वारा हाल ही में उपचुनाव में भाजपा को करारा जवाब दिया है किंतु भाजपा और उसके मंत्री अभी भी सत्ता मद में आकंठ डूबे हुए हैं जिसका परिणाम आने वाले विधानसभा चुनावों में भी भाजपा को भुगतना पड़ेगा। भाजपा के पार्टी हाईकमान से यह अपेक्षा की जाती है कि वह अपने मंत्रियों को विनम्र राजनीति का पाठ पढ़ाएं ताकि इस प्रकार की पुनरावृत्ति भविष्य में दुबारा ना हो सके।
कांग्रेस प्रवक्ता मुजफ्फर भारती ने भाजपा पर असहिष्णुता का आरोप लगाते हुऐ कहा कि केंद्र और राज्य में कांग्रेस के विगत शासनकाल में केंद्रीय राज्य मंत्री सचिन पायलट द्वारा अजमेर में आयोजित होने वाले सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों में स्थानीय भाजपा के जनप्रतिनिधियों को गरिमापूर्ण सम्मान दिया जाता रहा किंतु शिक्षा राज्यमंत्री सुस्थापित परंपरा को तोड़ने पर आमादा है। पासपोर्ट कार्यालय के उद्घाटन समारोह में शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी द्वारा उत्पन्न किए जा रहे हैं विवाद से बचते हुए कांग्रेस सांसद डॉ रघु शर्मा और कांग्रेस नेताओं ने कार्यक्रम से चले जाना ही उचित समझा।

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