प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से चादर पेश

अजमेर 19 मार्च। सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 806 वें सालाना उर्स में आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की ओर से चादर पेश की गई। देश में शांति, सौहार्द और संस्कृति की विशेषता रहे सद्भावपूर्ण सहअस्तित्व की कामना के साथ अकीदत के फूल चढ़ाए गए।
केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलात मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की ओर से चादर पेश की। उन्होंने प्रधानमंत्री की ओर से पूरे देश में तरक्की, शांति, सौहार्द और संस्कृति की विशेषता रहे सद्भावपूर्ण सहअस्तित्व की दुआ मांगी। उनके साथ शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्य मंत्री श्री वासुदेव देवनानी, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिता भदेल, राज्य हज कमेटी के अध्यक्ष श्री अमीन पठान सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी मजार शरीफ पर फूल चढ़ाए। श्री नकवी ने बुलंद दरवाजे पर प्रधानमंत्री का संदेश पढ़कर सुनाया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अपने संदेश में कहा है कि ः- “भारत के बारे में कहा जाता है कि यह शब्दों में बयां नहीं होता बल्कि इसे महसूस किया जाना चाहिए। देश में विभिन्न दर्शनों के मूल में शांति, एकता और सद्भावना निहित रही है, सूफीवाद भी उनमें से एक है।
जब हम भारत में सूफी संतों की बात करते हैं तो ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती महान आध्यात्मिक परंपराओं के प्रतीक रूप में दिखाई देते हैं । ‘गरीब नवाज‘ द्वारा की गयी मानवता की सेवा भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनी रहेगी।
इस महान संत के वार्षिक उर्स के अवसर पर दरगाह अजमेर शरीफ पर चादर भेजते हुए मैं उन्हें खिराज-ए अकीदत पेश करता हूॅं और हमारी संस्कृति की विशेषता रहे सद्भावपूर्ण सहअस्तित्व की कामना करता हूॅं।
ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के विश्वभर के अनुयायियों को वार्षिक उर्स पर बधाई व शुभकामनाएं।“
इस दौरान दरगाह कमेटी एवं अंजुमन कमेटी के पदाधिकारियों ने सभी का दस्तारबंदी कर स्वागत किया।

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