डॉ.बद्रीप्रसाद पंचोली का हुआ नागरिक अभिनन्दन

संस्कारहीन मनुष्य ही अपचार का कारण – डॉ पंचोली
अजमेर/अखिल भारतीय साहित्य परिषद् अजमेर जिला ईकाई द्वारा आज 22 अप्रैल को सांयकाल विख्यात शिक्षाविद्, वेदविज्ञ एवं साहित्यकार डॉ बद्रीप्रसाद पंचोली का नागरिक अभिनन्दन किया गया। राष्ट्रपति द्वारा दिये जाने वाले ‘राष्ट्रीय हिन्दी सेवी सम्मान‘ के लिए चयनित होने पर नगर के विद्वजनों ने गुरूवर पंचोली के दातानगर निवास पर जाकर शॉल ओढ़ाकर अभिनन्दन किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता संस्कृत विदूषी डॉ अनिता खुराना ने कहा कि वेदों की गरिमा को मण्डित कर रहे संस्कृत व हिन्दी के मूर्धन्य विद्वान डॉ पंचोली सांस्कृतिक मान्यताओं और शाश्वत जीवन मूल्यों के जीवन्त प्रतीक हैं। साहित्यकार उमेश कुमार चौरसिया ने बताया कि प्राचीन गुरू-शिष्य परम्परा का निर्वहन करने वाले यथार्थ शिक्षक डॉ पंचोली को यह प्रतिष्ठित सम्मान भारत सरकार के केन्द्रीय हिन्दी संस्थान द्वारा मानविकी और कला, संस्कृति एवं विचार की भारतीय चिन्तन परम्परा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाएगा। डॉ छाया ने सुरीले गीत ‘तुम्हारे पद्म चरणों में नमन सौ बार गुरूवर‘ के माध्यम से गुरूस्तुति की। गज़लकार डॉ बृजेश माथुर ने इसे अजमेर के लिए गौरवपूर्ण अवसर बताया और डॉ राजेश शर्मा ने देशभर में पंचोलीजी की वेद, हिन्दी और संस्कृत के प्रामाणिक विद्वान के तौर पर स्थापित छवि को स्पष्ट किया।
इस अवसर पर मार्गदर्शन देते हुए डॉ पंचोली ने कहा कि आज देश में जितने भी अपचार हो रहे हैं उसके पीछे मनुष्य का संस्कारहीन होना ही बड़ा कारण है। कई बार शब्दों का नकारात्मक अर्थ प्रचारित कर देने से वैमनस्य और वर्गसंघर्ष का माहौल उत्पन्न हो जाता है। उन्होंने युवापीढ़ी से आह्वान किया कि चुनौतियों और संघर्षपूर्ण जीवन को तैर कर पार करने वाले को ही तरूण कहते हैं, इसलिए स्वामी विवेकानन्द की तरह बाधाओं पर विजय प्राप्त करते हुए लक्ष्य को प्राप्त करना है। जिलाध्यक्ष कुलदीपसिंह रत्नू ने सभी का आभार अभिव्यक्त किया। इस अवसर पर डॉ विष्णुदत्त शर्मा, ओमसिंह शेखावत, कथाकार मधु खण्डेलवाल, देवदत्त शर्मा, डॉ जयदेव, डॉ दुष्यन्त पारीक व लोकेश सिंह ने भी विचार व्यक्त किये।
कुलदीप सिंह रत्नू जिला अध्यक्ष संपर्क-9414982406

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