जिला कलक्टर ने किया सम्प्रेषण गृह का आकस्मिक निरीक्षण

अजमेर 24 अप्रेल। जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने मंगलवार को सुभाष नगर स्थित सम्प्रेषण गृह एवं किशोर गृह, बाल अधिकारिता विभाग, किशोर न्याय बोर्ड एवं जिला बाल संरक्षण ईकाई कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। मौके पर समस्त व्यवस्थाएं ठीक पायी गई।
जिला कलक्टर ने सम्प्रेषण गृह में बालकों के ठहरने की व्यवस्था, रसोई घर तथा काउंसलर रूम को देखा तथा आवश्यक जानकारी प्राप्त की। उन्होने अधीक्षक को निर्देश दिए कि बालकों को प्रतिदिन दिए जाने वाले भोजन का मीनू भी प्रतिदिन अंकित किया जाए।
सम्प्रेषण गृह के अधीक्षक श्री अभिषेक गुजराती ने बताया कि गृह में वर्तमान में 28 बालक हैं। जिनमें से 24 उपेक्षित एवं चार विधि से संघर्षरत है। सभी बालक 6 से 18 वर्ष की उम्र के है। बालकों को नियमित रूप से काउंसलिंग की जाती है तथा उनकी चिकित्सा जांच के लिए एएनएम को भी लगा रखा है। बालकों को मनोरंजन हेतु खेल सामग्री एवं कलर टेलीविजन मय केबल कनेक्शन उपलब्ध कराई गई है। गृह में बालकों के लिये खेल मैदान उपलब्ध है। गृह में विधि के साथ संघर्षरत् बालकों एवं देखभाल व संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों को पृथक-पृथक कक्ष में रखा जा रहा है। बालकों के लिये वाटर कूलर, रेफिर््रजरेटर, कम्पयूटर, डाईनिंग टेबल आदि भामाशाहों के माध्यम से उपलब्ध कराये गये हैं। बालकों के लिये खेल मैदान में मिट्टी डलवाकर घास भी भामाशाहों के माध्यम से लगवाई गई है।
जिला कलक्टर ने जिला बाल संरक्षण ईकाई कार्यालय को भी देखा तत्पश्चात किशोर न्याय बोर्ड का निरीक्षण किया। किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य श्री प्रकाश मीणा एवं श्रीमती कविता अरोड़ा ने बोर्ड के कार्याें की जानकारी दी। विभाग द्वारा किशोर न्याय बोर्ड केे लिये समस्त सुविधायें उपलब्ध कराई गई हैं। बोर्ड के सदस्यगण द्वारा विभागीय व्यवस्थाओं संतोष प्रकट किया गया। न्याय बोर्ड में बकाया चल रहे मामलों की जानकारी प्राप्त की। जिला कलक्टर को बताया गया की वर्तमान में 192 मामले विचाराधीन चल रहे है।
जिला कलक्टर ने सम्प्रेषण गृह के अधीक्षक को यह भी निर्देश दिए कि वह परिसर में मुख्य द्वार से अन्दर सड़क क्षतिग्रस्त है, जिसे पुनः बनवाने के लिये तख्मीना तैयार करा उपलब्ध कराए। परिसर में खाली पड़ी भूमि पर विधि के साथ संघर्षरत् बालकों को पृथक आवासीय सुविधायें उपलब्ध कराने के लिये नवीन भवन के निर्माण का प्रस्ताव मय तख्मीना विभाग को भिजवाये जाने की जानकारी अधीक्षक द्वारा दी गई। इस मौके पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के कर्मचारीगण उपस्थित थे।

ग्राम स्वराज अभियान के संबंध में कार्यशाला 28 को
अजमेर 24 अप्रेल। ग्राम स्वराज अभियान के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण से संबंधित एक कार्यशाला का आयोजन आगामी 28 अप्रेल को प्रातः 11 बजे जिला परिषद सभागार में होगा। मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अरूण गर्ग ने दी।

विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम
किशनगढ़ क्षेत्र में 11 लाख 50 हजार रूपए के 4 कार्य स्वीकृत

अजमेर 24 अप्रेल। विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत किशनगढ़ विधायक श्री भागीरथ चौधरी की अनुशंषा पर 11 लाख 50 हजार रूपए के 4 कार्यों की वित्तीय स्वीकृति जारी की गई है।
जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने बताया कि ग्राम काचरिया से बरना सीमा तक ग्रेवल सड़क, श्मशान भूमि पर तिबारा निर्माण तथा राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय काचरिया की चार दीवारी ऊंची करने के लिए 3 -3 लाख रूपए तथा ग्राम उदयपुर कला में सार्वजनिक श्मशान घाट पर टिनशेड निर्माण के लिए 2 लाख 50 हजार रूपयों की वित्तीय स्वीकृति जारी की गई है।

राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह
आम सड़क उपयोगकर्ताओं का जागरूक होना आवश्यक

अजमेर, 24 अप्रेल। 29 वें राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह के दूसरे दिन अजमेर शहर में लोगों का काफी अच्छा उत्साह रहा। हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड एवं राजस्थान सड़क सुरक्षा सोसायटी की ओर से संचालित मोबाईल वैन ने पूरे शहर के कई मुख्य चौराहों पर आम सड़क उपयोगकर्ता से मिलकर उनसे सड़क नियमों की जानकारी व होने वाली सड़क दुर्घटना व उनसें बचाव के बारे में जानकारी दी।

जिला परिवहन अधिकारी ने बताया कि तेज गति से वाहन चलाने से टनल विजन उत्पन्न होता है जिससे अन्य वाहन व वस्तुओं की दूरी, गति व दिशा का सही अनुमान लगाना कठिन हो जाता है अतः गम्भीर दुर्घटना होने की संभावना बहुत बढ़ जाती हैं। भारत सरकार के द्वारा अधिसूचित निर्धारित अधिकतम गति सीमा तय कि गई है। जिसके बारें आम सड़क उपयोगकर्ताओं को जानकारी दी गई की कम से कम ड्राइवर समेत 9 सीट से अधिक सीट की यात्री वाहन – 80 कि.मी./घण्टा, माल वाहन – 80 कि.मी./घण्टा, थ्री व्हीलर – 60 कि.मी./घण्टा, दुपहिया वाहन – 80 कि.मी./घण्टा, एवं दुपहिया वाहन पर चालक व पीछे बैठने वाली सवारी के लिए हेलमेट अनिवार्य है। ऎसा करने से दुर्घटना से होने वाली मृत्यु दर में काफी कमी आई हैं। हेलमेट को फीते से बांध कर पहनना चाहिए। जो दुर्घटना के समय लगने वाली चोट से सिर को सुरक्षित रखता हैं। मोबाईल वैन कलेक्ट्रट चौराहा, इण्डिया मोटर्स सर्किल चौराहा, आगरा गेट, फॉयसागर पुलिस चौकी, वैशाली नगर होते हुए सावित्री चौराहा पहुची। शहर में हुई इस जागरूकता से कई आम सड़क उपयोगकर्ता ने नियमों का पालन करने का आहवान किया।

error: Content is protected !!