अजमेर। पकिस्तान में आतंकवादी हमले में घायल हुई 14 वषीर्य बालिका मलाला यूसुफ जई की सेहतयाबी और उसे शांति का नोबल पुरस्कार मिले, इसके लिए सैयद इब्राहिम फखर गद्दीनशीन ख्वाजा गरीब नवाज(र.अ.) के नेतृत्व में सर्वधर्म समाज के लोगों ने ख्वाजा साहब की मजार पर अकीदत के फूल व चादर पेश किये और दुआ की कि ख्वाजा गरीब नवाज ने जिस तरह हमारी दुआ कबूल करके उस बच्ची को सेहतयाबी अता फरमाई है, उसी तरह आगे भी हमारी दुवाओं को कबूल फरमायें और आज इस अन्तरराष्ट्रीय मलाला दिवस पर शांति की प्रतीक मलाला युसूफ जई को नोबल पुरस्कार दिया जाये। साथ ही दीपावली के पश्चात इस कार्य हेतु हस्ताक्षर अभियान चलाये जाने का निर्णय लिया गया क्योंकि मलाला यूसुफ जई तालिबानी मानसिकता के लोगों पर एक तमाचा बनकर सामने आई है।
इस मौके पर श्रीमती इशरत परवीन, हाजी सैयद मुकद्दस मोइनी, सैयद नातिक चिश्ती, शफी बख्श, मुन्ना मंसूरी, मो. आसान, गुलजार अहमद, शेल्डन मार्टीन, सेम्सन स्टीफन, अमीत मेसी, निकुंज लार्वन, सरदार हरविन्द्रर सिंह, सरदार कर्नेल सिंह, महेन्द्र सेन भाटी, गजवीर सिंह चुंडावत, श्रीमती वनीता जैमन, समीर काले आदि मौजूद थे।