जन्म मृत्यु का शत प्रतिशत पंजीयन जरूरी – निदेशक, जनगणना

जनगणना कार्य को संवेदनशीलता के साथ संपादित करें – संभागीय आयुक्त
अजमेर, 19 जुलाई। जनगणना निदेशक श्री सलविन्द्र सिंह सोहता ने कहा है कि जनगणना का कार्य एवं राष्ट्रीय कार्यक्रम है। इसमें पूर्ण सतर्कता, गंभीरता के साथ आपसी समन्वय एवं टीम भावना से कार्य करें। इसमें जन्म मृत्यु पंजीयन का कार्य का शत प्रतिशत पंजीयन किया जाना भी सुनिश्चित करें।
जनगणना निदेशक गुरूवार को संभागीय आयुक्त कार्यालय सभागार में जनगणना की तैयारियों के संबंध में आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक की अध्यक्षता संभागीय आयुक्त श्री हनुमान सहाय मीना ने की। जनगणना निदेशक ने कहा कि इस बार की यह जनगणना अब तक की सबसे बड़ी जनगणना होगी। जनगणना में लगभग 35 करोड़ शिड्यूल तैयार होते है, जो कि काफी महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि जनगणना कार्य का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार किया जाना जरूरी है, ताकि लोगों को इसकी जानकारी हो सकें। वर्ष 2021 में होने वाली जनगणना स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद आठवीं जनगणना होगी। यह राष्ट्रीय महत्व का एक वृहद कार्य है जिसमें प्रत्येक चरण को अत्यधिक सावधानी के साथ समयबद्ध पूरा किया जाना है। उन्होंने जनगणना का महत्व बताते हुए कहा कि यह आम आदमी के हित के लिए पंचवर्षीय योजनाएं और विभिन्न कल्याणकारी परियोजनाओं को शुरू करने में सहायक है।
जनगणना निदेशक ने बताया कि जिलों, तहसील, नगर तथा गांवों के बॉर्डर आउट लाईन पर विशेष ध्यान देना चाहिए ताकि कोई एरिया छुटे नहीं और उनका दोहराव भी नही हों। नगरीय क्षेत्रों में वार्ड सीमाओं पर विशेष ध्यान देना चाहिए तथा बहुमंजिला ईमारत को मध्य नजर रखते हुए ब्लॉक बनाने चाहिए। उन्होंने बताया कि जनगणना 2021 में जीपीएस, जिओ रेफरेन्स आदि तकनीक का उपयोग भी किया जाएगा।
उन्होंने जन्म मृत्यु पंजीयन कार्य को अतिमहत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि जिसका जन्म या मृत्यु जिस स्थान पर होती है, उसका पंजीयन भी उसी स्थान पर किया जाना चाहिए। पीसीटीएस एवं पहचान एप के आंकड़ों में अन्तर नहीं आना चाहिए।
बैठक में संभागीय आयुक्त श्री हनुमान सहाय मीना ने अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वे जनगणना कार्य का महत्व समझें, अपडेट रहे तथा संवेदनशीलता के साथ कार्य संपादित करें। इस कार्य की प्रगति निरन्तर हो, इसके लिए इसे साप्ताहिक समीक्षा बैठक एवं राजस्व अधिकारियों की बैठक के एजेण्डे में शामिल किया जायें।
प्रारंभ में अतिरिक्त संभागीय आयुक्त श्री के.के. शर्मा ने जनगणना कार्य के संबंध में विस्तार से जानकारी दी तथा अंत में जनगणना निदेशक को आश्वस्त किया कि उनके निर्देशों को संभाग के समस्त जिलों में शत प्रतिशत पालना सुनिश्चित की जायेगी।
बैठक में टौंक के जिला कलक्टर श्री रामचन्द्र देनवाल, अजमेर, नागौर एवं भीलवाड़ा के अतिरिक्त जिला कलक्टर, स्थानीय निकाय विभाग के उप निदेशक श्री किशोर कुमार, संभाग के समस्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के अधिकारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।

स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2018
एक से 30 अगस्त 2018 तक चलेगा अभियान

अजमेर, 19 जुलाई । स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2018 आगामी एक से 30 अगस्त तक भारत सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय एसबीएम ग्रामीण द्वारा आयोजित किया जायेगा। इस संबंध में भारत सरकार के स्वच्छता अभियान की सचिव ने विडियो कॉफ्रेंस कर तैयारियों के संबंध में जानकारी ली।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अरूण गर्ग ने बताया कि इस अभियान में जिले की अच्छी रेंक लाने के लिए आज से ही युद्ध स्तर पर भरसक प्रयास प्रारम्भ किए जाएगें। उन्होंने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2018 राज्य के समस्त जिलों तथा समस्त ग्रामों में आयोजित किया जा रहा है। अच्छी रैंकिंग के लिए जनप्रतिनिधि एवं जन समुदाय का सहयोग आवश्यक है साथ ही स्वच्छ सर्वेक्षण संबंधी विस्तृत जानकारी पंचायत समिति/ग्राम पंचायत/ग्राम स्तर तक सभी को पहुंचाया जाना आवश्यक है।
उन्होने बताया कि उक्त सर्वेक्षण में सिटीजन फीड बैक के 35 प्रतिशत, सर्विस लेबल प्रगति के 35 प्रतिशत और सीधे पर्यवेक्षण के 30 प्रतिशत अंक निर्धारित है। उक्त तीनों बिन्दुओं के विभिन्न घटकों की यथा संभव तैयारी प्रारंभ की जा रही है। स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र, पीएचसी, हाट बाजार, धार्मिक स्थल आदि सार्वजनिक स्थानों पर सफाई तत्काल करायी जाएगी। उक्त स्थानों पर यदि शौचालय नहीं है तो तुरन्त बनाया जायेगा। यदि शौचालय है परन्तु बन्द पड़े है तो तत्काल चालू कराए जाएगें। उक्त स्थानों पर जल प्रवाह है तो उसे तत्काल रोका जाएगा।
उन्होंने बताया कि आईईसी गतिविधियों के जरिए स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2018 की जानकारी समस्त नागरिकों को दी जाएगी, स्वच्छता एप डाउनलोड करने के लिए नागरिकों को प्रेरित किया जाएगा। सभी ग्रामों में कचरा प्रबंधन के उपाय कराए जाएगें। ग्रामों में स्वच्छता समिति यदि नहीं बनी है तो अब शीघ्र बनवाई जाएगी।

राजस्थान फसली ऋण माफी योजना 2018
अजमेर जिले में भी कुल 76 हजार काश्तकार लाभान्वित होंगें

अजमेर, 19 जुलाई । राजस्थान फसली ऋण माफी योजना 2018 की क्रियान्विति में अजमेर जिले में 76 हजार काश्तकार लाभान्वित होंगे। जिले में सहकारी समिति स्तर पर शिविर लगाकर सदस्यों को ऋण माफी प्रमाण पत्र दिए जा रहे है एवं साथ-साथ खरीफ 2018 के लिए भी ऋण वितरण का कार्य भी किया जा रहा है।
अजमेर सेन्ट्रल कॉ ऑपरटिव बैंक के प्रबंध निदेाक ने बताया कि जिले में अब तक 108 कैम्प लगाकर 34 हजार 297 सदस्यों को ऋण माफी प्रमाण पत्र का वितरण कर दिया है। इन कैम्पो में सदस्यों की उपस्थिति सराहनीय रही। कैम्पो से पूर्व प्रत्येक समिति में प्री कैम्प का भी आयोजन किए गए जिसमें सदस्यों को योजना की जानकारी एवं उनको दी जा रही ऋण माफी की जानकारी दी गई, साथ ही योजना में उनको मिलने वाली कुल लाभ की भी जानकारी दी गयी। यदि किसी काश्तकार को परिवेदना थी तो वह भी ली गई। उन्होंने बताया कि योजनान्तर्गत सदस्यों को खरीफ 2018 फसल के लिए ऋण भी दिया जा रहा है जिसमें अब तक 30 हजार 552 सदस्यों को 130 करोड़ रूपए का खरीफ फसल के लिए वितरण किया जा चुका है एवं शाखा स्तर पर निरन्तर ऋण वितरण किया जा रहा है। खरीफ 2018 में ऋण लेने वाले सदस्यों को सहकार जीवन सुरक्षा बीमा योजना व सहकार दुर्घटना बीमा योजना का भी लाभ दिया जा रहा है।

अजमेर जिले में वर्षा
अजमेर, 19 जुलाई । जल संसाधन विभाग के अनुसार एक जून से अब तक अजमेर में 123, श्रीनगर में 84.5, गेगल में 57, पुष्कर में 205, गोविन्दगढ़ में 117, नसीराबाद में 146, पीसांगन में 252, मांगलियावास में 146, किशनगढ़ में 95, बांदरसिदरी में 58, रूपनगढ़ में 158, अराई में 268.5, ब्यावर में 247 एम.एम. वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
इसी प्रकार जवाजा में 237, टॉटगढ़ में 202, सरवाड़ में 165, केकड़ी में 203.6, सावर में 84, भिनाय में 228, मसूदा में 94, बिजयनगर में 181, नारायणसागर में 181 एम.एम. वर्षा दर्ज की गई। जिले में अब तक 157.18 एम. एम. औसत वर्षा रिकार्ड की गई है।

बीस सूत्री कार्यक्रम की बैठक 23 को
अजमेर, 13 जुलाई । बीस सूत्री कार्यक्रम (द्वितीय स्तर समिति) की बैठक आगामी 23 जुलाई को प्रातः 10.30 बजे जिला कलक्टर आरती डोगरा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की जाएगी। मुख्य आयोजना अधिकारी श्रीमती बीना वर्मा ने यह जानकारी दी।

error: Content is protected !!