अजमेर में 15.20 करोड़ की लागत से बनेगा साइंस पार्क

शिलान्यास 9 सितम्बर को, 20234 वर्ग मीटर में होगा फैलाव
तारामंडल, सनशाइन गैलेरी, थ्री डी थियेटर और लर्निंग हब होगी विशेषता

प्रो. वासुदेव देवनानी
अजमेर, 5 सितम्बर। अगर आप दिल्ली, मुम्बई, जयपुर या किसी बड़े शहर मे साइंस पार्क देखने गए ह® तो उसकी स्मृति आपने जेहन मे जरूर होगी। वहां का तारामंडल, सनशाइन गैलेरी, वहां विशालकाय डायनोसोर और विज्ञान की दुनिया के कुछ अद्भुत रहस्य। जिसने एक बार देखा वह कहता है काश, यह पार्क अपने शहर मे भी होता। अजमेर शहर या यह इंतजार खत्म होने जा रहा है। आगामी 9 सितम्बर को अजमेर मे झलकारी बाई स्मारक के सामने लोहागल रोड पर 20 हजार 234 र्वग मीटर के विशाल क्षेत्र में अपने साइंस पार्क की आधारशिला रखी जाएगी।
शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने बताया कि अजमेर में बनने वाले इस साइंस पार्क के निर्माण में 15 करोड़ 20 लाख रुपए की लागत आएगी। यह पार्क करीब 23 महीने मे बन कर तैयार होगा। उच्च शिक्षामंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी एवं जिले के अन्य जनप्रतिनिधि 9 सितम्बर को प्रात 9 बजे इसका शुभारंभ करेंगे। उन्होंने बताया कि अजमेर में इस साइंस पार्क की स्थापना के लिए लम्बे समय से प्रयास किया जा रहा था। केंद्र के कला एवं संस्कृति मंत्रालय से स्वीकृति के बाद अब इसका निर्माण शुरू होनेे जा रहा है। साइंस पार्क राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद की देखरेख में तैयार होगा। इसके निर्माण में आधा खर्च स्मार्ट सिटी योजना के तहत वहन किया जाएगा।
यह होगी खासियत
अजमेर के साइंस पार्क में लोगों को विज्ञान की दुनिया के अद्भुत रहस्यों से रूबरू होने का मौका मिलेगा। यहां तारामंडल, आकाशगंगा और सनशाइन गैलेरी के बारे में दृश्यात्मक जानकारी दी जाएगी। यह सब जानकारी एक वास्तविक अनुभव के रूप म­ हम सबके समक्ष होगी। दर्शकों को लगेगा कि यह सब हमारे सामने ही घटित हो रहा है।
इसी तरह आपको यह पता लगे कि आपका वजन चांद, बृहस्पति और अन्य ग्रहों पर कितना है तो एक रोचक अनुभव सामने होगा। अपना साइंस पार्क भी यह खासियत लिए होगा। थ्री डी थियेटर में फिल्म सामने घटित होती दिखाई देगी। इनोवेशन लखनंग हब और आउटडोर मॉडल्स में डायनोसोर, सोलर सिस्टम विद्याखथयों को खूब लुभाएंगे।
श्री देवनानी ने बताया कि साइंस पार्क में बायोटेक, हर्बल, 130 सीटों की क्षमता वाला ऑडिटोरियम, पार्क और अन्य सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी। राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद की टीम ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है। यह पार्क अजमेर के विकास मंे मील का पत्थर साबित होगा।

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