पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति स्थापित कर अनावरण किया

सोमवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की 102वीं जयंति के अवसर पर नगर निगम अजमेर द्वारा स्थानीय बंजरगढ़ चैराहा, मिराज माॅल के सामने ’’सत्य श्री उघान’’ में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की मूर्ति स्थापित कर अनावरण किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राजस्थान सरकार के षिक्षा मंत्री एवं विधायक श्री वासुदेव देवनानी उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री षिव शंकर हेड़ा, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री अरविन्द यादव एवं प्रसिद्ध उघोगपति श्री राजीव मालू उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में उपस्थित सभी अतिथियों का नगर निगम परिवार द्वारा स्वागत व अभिनन्दन किया गया, स्वागत भाषण को सम्बोन्धित करते हुए नगर निगम महापौर श्री धमेन्द्र गहलोत ने कहा कि पंडित दीनदयाल जी का जीवन अपने आप में एक विष्वविधालय है, जिससे सभी नागरिकों को प्रेरणा लेनी चाहिए। पंडित दीनदयाल उपाध्याय भारतीय संस्कृति के रक्षक, वि़द्वान राजनीतिज्ञ एवं राष्ट्रीय सौकार्य के यषस्वी नायक थे। जिन्होने भारतीय लोकतंत्र को एक नई दिषा प्रदान की। मूर्ति के बारे में जानकारी देते हुए गहलोत ने बताया कि यह प्रतिमा बहुरंगी एवं धातु से निर्मित है जिसका वजन 1200 किलो है इसकी उंचाई 15 फीट है व अजमेर में सर्वाधिक उंचाई वाली यह पहली महापुरूष की प्रतिमा है। अपने उद्बोधन में इस प्रतिमा स्थापना हेतु नगर निगम के सभी पार्षदगण, अधिकारी, कर्मचारी एवं स्थानीय प्रषासन के सहयोग हेतु आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष श्री अरविन्द यादव ने कहा पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने जब देष में पूंजीवाद व साम्यावाद की अवधारणा का आधिपत्य था, तब उन्होने ’’एकात्म मानववाद’’ को भारतीय लोकतंत्र में स्थापित करने की अवधारणा दी जिसमें अन्तोदय के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति तक की चिंता शासन के माध्यम से की जाती है। उन्होने कहा ऐसे संस्था रूपी महापुरूषों के कार्य आनी वाली पीढ़ियों को जीने की नई राह प्रदान करेंगे। कार्यक्रम को संबोेधित करते हुए अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री षिव शंकर हेड़ा ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक कर्मयोगी मनिषी व भारतीय संस्कृति के संवाहक थे। भारतीय राजनीति में उनका अमूल्य योगदान था।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए षिक्षा मंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने कहा स्वतंत्रता के पश्चात् भारत की राजनीति में पंडित दीनदयाल उपाध्याय का नाम उनके संगठन कौशल, सादगी पूर्ण जीवन एवं आचार-विचार के अद्भुत साम्य के कारण तो स्मरणीय रहेगा ही परन्तु सर्वाधिक स्मरणीय उनके द्वारा भारतीय मूल्यों पर आधारित एकात्म मानववाद के राजनीतिक व आर्थिक दर्षन के लिए रहेगा, क्योंकि उनका मानना था कि कोई भी दर्षन तभी चिरंजीवी हो सकता है जब वह मानवता का समग्रता से विचार करे। उन्होने इस प्रतिमा स्थापना हेतु नगर निगम अजमेर को बधाई एवं धन्यवाद प्रदान किया कि इस प्रेरक स्थान से अजमेर वासियों को सदैव प्रेरणा मिलती रहेगी। देवनानी ने अपने उद्बोधन में इस स्थान को विकसित करने में सहयोग देने के लिए प्रसिद्ध उघोगपति श्री राजीव मालू का आभार व्यक्त किया साथ ही इस प्रतिमा अनावरण हेतु प्रयासरत रहे कार्यक्रम के सयोजक पार्षद श्री जे.के शर्मा को भी बधाई एवं धन्यवाद प्रेषित किया।
कार्यक्रम में श्री देवानानी द्वारा इस प्रतिमा निर्माण के प्रभारी नगर निगम कनिष्ठ अभियंता श्री अंजुम अंसारी एवं मूर्तिकार श्री पवन कुमार भट् का स्वागत किया। कार्यक्रम में पूर्व राज्य श्री श्रीकिषन सोनगरा, पूर्व नगर सुधार न्यास अध्यक्ष श्री धर्मेष जैन, पूर्व सभापति श्री सुरेन्द्र सिंह शेखावत, जयकिषन पारवानी सहित पार्षद श्री दीपेन्द्र लालवानी, श्री प्रकाष मेहरा, श्री महेन्द्र मिŸाल, श्री चंद्रेष सांखला, श्रीमति भारती श्रीवास्तव, श्री दुर्गा प्रसाद शर्मा, श्री धमेन्द्र शर्मा, श्री महेन्द्र जादम, श्री विरेन्द्र वालिया, श्री राजकुमार साहू, श्री अनिल नरवाल, श्री सुखदेव रावत, श्री कुन्दन वैष्णव, श्री अनिष मोयल, श्री धमेन्द्र चैहान, श्री बलराम हरलानी, श्री घीसु गढ़वाल, श्री योगेष शर्मा, श्री राजकुमार ललवानी, श्री सोमरथन आर्य, श्री अमृत नाहरिया, श्री रविन्द्र जसोरिया, श्रीमति श्वेता शर्मा, श्रीमति रषमी शर्मा, श्रीमति विजयलक्ष्मी विजय, श्रीमति सरोज चैधरी, श्रीमति लक्ष्मी यादव, श्री राजेष शर्मा, श्री प्रषांत यादव, श्री मनोज ढ़िडवानिया, अधिवक्ता श्री अषोक अग्रवाल, श्री जे.पी शर्मा, श्री रणजीत व अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन भाजपा जिला महामंत्री एवं पार्षद श्री रमेष सोनी ने किया व अंत में धन्यवाद कार्यक्रम संयोजक पार्षद जे.की शर्मा ने दिया।

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