संस्कृति द स्कूल में दो दिवसीय वार्षिकोत्सव तथा प्रदर्षनी संपन्न

2 नवम्बर 2018 – संस्कृति द स्कूल का दो दिवसीय संास्कृतिक महोत्सव ’अंकुर’ व ’दक्ष’ सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ संपन्न हुआ । संास्कृतिक कार्यक्रम के साथ ही विभिन्न विषयों से संबधित वार्षिक प्रदर्षनी भी संपन्न हुई।
दो दिवसीय सांस्कृतिक प्रस्तुति के दूसरे दिन ’दक्ष’ के अन्तर्गत दिनांक 2 नवम्बर को सीनियर वर्ग का कार्यक्रम जिसे ’आरोहम’ थीम पर तैयार किया गया, प्रस्तुत किया। समारोह पुलिस महानिरीक्षक माननीय श्री बिजू जॉर्ज जॉसफ केे, मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ, कार्यक्रम का प्रारम्भ मंगलाचरण व सरस्वती माँ के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन से हुआ। माँ शारदे की वन्दना ’माँ सरस्वती वर दे’ से कार्यक्रम का आगाज हुआ। हिंदी नाटक ’स्वप्नद्रष्टा चाणक्य’ में, महान अर्थषास्त्री, राजनीतिज्ञ व षिक्षक चाणक्य का देष के विकास के प्रति महान दृष्टिकोण तथा शासन की कुनीतियों के खिलाफ संघर्ष की गाथा को जीवन्तत नाट्य मंचन के साथ दर्षाया गया । वेस्टर्न म्यूजिक के तहत् ’रेवोल्यूषन ऑफ म्यूजिक’ में संगीत की प्राचीन से आधुनिक सुर यात्रा का बहुत ही सुन्दर तरीके से पाष्चात्य वा़द्ययंत्रों के द्वारा प्रस्तुतिकरण किया गया। भारतीय शास्त्रीय संगीत विभाग द्वारा ’षड़ज से निषाद तक’ कार्यक्रम के अन्तर्गत सुर, लय, ताल के आरोह से अवरोह क्रम की संगीतबद्वध यात्रा प्रस्तुत की गई। विद्यार्थियों के सधे सुरों ने सभी का मन मोह लिया।
महान चरित्र हेलन केलर के जीवन पर आधारित अंग्रेजी नाटक ’डस्क टिल डॉन’ में हेलन केलर के द्वारा शारीरिक अपंगता के ऊपर अपने मनोबल से जीत हासिल कर लाखों करोड़ों दिव्यांगों के लिए आषा की किरण बनने का सफर प्रस्तुत किया। नृत्य श्रंखला के अन्तर्गत ’नृत्यांजलि’ कार्यक्रम में ट्राइबल से लेकर क्लासिकल की विधाओं की विभिन्न नयनाभिराम प्रस्तुतियाँ प्रस्तुत की गई। नृत्यांजलि कार्यक्रम के लोकरंग ने ऐसा समां बांधा कि सभी झूमने पर मज़बूर हो गए। भारतीय नृत्य विद्या के साथ-साथ पाष्चात्य संस्कृति का रूप दिखाते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम की अन्तिम प्रस्तुति ’राइज़िग द फ्यूचर’ प्रस्तुत की गई। जिसमें भरपूर ऊर्जा के साथ विद्यार्थियों ने आने वाले विकसित समर्थ, सफल व सषक्त भारत की झांकी प्रस्तुत की। कार्यक्रम की समाप्ति ग्राण्ड फिनाले वन्देमातरम् के साथ हुई, जिसने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया ।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के प्रारम्भ में मुख्य अतिथि श्रीमान बीजू जॉर्ज जॉसफ के द्वारा वर्ष भर शैक्षिक व सहषैक्षिक गतिविधियों में, तथा खेलों में जिला ,राज्य व राष्ट्रीय स्तर तक नाम कमाने वाले तथा विद्यालय का परचम फहराने वाले विद्यार्थियों को ’प्रोत्साहन’ कार्यक्रम में पुरस्कृत कर प्रोत्साहित किया गया। साथ ही वार्षिक स्कूल मैगजीन ’’इरा’’ का विमोचन किया गया इसके साथ ही स्कूल के उदीयमान लेखक 11 वीं कक्षा के रितविक सिंह राठौड़ द्वारा लिखी गई पुस्तक “डस्की डॉन” का विमोचन भी किया गया इस पुस्तक में लेखक रितविक ने भारतीय परिदृष्य मे स्थित समस्याओं पर प्रकाष डाला है । रितविक इससे पूर्व भी ”षी“ नाम से पुस्तक लिख चुके है । मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में कार्यक्रम के साथ-साथ विद्यालय के उद्देष्यों की भी प्रषंसा की। विद्यालय द्वारा विद्यार्थियों के सर्वागीण विकास के लिए कटिबद्ध रहने के प्रयासों की सराहना की एंव विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम की भूरी-भूरी प्रष्ंासा की। ग्रेन्ड फिनाले गीत दिल से जान लगा दे के साथ प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ ।
वार्षिक कार्यक्रम के अर्न्तगत ही विद्यालय के प्रांगण में आयोजित वार्षिक प्रदर्षनी ने सभी को आकर्षित किया। वार्षिक प्रदर्षनी का विषय “आयान“ था। आयान थीम को अहिंसा, आयुर्वेद, योग, आत्मनिर्भरता तथा निरपेक्षता से जोड़ा गया। प्रदर्षनी का उद्देष्य था इन पाँचों क्षेत्रों में भारत की प्राचीन उपलब्धियों का वर्णन करना तथा इससे अवगत कराना कि सेकेड़ांे सालों पहले भारत के द्वारा दिए गए जीवन मूल्यों का वर्तमान में विष्व किस प्रकार अनुसरण कर रहा है। विष्वगुरू भारत की इन महान देनों को विभिन्न विषयों जैसे विज्ञान, गणित, खेल, योग, कॉमर्स तथा कला संकाय के विद्यार्थियों ने मॉडल, प्रजेन्टेषन, प्रस्तुतिकरण द्वारा सजीव कर दिया। विद्यार्थियों के द्वारा थीम को बेहद आकर्षक व सजीव रूप में प्रस्तुत किया गया। प्रदर्षनी का अवलोकन करने वाले अतिथि, अभिभावकगण तथा आमजन ने इसे काफी सराहा।
विद्यालय प्राचार्य ले. कर्नल. ए. क.े त्यागी ने विद्यालय की वार्षिक परियोजना तथा उपलब्धियों का विवरण प्रस्तुत किया। साथ ही विद्यालय की भावी योजनाओं का प्रारूप बताते हुए विद्यार्थियों के चहुँमुखी विकास का विष्वास जताया।
विद्यालय के हेडबॉय प्रणव माथुर ने सभी का कार्यक्रम में षिरकत करने के लिए धन्यवाद ज्ञापन किया गया।

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