अपनी मातृभाषा का स्वाभिमान अपने मन में संजोये रखें -षर्मा

भारतीय सिन्धु सभा की बैठक सम्पन्न
अजमेर -24 नवम्बर- अपनी मातृभाषा पर हमें गर्व महसूस होना चाहिये व संस्कृति का ज्ञान युवा पीढी को कराना चाहिये ऐसा मार्गदर्षन भारतीय सिन्धु सभा महानगर अजमेर की ओर से हासी ब्ाई धर्मषाला में आयोजित बैठक में मार्गदर्षक कैलाष चन्द जी व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवलराय बच्चाणी ने प्रकट किये। उन्होनें कहा कि हर एक कार्यक्रम से कार्यकर्ता का विकास होना चाहिये और हमारा आपस में निकट सम्पर्क व नियमित समय देकर सभी वर्गों को संगठन से जुडाव हो व हमारी सदस्यता पारिवारिक करनी होगी।

प्रदेष महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहा कि राष्ट्रीय सिन्धी भाषा परिषद् की ओर से भारतीय सिन्धु सभा के सहयोग से आगामी 29 व 30 दिसम्बर को राज्य स्तरीय समारोह उदयपुर में आयोजित किया जायेगा। जिसमें लिटरेरी राइटिंग ऑन सन्त कवंरराम विषय पर अलग अलग सत्रों में उनकी भक्ति व जीवन की प्रेरणादायी गाथाओं पर वक्ताओं द्वारा जानकारी दी जायेगी जिसके प्रभारी परिषद के सदस्य मोहनलाल वाधवाणी होगें। अध्यक्षता मोहन तुलस्यिाणी ने करते हुये ईकाईयों को सक्रिय कर महिला व युवा प्रतिनिधियों को सम्मिलित किया जायेगा। भारतीय साहित्य परिषद के जयपुर विभाग प्रभारी योगेष जी मिश्र ने मातृभाषा पर अपनी रचित कविता प्रस्तुत की।
महानगर मंत्री महेष टेकचंदाणी ने बताया कि समारोह में राजस्थान सिन्धी अकादमी सदस्य भरत गोकलाणी ने गीत प्रस्तुत किया गया। संगठन मंत्री मोहन कोटवाणी ने की गई गतिविधियों पर विचार प्रकट किये। स्वागत भाषण प्रदेष मंत्री युवा मनीष ग्वालाणी व आभार उपाध्यक्ष भगवान पुरसवाणी ने प्रकट किया। बैठक की षुरूआत ईष्टदेव झूलेलाल, भारत माता, सिन्ध व महाराजा दाहरसेन के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन से किया गया। समापन सामूहिक राष्ट्रगान से किया गया।
बैठक में सभा के सभांग प्रभारी नरेन्द्र बसराणी, सिन्धी षिक्षा समिति अध्यक्ष भगवान कलवाणी, सिन्धु समिति उपाध्यक्ष अजीत पमनाणी, पूर्व पार्षद खेमचन्द नारवाणी, कमलेष षर्मा, तुलसी सोनी, नरेन्द्र सोनी गुल छताणी, जयकिषन हिरवाणी, श्रीमति रूकमणी वतवाणी, भारती बच्चाणी, भगवान साधवाणी,अषोक चिबराणी सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।

(महेष टेकचंदाणी) मो.9413691477

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