भगवान श्री राम एवं रावण किसी की निजी धरोहर नहीं

नरेष सत्यावना
योगी जी बोल रहे है देष को रावण को नहीं राम भक्तों के हवाले करना होगा। योगी जी से पूछो श्री राम भक्त कौन है क्या यह मालूम है उन्हें?
योगियों का काम आश्रम व मन्दिरों में सेवा करने का है लेकिन श्री राम को पूजने व सम्मान देने का काम हम जनता जैसे भक्तों व योगियों का है।
अब योगी जी आप कैसे कह सकते है कि इन भक्तों के अन्दर पूजा करने वालो में राम भक्त कौन है और रावण कौन है।
हम कह रहे है सब राम भक्त है, अब आप इन भक्तों में रावण कौन है और राम कौन है कैसे कह सकते है क्येांकि किसी भक्त के चहरे पर यह नहीं लिखा है कि वह भक्त कांग्रेसी है या भाजपा का है सब श्री राम भक्त है।
कांग्रेस पार्टी पर ऐसा लाझंन लगाने से पहले योगी जी यह सोच ले राजनीतिज्ञ एसी.सी.,एस.टी. एवं अन्य जाति को कांग्रेसी मानते हैं। योगी जी जब एस.सी. एस.टी. व अन्य जातियों की शादियों में बारात निकाली जाती है तो सबसे आगे राम दरबार की तस्वीर एवं षिव परिवार की व बाबा भीमराव अम्बेडकर जी की तस्वीर को आगे लेकर चलने की परम्परा है तो फिर भगवान श्री राम आप जैसे झूठे राजनितिज्ञो के कहॉं से हुए?
योगी जी आपके घर में राम दरबार की तस्वीर है या नहीं हमें तो नहीं पता लेकिन हमारे पूरखो (पूर्वजो) के पास कम से कम 100 साल से ज्यादा पुरानी राम दरबार की तस्वीरे जरूर है जिसे हम आज भी पूजते है।
योगी जी अब आप यह बताये कांग्रेसी रामभक्त हुए या आप जैसे झूठे राम भक्त हुए या रावण?
योगी जी कह तो हम बहुत कुछ सकते है लेकिन मर्यादा भी राम भक्तों में ही होती है इसलिए कहना नहीं चाहते क्योकि हम कांग्रेसी है। (जय श्री राम, जय भीम)
योगी जी यह पूरा हिन्दुस्तान सम्प्रबुत्ता का देष है। कृपया करके बांटने की कोषिष ना करे। (जय श्री राम, जय भीम)
देश को बंाटने के साथ साथ में अब यह भगवान को भी बांटने लग गये है। साथ ही बंटवारे की राजनीति कर रहे है।

(नरेष सत्यावना)
महासचिव
शहर जिला कांग्रेस कमेटी
(नाहर सिंह तेनगुरिया)
सदस्य
कांग्रेस कमेटी, अजमेर
(दर्षन कुमार लहरी)
अधिवक्ता
सेंषन कोर्ट

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