डॉ शर्मा बने काबीना मंत्री, कार्यकर्ता व समर्थकों सहित क्षेत्रवासी जश्न में डूबे

*केकड़ी क्षेत्र के चहुमुंखी विकास की उम्मीद को लगे पंख, क्षेत्र में चहुमुंखी विकास के नये आयाम स्थापित होंगे !*

केकड़ी विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए खुशी की बात है कि केकड़ी क्षेत्र से दूसरी बार विधायक बने कांग्रेस के दिग्गज नेता डॉ रघु शर्मा को राज्य के मंत्री मंडल में काबीना मंत्री बनाया गया है। उन्हें मंत्री बनाये जाने से क्षेत्रवासियों की उम्मीदों को पंख लग गए हैं। लोगों को उम्मीद है कि अब पहले से भी अधिक क्षेत्र का चहुमुंखी विकास हो सकेगा। आज जब उन्हें राज्य की कांग्रेस सरकार में काबीना मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई तो कांग्रेस कार्यकर्ता, समर्थक व क्षेत्रवासी खुशी से झूम उठे यह क्षेत्र से दूसरी बार मौका है जब डॉ शर्मा को केकड़ी विधानसभा क्षेत्र से काबीना मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। इससे पहले 54 वर्ष पूर्व क्षेत्र से विधायक हरिभाऊ उपाध्याय काबीना मंत्री बनाये गए थे। डॉ शर्मा ने मंत्री मंडल में काबीना मंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद जयपुर बाइस गोदाम पर स्थित एक फार्म हाउस पर क्षेत्र के कार्यकर्ताओं, समर्थकों द्वारा बधाई देने पर उनका आभार व्यक्त किया। इस मौके पर डॉ रघु शर्मा ने कहा कि वे अब पहले से अधिक ऊर्जा, उत्साह व पूर्ण जिम्मेदारी से काम करते हुए क्षेत्र के चहुमुंखी विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे साथ ही राज्य के विकास में पूरी निष्ठा के साथ अपनी भागीदारी निभाएंगे। सूत्रों के अनुसार उन्हें चिकित्सा एंव स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग या स्वायत्त शासन विभाग की जिम्मेदारी दी जा सकती है। गौरतलब है कि डॉ रघु शर्मा सावर निवासी एक साधारण शिक्षक स्व.शिव स्वरूप शर्मा के सुपुत्र हैं। स्व.शिव स्वरूप शर्मा शिक्षा विभाग में अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी भी रहे। डॉ शर्मा की धर्मपत्नी वीरा शर्मा बैंक अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं वहीं डॉ शर्मा के एक सुपुत्र सागर शर्मा व एक पुत्री स्वाति शर्मा हैं। डॉ शर्मा ने वर्ष 1982-83 में राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर से बी.एस.सी व एल.एल.बी की शिक्षा ग्रहण की। डॉ शर्मा को स्कूल टाइम से ही राजनीति का बड़ा शौक रहा। वे सर्वप्रथम 1974-75 में यहां सावर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में छात्र संसद में प्रधानमंत्री पद पर चुने गए। वहीं 1978-79 में जयपुर स्थित महाराजा कॉलेज के अध्यक्ष चुने गए। इसी प्रकार 1980-81 में वे राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्र सीनेटर चुने गए तथा 1981 से 1987 तक राजस्थान विश्वविद्यालय के अध्यक्ष पद पर रहे। उन्होंने पहली बार 1983 में राजनैतिक दल कांग्रेस में युवक कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री पद पर रहते हुए अपना राजनीतिक सफर शुरु किया वे 1985 तक महामंत्री पद पर रहे। वहीं 1985 से 1988 तक युवक कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे तथा 1988 से 1995 तक वे युवक कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष पड़ पर रहे। पार्टी ने उनकी सेवाओं से प्रभावित होकर उन्हें सर्वप्रथम 1990 में भिनाय विधानसभा चुनाव से अपना प्रत्याशी बनाया तथा 1993 में उन्हें दुबारा भिनाय विधानसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया लेकिन वे दोनों बार विपक्षी दल से प्रत्याशी प्रो सांवर लाल जाट के हाथ पराजित हुए। इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें फिर से संगठन में काम करने की जिम्मेदारी सौंपी। वे 1996 से 1998 तक राजस्थान कांग्रेस कमेटी में सह सचिव पद पर रहे। उन्हें 1999 में जयपुर लोकसभा चुनाव लड़ने का अवसर मिला लेकिन इस बार भी उन्हें सफलता नहीं मिली। बाद में वे 1998 से 2002 तक पार्टी के प्रदेश महामंत्री व प्रवक्ता रहे तथा 2002 से 2005 तक कांग्रेस मीडिया प्रकोष्ठ के अध्यक्ष नियुक्त किए गए। वहीं 2005 में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष बनाये गए जो लगातार इस पद पर बने रहकर वर्तमान में भी इस पद पर काबिज हैं। सन 2008 में उन्होंने केकड़ी सीट सामान्य जाति के लिए आरक्षित होने पर इस सीट से चुनाव लड़कर एक बार फिर से अपनी किस्मत आजमाई और आखिर उन्हें सफलता मिल ही गई। उन्हें केकड़ी विधानसभा क्षेत्र से विधायक बनने का अवसर मिला। उन्हें अशोक गहलोत सरकार में राजस्थान विधानसभा का सरकारी मुख्य सचेतक बनाकर राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया। इस दौरान उन्होंने अपनी बेहतरीन कार्यशैली का प्रदर्शन करते हुए क्षेत्र में चहुमुंखी विकास के कई आयाम स्थापित किये। उन्होंने अपने इस विधायक कार्यकाल में करीब ढ़ाई हजार करोड़ रुपये की ऐतिहासिक विकास कार्य कराए। लेकिन 2013 में वे मोदी लहर के चलते पुनः विधायक नहीं बन सके। उन्हें फिर एक बार 2018 में अजमेर लोकसभा क्षेत्र से उपचुनाव लड़ा और वे शानदार मतों से सांसद चुने गए। पार्टी ने उनकी कार्यशैली से प्रभावित होकर विधानसभा चुनाव के दौरान राजस्थान विधानसभा चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया गया। वहीं कार्यकर्ताओं की मांग पर उन्हें हाल ही में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव में केकड़ी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया और वे पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरे उन्होंने 19134 मतों से विजय हासिल की। उनके राजनीतिक क्षेत्र में बढ़ते कद व प्रभाव को देखकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी सरकार में काबीना मंत्री बनाया है। डॉ शर्मा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के काफी नजदीक माने जाते हैं वहीं सचिन पायलट भी डॉ शर्मा के काम करने की स्टाईल के कायल हैं। डॉ शर्मा के दोनों नेताओं से मधुर सम्बन्ध हैं वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी उनके कार्य से प्रभावित है वे भी उनकी गिनती राजस्थान कांग्रेस के टॉप टेन नेताओं में ही मानते हैं इस वजह से वे उसी प्रकार उनका सम्मान करते हैं। डॉ शर्मा की एक खूबी यह भी है कि वे किसी भी काम को करने से पहले उस पर होमवर्क जरूर कर लेते हैं। उनका मैनेजमेंट परफेक्ट होता है, उनमें बेहतरीन तरीके से नेतृत्व करने की व शासन को सही तरीके से चलाने की क्षमता है। वे बोल्ड होने के साथ साथ एक कुशल व परिपक्व राजनीतिज्ञ भी हैं। उनके लम्बे राजनैतिक अनुभव व कुशल राजनीतिज्ञ होने की वजह से ही वे इस मुकाम पर पहुंचे हैं। उनके काबीना मंत्री बन जाने पर क्षेत्रवासियों की उम्मीदों को पंख लग गए हैं, लोगों को उम्मीद ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि क्षेत्र में इस बार पहले से भी अधिक विकास हो सकेगा। उम्मीद है कि अब केकड़ी जिला बन सकेगा वहीं अजमेर से टोंक वाया केकड़ी रेल योजना अब शुरू हो जाएगी। साथ ही क्षेत्र में विकास के नये आयाम स्थापित होंगे। कुल मिलाकर लोगों को डॉ शर्मा से ढ़ेर सारी उम्मीदें है, लोगों को उम्मीद ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि डॉ शर्मा जनता की कसौटी पर जरूर खरा उतरेंगे !

तिलक माथुर
केकड़ी_अजमेर
*9251022331*

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