बर्ड फेयर 2019 की हुई शुरुआत

जिला प्रशासन, नगर निगम और राजस्थान पत्रिका के सहयोग से हो रहा है आयोजन
अजमेर, 11 जनवरी। अजमेर. अरावली की पहाडियों के बीच बसे अजमेर में पक्षियों का कलरव और उनकी अठखेलियां देखने शहरवासियों का हुजूम उमड़ पड़ा। तृतीय बर्ड फेयर 2019 की शनिवार को शानदार शुरूआत हुई। पक्षियों की अद्भुत दुनिया को देखकर हर कोई उत्साहित नजर आया। आनासागर झील स्थित पेड़ों की ठूंठ पर बैठे, पानी में तैरते, टहनियों-झाडियों के बीच छुपकर बैठे और खुले आसमान में उड़ते पक्षियों की फोटो देखकर शहरवासी हैरान रह गए। हजारों मील दूर से आए पक्षियों की प्रजातियों और सुंदरता ने सबको प्रभावित किया।
जिला प्रशासन, नगर निगम और राजस्थान पत्रिका के सहयोग से बारह दरी पर शुरू हुए बर्ड फेयर के आयोजन को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर विश्व मोहन शर्मा ने कहा कि पक्षी ना केवल हमारे मेहमान बल्कि शहर की शान हैं। सामान्यतः हम पर्यटन, पक्षियों और वन्य जीवों को देखने सुदूर प्रांतों मे जाते हैं। लेकिन कुदरत ने हमारे शहर को खूबसूरत नजारे और पक्षियों को देखने का सौभाग्य दिया है। बर्ड फेयर ने परिन्दों की अद्भुत दुनिया के माध्यम से शहर को जागरुक किया है। हमें जैव विविधता, पक्षियों, वन्य जीवों के संरक्षण की बागडोर संभालनी चाहिए। आमजन के सहयोग से अजमेर स्वच्छ, सुंदर और स्मार्ट सिटी बन सकता है।

विकसित होगा नया पर्यटन क्षेत्र
पुलिस महानिरीक्षक संजीब कुमार नार्जरी ने कहा कि अजमेर वास्तव में खूबसूरत शहर है। यहां के मनोरम नजारे किसी वैश्विक पर्यटक स्थल के समान हैं। यह राजस्थान में नए पर्यटन क्षेत्र को विकसित करने में सहायक है। शहर में झील और पानी नहीं होता तो शायद ये पक्षी यहां कभी नहीं आते। शहर में पक्षियों का संरक्षण करना है तो आनासागर झील को स्वच्छ बनाने में सहयोग देना होगा। इससे जल में विचरण करने वाली प्रजातियां बढ़ेंगी तो इसका आकर्षण और भी अप्रतिम होगा।

प्रवासी पक्षियों को लुभा रही झील
श्री महेंद्र सिंह रलावता ने कहा कि अजमेर ऎतिहासिक, धार्मिक और सुंदर शहरों में शामिल है। यहां का मौसम सदियों पूर्व मुगल बादशाहों, अंग्रेजों को बहुत पसंद आता था। अरावली की हरियाली और आनासागर
झील का सौंदर्य अप्रतिम रहा है। हमें देशी और प्रवासी पक्षियों के लिए उसी कुदरती वातावरण को पुनः विकसित करने पर जोर देना चाहिए। बर्ड फेयर का यह प्रयास अजमेर को प्रसिद्ध बनाने में मील का पत्थर साबित होगा।

वेटलैंड का हो विकास
बर्ड कंजर्वेशन सोसायटी के अध्यक्ष महेंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि आनासागर झील में वैटलेंड विकसित करने की जरूरत है। यहां पुष्कर रोड विश्राम स्थली पर मिट्टी डालकर परिन्दों का आवास बनाया जा सकता है।
बर्ड फेयर से लोगों में बर्ड वॉचिंग के प्रति रुचि बढ़ी है। आनासागर झील प्रवासी परिन्दों के लिए विख्यात है। युवाओं को झील और पक्षियों पर नवीन शोध करना चाहिए।

झील और पक्षी अजमेर की शान
राजस्थान पत्रिका के संपादकीय प्रभारी श्री उपेंद्र शर्मा ने कहा कि झील और परिन्दे अजमेर की शान हैं। वास्तव में यह एक दूसरे पूरक हैं। आनासागर में करीब 52-53 प्रजातियों के पक्षी आए हैं। बीते कुछ वषोर्ं में स्थितियां काफी बदल गई हैं। भविष्य में पक्षियों का संरक्षण नहीं किया तो हमें एक दिन इन्हें ढूंढने के लिए जाना पड़ेगा। पक्षियों और झील संरक्षण में सबको सहयोग करने की जरूरत है। बर्ड फेयर के माध्यम से अब आमजन, स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थी पक्षियों के प्रजातियों के बारे में जानने लगे हैं। बर्ड फेयर के संयोजक नगर निगम उपायुक्त करतार सिंह ने कहा कि कि बर्ड वॉचिंग के शौकीन शहरवासियों के लिए यह बेहतरीन अवसर है।

विशेषज्ञों ने दी जानकारी
बर्ड फेयर के दौरान पक्षीविद् और विशेषज्ञों ने खूबसूरत पक्षियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कॉर्मोरेंट्र, ग्रे हेरोन, पेलिकन्स, मैलार्ड, कॉमन टील, रफ, किंगफिशर, स्पून बिल, स्पॉट बिल्ड डक, नॉर्दन शॅावलर और अन्य प्रजातियों के देशी व प्रवासी पक्षियों के बारे में बताया। साथ ही आहार-विहार, प्रकृति, इनके विभिन्न वातावरण में रहने से जुड़ी जानकारियां दी। ये विशेषज्ञ रविवार और सोमवार को भी आमजन, विद्यार्थियों और पर्यटकों के लिए उपलब्ध रहेंगे।

देखी पक्षियों की अद्भुत दुनिया
बर्ड फेयर के दौरान विद्यार्थियों और लोगों ने दूरबीन से पक्षियों की अद्भुत दुनिया देखी। लोग 13 और 14 जनवरी को स्वयं भी दूरबीन लाकर पक्षियों की गतिविधियों को आसानी से काफी देर तक देख सकेंगे। इससे उन्हें पक्षियों के बारे में जानने और उन्हें समझने में सरलता होगी। तीन दिवसीय पक्षियों के मेले में वन विभाग, नागरिक सुरक्षा विभाग, पुलिस, सेवाएं देने में जुटे हैं।

यह रहे मौजूद
पूर्व विधायक ललित भाटी, महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय के पर्यावरण विभागाध्यक्ष प्रो. प्रवीण माथुर, उप मुख्य वन संरक्षक अजय चित्तौड़ा, विजय जैन, श्रीमती सबा खान, राजेश टंडन, सुनील लारा, विवेक पाराशर, राजेंद्र गांधी और अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

कैनवास पर निखर उठी रंगों की खूबसूरती बारादरी पर हुई पेंटिंग प्रतियोगिता
अजमेर. पौष की हल्की ठंडक और चमकदार धूप के बीच परिन्दों की अद्भुत दुनिया देखने शनिवार को शहरवासी उमड़े। आनासागर झील में आए प्रवासी परिन्दों को आसमान में उड़ते और पानी में तैरते देख लोग रोमांचित हो उठे। एक तरह चितेरों ने पक्षियों और प्राकृतिक नजारों की खूबसूरती को कैनवास पर उकेरा। वहीं पक्षी प्रेमी इनके बारे में जानने और समझते दिखाई दिए। ये नजारे शनिवार शुरू हुए बर्ड फेयर-2019 के दौरान नजर आए।

कैनवास पर निखर उठे रंग
तीन दिवसीय बर्ड फेयर के मौके पर विभिन्न स्कूल के बच्चों ने ड्राइंग पेंटिंग प्रतियोगिता में बढ़-चढकर भागीदारी निभाई। बच्चों ने अंतर्मन में तैरते विचारों को रंगों के माध्यम से कैनवास पर उकेरा। उन्होंने आनासागर झील, अरावली पर्वतमाला, आसमान में उड़ते प्रवासी और देशी परिन्दों से जुड़ी पेंटिंग बनाई। प्रतियोगिता में स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल, शिवम स्कूल, सम्राट पब्लिक स्कूल, नसिर्ंग कॉलेज सहित अन्य संस्थाओं के छात्र-छात्राएं शामिल हुए। प्रतियोगिता के विजेताओं को 14 जनवरी को पुरस्कृत किया जाएगा।

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