अजमेर डेयरी गुणवत्ता के मामले में दूनिया के प्रमुख देशों में

अजमेर, 16 फरवरी। अजमेर डेयरी के अध्यक्ष श्री रामचन्द्र चौधरी ने कहा कि अजमेर डेयरी के दूध उत्पाद की गुणवत्ता आज दूनिया के प्रमुख देशों के दुग्ध उत्पादों के समकक्ष हो गई है।

डेयरी अध्यक्ष ने बताया कि भारत सरकार द्वारा 12.95 करोड़ रूपए की योजना 100 प्रतिशत अनुदान पर अजमेर डेयरी में स्वीकृत की गई है। एनपीडी योजनान्तर्गत वर्ष 2017-18 में 200 एएमसरयू (ऑटोमेटिक मिल्क कलेक्शन यूनिट) वितरण की गई। जिस पर प्रति मशीन 1,25,000 रूपए का अनुदन दिया गया। जिसकी कुल लागत 2.50 करोड़ रूपए होती है एवं उक्त योजना में 100 मिलावट परीक्षण की इंडीफोस कम्पनी द्वारा निर्मित मिल्को स्क्रीन मशीन प्रति मशीन 3 लाख रूपए अनुदान के हिसाब से कुल राशि तीन करोड़ रूपए की मशीने दुग्ध समितियों को वितरित कर दी गई है।

वर्ष 2018-19 में 121 दुग्ध समितियों पर एएमसीयू प्रति मशीन 1,25,000 रूपए अनुदान के हिसाब से कुल 1.50 करोड़ रूपए का अनुदान दिया गया तथा 165 मिल्को स्क्रीन प्रति मशीन अनुदान 3 लाख के हिसाब से कुल 4.95 करोड़ की दुग्ध समितियों पर वितरित कर दी गई। उक्त मिल्को स्क्रीन मशीनों में से 90 मशीने माह सितम्बर ,2018 में वितरित किए जा चुके है, शेष रही 75 मशीने आज दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति के सचिव को प्रशिक्षण उपरान्त वितरित किए जाएंगे।

उन्होने बताया कि योजना में 98 लाख रूपए की बचत होने से 26 दुग्ध समितियों पर एएमसीयू तथा 22 दुग्ध समितियों पर मिल्को स्क्रीन मशीने दिए जाने की स्वीकृति आरसीडीएफ जयपुर द्वारा 15 फरवरी को टीएमसी बैठक में स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके पश्चात जिले कि सभी दुग्ध समितियां कम्पयूटराईज्ड हो जाएगी तथा जिले की सभी बीएमसी दुग्ध समितियों पर दुग्ध परीक्षण मशीन उपलब्ध हो जाएगी। यह राजस्थान में एक नया कीर्तिमान स्थापित होगा। उन्होने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का भी आभार व्यक्त किया कि उन्होंने दूध उत्पादकों को 2 रूपए संबल योजना में प्रारम्भ किए है।

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