काश्तकारों के सिर से उतरा कर्जे का बोझ

अजमेर, 16 फरवरी। राजस्थान कृषक ऋण माफी योजना के अन्तर्गत शनिवार को केकड़ी क्षेत्र के 482 किसानों के लगभग 3 करोड़ 90 लाख 57 हजार रूपए़ के ऋण माफ कर उन्हें समारोह में ऋण माफी प्रमाण पत्र वितरित किए।
केकड़ी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम खिरियां और मेहरूकला में कृषक ऋण माफी योजना के तहत आयोजित ऋण माफी शिविर आयोजित हुए। खिरियां ग्राम पंचायत के शिविर में 440 कृषकों के 1 करोड़ 26 लाख 88 हजार की राशि के ऋण माफ हुए। इसी तरह मेहरूकलां के शिविर में 442 कृषकों के 2 करोड़ 63 लाख 64 हजार एक सौ पन्द्रह रूपए की राशि के ऋण माफ हुए।
समारोह के मुख्य अतिथि श्री सागर शर्मा ने कहा कि सरकार ने काश्तकारों के सिर से कर्ज का बोझ उतारा है। वर्तमान सरकार इसी प्रकार आगे भी लोक कल्याणकारी कार्य करेगी। यह आशा है कि सरकार भविष्य में भी इसी दिशा में कार्य करती रहेगी। काश्तकारों के सर से कर्जा उतरने से वे चिन्तामुक्त होकर कृषि कार्य कर सकेगे।
उन्होंने कहा कि किसानों का कर्जा माफ होने से कृषकों को आर्थिक स्वावलम्बन प्राप्त होगा। काश्तकारों के जीवन स्तर में सुधार होने से देश का जीवन स्तर सुधरेगा। कृषकों की देश को विकसित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इनके विकास में ही देश का विकास निहित है। किसानों के चिन्तामुक्त होने से वे अपने परिवार पर अधिक ध्यान दे पाएंगे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने काश्तकारों के ऋण माफ किए है। सरकार गरीब हितैषी तथा जनकल्याणकारी मार्ग पर अग्रसर हैं। सरकार द्वारा बड़े स्तर पर जन कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। इनका अधिकतम लाभ प्रत्येक व्यक्ति को उठाना चाहिए। ग्राम सेवा सहकारी समिति की सदस्यता से वंचित व्यक्ति को तुरन्त सदस्य बनना चाहिए। इसके लिए व्यक्ति अपनी भूमि के दस्तावेजों के साथ समिति में आवेदन कर सकता है।
उन्होंने कहा कि सरकार जनता के सर्वागीण विकास के लिए दृढ़संकल्पित है। पेंशन राशि में बढ़ोतरी करके सरकार ने अपना जन कल्याणकारी मिशन सबके सामने रखा है। केकड़ी क्षेत्र के विकास के लिए समस्त स्तरों पर सरकार के विभिन्न घटक लगे हुए है। किन्ही कारणों से रूकी हुई पेंशन को पुनः आरम्भ कराने के लिए स्थानीय ग्राम पंचायत में सम्पर्क करना चाहिए।

इस अवसर पर सरवाड़ उपखण्ड अधिकारी श्री के.राम यादव, स्थानीय जनप्रतिनिधि, खिरियां सरपंच, केन्द्रीय सहकारी बैंक के पदाधिकारी, सहकारी समिति के व्यवस्थापक, अध्यक्ष, सदस्य सहित ग्रामीण एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

श्रीमती मधुलता को मिला सर्वेश्रेष्ठ डेयरी महिला पुरस्कार
अजमेर, 16 फरवरी। भारतीय डेयरी सेक्टर के संवर्धन और विकास के लिए श्रीमती मधुलता वैष्णव को वर्ष 2018 के वर्ष की सर्वश्रेष्ठ डेयरी महिला पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए इंडियन डेरी एसोसिएशन (उत्तरी क्षेत्र) द्वारा चुना गया है। यह पुरस्कार भारतीय डेयरी सेक्टर के संवर्धन और विकास में एक महिला डेरी किसान के रूप में उनके उत्कृष्ट योगदान की सराहना करते हुए प्रदान किया जा रहा है।
शनिवार को श्रीमती मधुलता को यह सम्मान स्वरूप स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र एवं 20 हजार रूपए की चैक राशि अजमेर डेयरी के अध्यक्ष श्री रामचन्द्र चौधरी एवं प्रबंध संचालक श्री गुलाब भाटिया ने प्रदान किया।
राजस्थान के जिला अजमेर के केलू ग्राम की श्रीमती मधुलता अजमेर जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड से संबद्ध है और वर्ष में 16725 लीटर दूध का योगदान देती है जिसका 450000 रूपए का भुगतान प्राप्त किया है। कर्मठ महिला के रूप में उन्होंने अपने परिश्रम व सूझबूझ से इस संघ में सर्वश्रेष्ठ दुग्ध उत्पादक का सम्मानजनक स्थान अर्जित किया है।
श्रीमती मधुलता ने मात्र 2 दुधारू पशुओं से वर्ष 2011 में डेयरी फॉर्म की शुरूआत की थी। आज 20 दुधारू पशुओं के साथ उनका डेरी फॉर्म सम्पूर्ण जिले में एक उन्नत व आदर्श फॉर्म के रूप में संचालित है। इनके द्वारा नई तकनीकी का उपयोग करते हुए पशुओं को रहने का उचित वातावरण व नस्ल सुधार से प्रति पशु दूध वृद्धि के प्रयास किए गए है। पशुओं को संतुलित पशु आहार व मिनरल मिक्सचर का उचित मात्रा में आहार के रूप में दिया जाना तथा समय -समय पर पशुओं को विभिन्न बीमारियों कीरोकथाम के लिए टीकाकरण नियमित रूप से कराया जाता है। इसके साथ ही इनके द्वारा स्वच्छ दूध उत्पादन हेतु सभी बिन्दुओं को ध्यान में रखते हुए दूध को समय पर बीएमसी समिति पर पहुंचा कर दूध की गुणवत्ता में सुधार हेतु अन्य पशुपालकों को भी प्रेरित करती है।
श्रीमती मधुलता को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार विशिष्ट रूप से अजमेर जिले तथा भारतीय उद्योग के विकास में उनकी असाधारण और अनुकरणीय भूमिका के लिए सम्मानित किया गया।

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