सतगुरु माता सुदीक्षा जी को ऑस्ट्रेलिया की नागरिकता का सम्मान मिला

केकड़ी::- 18 मार्च।निरंकारी मिशन की सतगुरु माता सुदीक्षा जी को आस्ट्रेलिया की नागरिकता का सम्मान मिलने पर निरंकारी जगत में खुशी की लहर दौड़ गई है। संत निरंकारी मिशन पिछले 90 वर्षों से पूरे विश्व में परमात्मा के ज्ञान,भक्ति,मानवता,प्यार ,विनम्रता,सहनशीलता,सेवा ,सत्संग,सुमिरन और परोपकार का संदेश देता आ रहा है।
मीडिया सहायक राम चन्द टहलानी के अनुसार केकड़ी ब्रांच मुखी अशोक रंगवानी ने बताया कि आस्ट्रेलिया के ब्लेक टाउन सिटी में एक अंतरराष्ट्रीय युवा आध्यात्मिक सम्मेलन आयोजित करवाया गया। जिसमें हजारों की संख्या में नौजवान भाई-बहनों नें हिस्सा लिया और जीवन जीने की कला सतगुरु माता सुदीक्षा से सीख।
निरंकारी मिशन का यह ऐसा पहला युवा सम्मेलन था जिसमें युवाओं को प्रभु के ज्ञान के बारे में,मानवीय गुणों के बारे में और जीवन जीने की सच्ची कला के बारे में सद्गुरु से आशीर्वादें प्राप्त हुई।इस सम्मेलन की कामयाबी को देखकर वहां के मेयर स्टीफन बाली ने सतगुरु माता जी के विचारों और मिशन की विचारधारा से प्रभावित होकर सद्गुरु माता सुदीक्षा जी को ऑनरेरी नागरिकता का प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।इस दौरान मेयर बाली ने कहा कि सद्गुरू माता हम सभी के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत हैं क्योंकि इन्होनें आज के युवाओं को संतुलित जीवन शैली अपनाने की दिशा में मार्गदर्शन दिया है।
इंसान को इंसानी जीवन की महत्ता और जीवन जीने की कला युगों- युगों से संतों- महापुरुषों ने सिखा कर समाज को एक सुखमय वातावरण देने का प्रयास किया है,ताकि दुनियां में रहने वाला हर कोई इंसान अपने आप को महफूज रख कर सुख के वातावरण में जीवन की यात्रा को तय कर पाए।
यही संदेश आज के युग में निरंकारी मिशन के छठे सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज दुनिया भर में दे रहीं हैं ताकि इंसान को जीवन जीने के लिए निरंतर एक सही दिशा मिलती रहे और इंसान का लोक और परलोक दोनों संवर जाए।
इसी संबंध में निरंकारी मिशन द्वारा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समागम निरंतर करवाए जा रहे हैं, ताकि सोए हुए इंसान को जगाकर इंसानी जीवन में स्वांसों की कीमत का एहसास करवाया जा सके।
आज का नौजवान अपने जीवन के मूल उद्देश्य से भटका हुआ है इसलिए युवा पीढ़ी को सही दिशा देने के लिए आध्यात्मिक युवा सम्मेलन करवाए जा रहे हैं।

error: Content is protected !!