अजमेर, 22 अप्रेल। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने बाल विवाह रोकथाम अभियान के तहत माह अप्रेल 2019 से जून 2019 एवं नवम्बर से दिसम्बर 2019 तक पूरे पांच माह सघन विधिक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। अजमेर जिले में भी बाल विवाह पर रोकथाम के लिए विशेष निगरानी रखी जाएगी।
जिला मजिस्ट्रेट श्री विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि कलेक्ट्रेट, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, उपखण्ड अधिकारी एवं तहसील कार्यालयों में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा। जो 24 घण्टे कार्यशील रहेंगे। कलेक्ट्रेट अजमेर के लिए अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट शहर, अजमेर नियंत्रण कक्ष के प्रभारी, उपखण्ड मुख्यालय पर संबंधित उपखण्ड अधिकारी (बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी) एवं तहसील मुख्यालय पर संबंधित तहसीलदार (बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी) नियंत्रण कक्ष के प्रभारी होंगे।
उन्होने बताया कि जिले में गठित विभिन्न स्वयं सहायता समूह, किशोरी समूह, महिला समूह, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, साथिन, सहयोगिनी बाल विवाह के विरूद्ध वातावरण निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। ऎसे व्यक्ति व समुदाय जो विवाह सम्पन्न कराने में सहयोगी होते है यथा – पण्डित, पण्डाल व टेंट लगाने वाले, हलवाई, ट्रांसपोटर्स, प्रिन्टर्स, बैण्ड-बाजा इत्यादि पर बाल विवाह में सहयोग ना करने के लिए प्रेरित करने के साथ ही इस संबंध में कानूनी प्रावधानों की भी जानकारी दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि गांव मौहल्लों के उन परिवारों में जहां बाल विवाह होने की आशंका हो, वहां समन्वित रूप से समझाईश की जाएगी। बाल विवाहों की रोकथाम हेतु विभिन्न विभाग यथा- महिला एवं बाल विकास विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायत समिति के ग्राम स्तरीय कार्मिकों को प्रभावी कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया गया है। साथ ही पटवारी, ग्राम सेवक, अध्यापक/ अध्यापिका इत्यादि को बाल विवाह की आशंका/ सूचना होने पर निकट के पुलिस स्टेशन में सूचना देने हेतु पाबंद किया गया।
उन्होंने बताया कि उपखण्ड अधिकारी/ तहसीलदारों को निर्देशित किया गया है कि बाल विवाह निषेध अधिकारी के रूप में सक्रिय रहकर बेहतर तरीके से कर्तव्यों का निर्वहन करें। जो अभिभावक बेटियों के विवाह के खर्च को वहन करने में सक्षम नहीं है तथा इस कारण बाल विवाह करवाते है, उन्हें महिला एवं बाल विकास विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग एवं अन्य सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करवाया जाएगा। सामूहिक विवाहों को प्रोत्साहित करने हेतु प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। गांव के प्रमुख व्यक्तियों की पहचान कर, उन्हें बाल विवाह रूकवाने की जिम्मेदारी प्रदान की गई है। धार्मिक गुरूओं तथा विभिन्न धार्मिक संस्था प्रधानों को भी बाल विवाह के दुष्परिणामों की एवं कानूनी प्रावधानों की जानकारी देवे तथा इस कार्य में उनका भी सहयोग प्राप्त किया जाएगा।
पृथ्वी दिवस पर जन चेतना रैली आयोजित
अजमेर, 22 अप्रेल। पृथ्वी दिवस के अवसर पर पुष्कर शहर में जल संरक्षण जन चेतना रैली का आयोजन किया गया। रैली को सुदीप कौर उप वन संरक्षक अजमेर एवं रवि कुमार मीना आई.एफ.एस.अजमेर ने हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया।
वन विभाग द्वारा पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में सोमवार को पुष्कर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। स्काउट एवं गाइड के छात्रों के द्वारा जनचेतना रैली का आयोजन किया गया तथा स्काउट व गाईड के छात्र-छात्राओं को वन कर्मियों द्वारा हर्बल गार्डन पुष्कर में शैक्षणिक भ्रमण करवाया गया तथा औषधीय पौधों की जानकारी दी गई। रैली में स्काउट/गाइड संगठन के बच्चो ने हाथो में तख्तियां व बैनर लेकर नारे लगाते हुए पुष्कर शहर के विभिन्न मार्र्गोे पर पर्यावरण संरक्षण जल संरक्षण के लिये जन चेतना जागृत की। पृथ्वी दिवस के अवसर पर लगभग 150 स्काउट/गाइड व अन्य स्काउटर गाइडर ने पुष्कर स्थित हर्बल गार्डन का अवलोक्न किया एंव रेंजर केलाश टेलर के निर्देशन में विभिन्न ओषधिय पौधों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
वन विभाग अजमेर के द्वारा स्काउट/गाइड प्रशिक्षण शिविर केन्द्र पुष्कर घाटी अजमेर पर पर्यावरण संरक्षक के सन्दर्भ में पोस्टर व निबन्ध प्रतियोगिताए आयोजित की गई। प्रतियोगिताओं में विजेताओं को जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा व पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्र दीप ने प्रमाण पत्र व पुरस्कार वितरित कर बच्चों का उत्साह वद्र्वन किया। कल्पतरू संस्थान, जयपुर द्वारा वृक्षों पर परिण्डे एवं पक्षियों के लिये चुग्गा पातर्् लगाकर जिला स्तरीय कार्यक्रम की शुरूआत की गई।
वन विभाग अजमेर व स्काउट/गाइड द्वारा शिविर केन्द्र पुष्कर घाटी अजमेर पर जिला कलेक्टर अजमेर विश्व मोहन शर्मा के मुख्य अतिथ्य, पुलिस अधीक्षक कुवंर राष्ट्र दीप की अध्यक्षता में पयार्वरण एवं जल संरक्षण विश्व दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में अधिक से अधिक पोधा रोपण का कार्य करने व बावडियों की सफाई कम्र्स की बात कहते हुऎ जैव विविधता के बारे में भी बताया गया।
संगोष्ठी में सहायक उपवन संरक्षक लोकेश शर्मा, सहायक स्टेट कमिश्नर स्काउट मनोज शर्मा, रेंजर केलाश टेलर, विष्णु लाखा, सी.ओ. स्काउट विनोद कुमार घारू, मण्डल प्रशिक्षण आयुक्त उर्मिला मेहरा, सहीत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थें।