नवलराय बच्चाणी के निधन पर शोक का माहौल

अजमेर 24 मई (वि.)। भारतीय सिन्धु सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष 93 वर्र्षीय नवलराय बच्चाणी के आज 24 मई को प्रातःकाल में असामयिक निधन से भारतीय सिन्धु सभा राष्ट्रीय नेतृत्व से लेकर आम कार्यकर्ता उनके निधन से क्षुब्ध है और उनके निधन से अपूर्णनीय क्षति हुई है। बच्चाणी राजस्थान सिन्धी अकादमी के पूर्व अध्यक्ष, अजमेर पश्चिम के पूर्व विधायक के साथ राष्ट्रीय सिन्धी भाषा विकास परिषद के सदस्य भी रहे थे। दादा बच्चाणी कल 23 मई को भी सिन्धी बाल संस्कार शिविर में विद्यार्थियों को प्रेरणा देने के साथ विद्यालय के स्टाफगण से ऐसे शिविरों को सफल बनाने का मार्गदर्शन दिया। उन्होनें सिन्धु सभा के कार्यकर्ताओं को कहा कि देश के परिणामों से जो परिस्थितिया बनी है कि जल्द ही सिन्ध मिलकर अखण्ड भारत का सपना पूरा होगा।

राष्ट्रीय मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने श्री बच्चाणी के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुये कहा कि श्री बचाणी ने संगठन को देशभर में नई उंचाईयां प्रदान की। सिन्धी भाषा को बच्चों तक पहुंचाने के लिये शुरूआती दौर पर बाल संस्कार शिविर में अपनी महती भूमिका अदा की व हमेशा साहित्य, कला, संस्कृति एवं सिन्धियत के विकास के लिये उनके द्वारा किये गयेे प्रयासों के लिये उन्हें सदैव याद किया जाता रहेगा।

सिन्धी समाज महासमिति के अध्यक्ष कवंल प्रकाश किशनानी ने कहा कि सदैव जरूरतमंद परिवारों के लिये सेवाकार्यों, सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन के बलिदान की वीर गाथा सिन्धी व हिन्दी में प्रकाशन करवाने के साथ देशभर में संगोष्ठियों के माध्यम से प्रेरणा देते रहे।
सिन्धु सभा के प्रदेश मंत्री युवा मनीष ग्वालाणी, जिलामंत्री मोहन तुलस्यिाणी, अध्यक्ष नरेन्द्र बसराणी, सचिव महेश टेकचंदाणी, तुलसी सोनी, कमलेश शर्मा, भगवान पुरसवाणी, घनश्याम भगत, रमेश वलीरामाणी, के.जे. ज्ञानी, सुनील, पुष्पा साधवाणी सिन्धु समिति के अध्यक्ष जयकिशन लख्याणी, हरिकिशन टेकचंदाणी, एडवोकेट अशोक तेजवाणी ने दुख प्रकट करते हुये कहा कि उन्होने नियमित कार्यकर्ताओं को सक्रियता सेप्रेरणा देने का काम तो किया ही था साथ ही पक्षियों के लिये सभी कॉलोनियों में परिण्डे लगाने के कार्य को भी प्रेरणा देकर बढाया।

(महेन्द्र कुमार तीर्थाणी)
राष्टीªय मंत्री
9460090200

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