गर्मी के मौसम में रखें विशेष सावधानी-उपखण्ड अधिकारी

लू और तापघात से बचने के लिए करें विशेष जतन
ब्यावर, 17 जून। उपखण्ड अधिकारी श्री जसमीत सिंह संधू ने क्षेत्रा के निवासियों से गर्मी के मौसम में विशेष सावधानी रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आमजन गर्मी में खानपान एवं अन्य सावधानियों का ध्यान रखें तो इससे होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है। लू और तापघात घातक साबित हो सकते है। प्रत्येक व्यक्ति इसके प्रति विशेष सावधानी बरते।
श्री संधू ने कहा कि वर्तमान में भीषण गर्मी पड़ रही है। आगामी दिनों में भी इसके कम होने के कोई आसार नहीं है। इसलिए आमजन विशेष सावधानी रखें। उन्होंने कहा कि आमजन किसी भी स्थिति म­ बगैर कुछ खाए घर से न निकलें। खुले शरीर बाहर न निकले, ट¨पी पहने, कान¨ं क¨ ढंककर रखे और आंख¨ं पर धूप का चश्मा जरूर लगाएं। एयर कंडीशनर से निकलते ही एकदम धूप या गर्मी म­ न जाएं। ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। जिससे पसीना आकर शरीर का तापमान नियमित ह¨ सके तथा शरीर म­ जल की कमी न ह¨। गर्मी म­ म©समी फल, फल¨ं का रस, दही, मठ्ठा, जीरा छाछ, जलजीरा, लस्सी, आम का पना आदि का सेवन करें। हल्का व शीघ्र पचने वाला भ¨जन कर­। नरम, मुलायम, सूती कपड़े पहन­ जिससे हवा और कपड़े शरीर के पसीने क¨ स¨खते रहे। इन सब के अलावा समय समय पर आवश्यकता के अनुसार ग्लुक¨ज का सेवन करते रहे और अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल अनावश्यक न कर­।
उन्होंने कहा कि गर्मियों के मौसम में शरीर में लवण एवं पानी अपर्याप्त होने पर विषम गर्म वातावरण में तापघात हो सकता है। सिर का भारीपन व सिरदर्द, अधिक प्यास लगना व शरीर में भारीपन के साथ थकावट, जी मिचलाना, सिर चकराना, शरीर का तापमान बढ़ना, पसीना आना बंद होना, मुंह का लाल हो जाना, त्वचा का सूखा होना, बेहाशी आना आदि तापघात के लक्षण है। समय पर समुचित उपचार नहीं मिले तो पीड़ित की मृत्यु भी हो सकती है। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति सावधानी बरते।
उन्होंने कहा कि लू तापघात से कुपोषित बच्चे, वृद्ध, गर्भवती महिलाएं एवं श्रमिक आदि शीघ्र प्रभावित हो सकते है। इन्हें प्रातः 10 बजे से शाम 6 बजे तक छायादार व ठण्डे स्थान पर रहने तथा अन्य उपाय करने का प्रयत्न करना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति तापघात से प्रभावित है तो उसे तुरन्त छायादार स्थान पर लिटाएं। रोगी की त्वचा को गीले कपड़े से पोछते रहंे तथा उसके कपड़ों को ढ़ीला कर दें। अगर वह होश में है उसे तुरन्त ठण्डा पेय पदार्थ दें एवं नजदीकी चिकित्सा संस्थान में उपचार के लिए लेकर जाए।
उन्होंने चिकित्सा विभाग को भी निर्देश दिए है कि अस्पतालों में लू एवं तापघात के रोगियांे के लिए बैड आरक्षित रखें जाएं। वार्ड का वातावरण कूलर व पंखें से ठण्डा रखें। मरीजों व उसके परिजनों के शुद्ध व ठण्डा पेयजल रखें तथा चिकित्सा एवं नर्सिंग स्टाफ दवाओं के साथ सतर्क रहे।

बाढ़ प्रकोष्ठ स्थापित
ब्यावर, 17 जून। उपखण्ड क्षेत्रा ब्यावर में जल संसाधन विभाग के द्वारा बाढ़ प्रकोष्ठ की स्थापना कर उसके मोबाईल नम्बर जारी किए गए हैं।
जल संसाधन विभाग के सहायक अभियन्ता श्री सुभाष चन्द शर्मा ने बताया कि जल संसाधन विभाग के उपखण्ड स्तरीय कार्यालय में 15 जून से बाढ़ प्रकोष्ठ कार्यरत है। यह आगामी 30 सितम्बर तक कार्यशील रहेगा। इस दौरान वर्षा से बांधों के गेज, नदियों के जल बहाव एवं अतिवृष्टि से उत्पन्न किसी भी आशंका तथा खतरे की सूचना प्रकोष्ठ के मोबाईल नम्बर 9001180290 पर तुरन्त प्रदान की जा सकती है। प्रकोष्ठ के लिए प्रभारी कनिष्ठ अभियन्ता श्रीमती प्रियंका बालोटिया को बनाया गया है। इनकी अनुपस्थिति में स्टोर मुंशी श्री भंकर लाल प्रकोष्ठ का कार्य देखेंगे।

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