नो एन्ट्री व नो पार्किंग की कार्यवाही के बाद भी नहीं रूक रही निजी बसें

प्रो. वासुदेव देवनानी
अजमेर, 9 जुलाई। अजमेर शहर में निजी बसों की मनमानी एवं निर्धारित स्टेण्ड के स्थान पर मनमाने रूप से अनाधिकृत रूप से खड़े होने का मामला राजस्थान विधान सभा में विधायक वासुदेव देवनानी द्वारा एक तारांकित प्रश्न के माध्यम से उठाया गया।
देवनानी ने बताया कि इस सम्बंध में उनके द्वारा पूछे गये प्रश्न के जवाब में सरकार ने यह बताया कि अजमेर शहर में निजी बसों के लिए मात्र एक प्राईवेट बस स्टेण्ड नौसरघाटी के पास निर्धारित है परन्तु सत्यता यह है कि विभिन्न मार्गो से शहर में आने वाली निजी बसें उक्त स्टेण्ड पर खड़ी ना होकर शहर में मनमाने तरीके से विभिन्न स्थानों पर अनाधिकृत रूप से खड़ी रहती है।
उन्होंने कहा कि नौसरघाटी के पास स्थित निर्धारित प्राईवेट बस स्टेण्ड के स्थान पर निजी बसें जवाहर रंगमंच के पास, सावित्री स्कूल चैराहे, शास्त्रीनगर चुंगी चैकी, आनासागर चैपाटी के आगे जी माॅल के पास आदि विभिन्न स्थानों पर खड़ी रहती है जिससे शहर की यातायात व्यवस्था प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा दिये गये जवाब में यह बहुत ही आश्चर्यजनक है कि सरकार ने निजी बसों के अनाधिकृत प्रवेश के लिए किसी भी पुलिस/यातायात कर्मी को जिम्मैदार नहीं मानते हुए बताया कि वर्तमान में नौसरघाटी स्थित निर्धारित स्टेण्ड से ही निजी बसों का संचालन हो रहा है जोकि असत्य है। जवाब में यह उल्लेख किया गया है कि जनवरी 19 से 23 जून 19 के मध्य नो एन्ट्री में प्रवेश करने पर 65 तथा नो-पार्किंग क्षेत्र में खड़े पाये जाने पर 185 बसों के विरूद्ध कार्यवाही की गई।
देवनानी ने कहा कि पुलिस/यातायात प्रशासन की ड्यूटी केवल इस बात से पूरी नहीं हो जाती कि उन्होंने नो एन्ट्री व नो पार्किंग की कार्यवाही की है बल्कियह व्यवस्था सुनिश्चित कराने की जिम्मैदारी भी उनकी ही है कि जिन निजी बसों के विरूद्ध उक्त कार्यवाही की गई है कम से कम वे तो पुनः शहर में प्रवेश कर अनाधिकृत स्थानों पर खड़ी ना हो।

शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए सरकार का ध्यानाकर्षण हेतु पूछा यह प्रश्न
देवनानी ने कहा कि विधान सभा में यह प्रश्न पूछने के पिछे उनका उद्धेश्य यह था कि अजमेर शहर में दिनों-दिन बढ़ते यातायात दबाव के कारण समस्या बढ़ती जा रही है तथा यातायात व्यवस्था में सुधार किया जाना बहुत जरूरी है। उनके द्वारा पूर्व में भी पुलिस/यातायात विभाग से यह आग्रह कई बार किया गया है कि शहर में निजी बसों का प्रवेश व अनाधिकृत स्थानों पर खड़े होने पर रोक लगाई जाए परन्तु यह विभाग की लापहरवाही अथवा मिलीभगत जो भी है, निजी बसों की मनमानी पर रोक नहीं लग पा रही है।

मंत्री से व्यक्तिगत आग्रह- स्वीकृत हो नये स्टेण्ड
उन्होंने आज इस सम्बंध में परिवहन मंत्री से व्यक्तिगत आग्रह भी किया कि शहर में विभिन्न मार्गो से आने वाली निजी बसों के लिए अन्य स्थानों पर भी अधिकृत स्टेण्ड स्वीकृत किये जाऐ। वर्तमान में एक ही अधिकृत प्राईवेट बस स्टेण्ड है जो कि पुष्कर रोड़ पर स्थित है जबकि शहर में जयपुर रोड, ब्यावर रोड, नसीराबाद रोड, लोहागल रोड आदि एसे प्रमुख मार्ग है जिन पर निजी बसों का नियमित संचालन होता है।

नो एन्ट्री व नो पार्किंग की कार्यवाही पर नहीं रूकने वाली बसों के खिलाफ हो सख्त कार्यवाही
उन्होंने यातायात मंत्री से यह भी आग्रह किया कि जो निजी बसें नो एन्ट्री व नो पार्किंग की 2 अथवा 3 कार्यवाही के बाद भी नहीं रूकती है तथा अनाधिकृत प्रवेश करती है उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए।

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