संस्कृत महाविद्यालय छात्रों ने दी उग्र आन्दोलन की चेतावनी

अजमेर। आज दिनांक 12 जुलाई 2019 को राजकीय आचार्य संस्कृत महाविद्यालय के वर्तमान भवन को लोहागल स्थित नवीनतम भवन में स्थानान्तरित करने के लिए पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष जितेन्द्र सांखला के नेतृत्व में संस्कृत शिक्षा निदेशक को प्राचार्य महोदय के माध्यम से ज्ञापन दिया गया। जिसमें जितेन्द्र सांखला ने बताया कि राजकीय आचार्य संस्कृत महाविद्यालय का नवीनतम भवन गत 1 वर्ष से बनकर तैयार है किन्तु आज दिनांक तक महाविद्यालय को राजनैतिक कारणों से शिफ्ट नही किया गया है वर्तमान भवन अत्यधिक जर्जर अवस्था में हैं और बारिश के दिनों में महाविद्यालय प्रागण में 2 फिट तक पानी भर जाता है जिसके चलते विद्यार्थियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और महाविद्यालय में सैकड़ो शिक्षा से सम्बन्धित समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है एवं नवीन भवन का 0 यूनिट पर महाविद्यालय प्रशासन को 23 हजार रूपयें प्रति माह बिजली बिल भी चुकाना पड़ रहा है। महाविद्यालय में शिक्षको, एन.सी.सी. व एन.एस.एस., साफ-सफाई इत्यादि सहित सैकड़ो समस्याओं से छात्रों का झुझना पड़ रहा है। छात्रों ने पूर्व में कई बार महाविद्यालय प्रशासन, निदेशक, जिला कलक्टर, सम्बन्धित मंत्री तथा मुख्यमंत्री कार्यालय से पत्राचार कर समस्याओं से अवगत कराया जा चुका है। नवीनतम भवन पिछले 1 साल से बन्द पड़ा होने के कारण गन्दगी का आलम पसरा हुआ है। यदि अब भी जल्द से जल्द महाविद्यालय को स्थानान्तरित नही किया गया तो हम समस्त संस्कृत महाविद्यालय के छात्र उग्र से उग्र आन्दोलन करेगें इस कड़ी में आज दिनांक 12 जुलाई 2019 से महाविद्यालय में कक्षा कक्ष का बहिष्कार कर रहे है और प्रति दिन महाविद्यालय में धरना देगें और महाविद्यालय शिफ्ट नही होने पर हम संस्कृत महाविद्यालय का बहिष्कार करते हुए समस्त विद्यार्थी अपने नामांकन वापस ले लेगें। जिसकी समस्त जिम्मेदारी संस्कृत शिक्षा विभाग की होगी।
ज्ञापन के दौरान पूर्व संयुक्त सचिव लोकेश शर्मा, छात्र नेता द्वारका दाधीच, धमेन्द्र शर्मा, हिमाशु दाधीच, प्रताप गुर्जर, भोजराज प्रजापत, अभिषेक, भूपेन्द्र, खुशबु कहलात, शाश्वति भारद्वाज, मोनिका, पल्लवी, मनीषा, हीरालाल गणेश, सूर्य प्रकाश इत्यादि समस्त महाविद्यालय विद्यार्थी मौजूद रहें।

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