राम जैसवाल लिखित कहानी सुनने के बाद श्रोताओं के आँखों में आँसू भर आये

सामाजिक कार्यों से जुड़ कर अजमेर में बदलाव लाने को प्रतिबद्ध यूनाइटेड अजमेर मुहिम और अजमेर के सुधि साहित्यकारों ने एक अनूठी पहल के द्वारा आज के समय में श्रवण रस के माधुर्य से अजमेर के श्रोताओं को ओत प्रोत कर उन्हें सहभागिता वार्तालाप की और मोड़ने का प्रयास किया है |
इसी कड़ी में “एक शनिवार किस्से का हक़दार ” नामक कार्यक्रम हर माह के दूसरे शनिवार को आयोजित किया जाता है |
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए यूनाइटेड अजमेर मुहीम की संयोजिका कीर्ति पाठक ने जानकारी देते हुए बताया कि ” एक शनिवार किस्से का हक़दार ” कार्यक्रम दिनांक 10 -8 -19 को स्थानीय सावन स्कूल , कोटड़ा में शाम छह बजे आयोजित किया गया | उक्त कार्यक्रम में सर्वप्रथम अनंत भटनागर जी द्वारा राम जैसवाल के जीवन पर प्रकाश डाला गया | स्थानीय कहानीकार व कलाकार राम जैसवाल जी की कहानी ” टूटते हुए सूत्र ” का भावपूर्ण वाचन तिलकराज जी द्वारा किया गया |
कहानी में एक मध्यम वर्गीय परिवार की जद्दोजहद व् कश्मकश का तीन पत्रों के माध्यम से चित्रण किया गया | इस कहानी में प्रथम पत्र के माध्यम से एक हारते हुए नायक की विवशता का को भावपूर्ण शब्दों द्वारा समझाया गया | द्वितीय पत्र नायक की भतीजी की कश्मकश को चिन्हित करता है और उस की मजबूरियों को शब्द प्रदान करता है | तृतीय पत्र नायक के संवेदनशील पुत्र के हृदयोद्गार व् उस की मजबूरियों को चित्रित करते हुए उस के दर्द को श्रोता तक पहुंचाता है |
पूरी कहानी में आदर्शों की टूटन का दर्द बार बार उभर कर आता है , साथ ही मानवोचित कमज़ोरी को भी शब्द देता है – हमें आज के अपने उस समाज के चेहरे से रूबरू करवाता है जिस में हम बड़ी बड़ी बातें और बड़े बड़े आदर्शों की गठरी को ढोते हुए दिखाई तो देते हैं परन्तु हम में वो हिम्मत नहीं है कि जो बड़ी बड़ी बातें हम करते हैं उन्हें अपने जीवन में उतार सकें | इस कहानी में मध्यम वर्गीय समाज के नैतिक व् सामाजिक पतन का भी चित्रण है |
सी पी देवल जी ने कहानी वाचन के पश्चात कहा कि एक लेखक कई ज़िंदगियाँ जीता है और विभिन्न कहानियों की रचना करता है |
स्वयं उपस्थित राम जैसवाल जी ने अपने द्वारा लिखित कहानी के वाचन हेतु सभी का धन्यवाद दिया |
सुरेंद्र चतुर्वेदी जी ने सहभागिता वार्तालाप को प्रारम्भ किया | इस वार्तालाप में विभिन्न साहित्यकारओं सहित में वेन्यू पार्टनर सावन स्कूल के छात्रों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया |
कार्यक्रम के अंत में राजेश भटनागर जी ने सभी उपस्थित आगंतुकों को धन्यवाद दिया |
कार्यक्रम में गोविन्द भारद्वाज , देवदत्त शर्मा , प्रभा शर्मा , शिखा शर्मा , संजय माहेश्वरी ,डॉ राजश्री बंसल आदि का सहयोग रहा |

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