मुकदमा वापस लेने के दबाव से पीडित छात्रा के नहीं थमे आंसु


अजमेर। भगवंत यूनिवर्सिटी के चैयरमेन अनिल सिंह पर छात्रा से दुराचार के प्रयास मामले में एक नया मोड उस समय आ गया जब संभागीय आयुक्त किरण सोनी गुप्ता से मिलकर लौटी पीडित छात्रा ने आरोप लगाया की संभागीय आयुक्त ने उस पर मुकदमा वापस लेने के लिए दबाव बनाया है। पीडित छात्रा ने इस मामले में गुरूवार देर शाम संभागीय आयुक्त से मुलाकात की थी और इस मुलाकात में उसके साथ स्थानीय कांग्रेस नेता भी थे।
संभागीय आयुक्त किरण सोनी गुप्ता को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निर्देश दिए थे कि भगवंत यूनिवर्सिटी के चैयरमेन अनिल सिंह द्वारा दुष्कर्म के प्रयास की वजह से डरी हुई पीडित छात्रा की हरसंभव मदद की जाये और खासतौर पर उसकी सुरक्षा का इंतजाम सरकारी स्तर पर किया जाए। संभागीय आयुक्त के कार्यालय पर पीडित छात्रा उनसे मिलने के लिए पहुंची थी। जब वह संभागीय आयुक्त से मुलाकात कर कक्ष से बाहर निकली तो उसके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। पीडित छात्रा लगातार रोये जा रही थी। उसके आंसु बता रहे थे कि अन्दर कुछ ऐसा हुआ है जो शायद नहीं होना चाहिए था। पहले से ही तनावग्रस्त पीडिता को रोता देख हर कोई हक्का बक्का था। पीडिता से जब बात की गई तो उसने यह कह कर सनसनी फैला दी की कांउसलिंग के नाम पर बुलाकर संभागीय आयुक्त ने उसके साथ जो भी बाते की वो कही ना कंही इस और इशारा कर रही थी कि संभागीय आयुक्त उस पर शायद मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रही है। पीडिता की माने तो इस नये संवाद ने उसके तनाव को और बढा दिया है।
वही इस मामले में जब संभागीय आयुक्त किरण सोनी गुप्ता से बात करनी चाही तो उन्होंने केमरे के सामने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। लेकिन उनका कहना था की उन्होंने पीडित छात्रा की हरसंभव मदद का प्रयास किया है। उसकी फीस के प्रकरण को भी सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है और पुलिस को भी निर्देश दिए गये हे कि इस मामले में पूरी संवेदनशीलता के साथ निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कडी कार्यवाही की जाए।

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