अजमेर, 31 अक्टूबर। जिले के प्रभारी सचिव श्री हेमन्त गेरा ने गुरूवार को जिले में विकास कार्यों का अवलोकन किया। श्री गेरा ने किशनगढ़ में वन विभाग के द्वारा विकसित चरागाह एवं पौधारोपण के कार्यों का निरीक्षण किया। जहां पौधों के जीवित रहने की दर में बढोतरी करने के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। दीमक के प्रकोप से पेड़ों को बचाने के लिए उनका रसायनिक उपचार करने के लिए कहा। उपचार के उपरान्त भी पौधे तैयार नहीं होने की स्थिति में उनके स्थान पर नए पौधे लगाए जाएंगे। इसी प्रकार उन्होंने निर्देश दिए कि जयपुर अजमेर हाईवे के निर्माण के दौरान काटे गए पेड़ों के स्थान पर एनजीटी तथा न्यायालय के निर्देशानुसार नए पौधे लगाने का प्रावधान है। काटे के गए पेड़ों के अनुपात में नए पौधे लगाने की जांच की जाए। निर्धारित संख्या में पेड़ नहीं पाए जाने पर नए पौधे लगाकर उनका पेड़ बनने तक सार संभाल करने के लिए संबंधित को पाबंद किया जाए।
उन्होंने पाटन में सार्वजनिक गंदा पानी कनेक्शन टैंक तथा सीसी ब्लॉक मय नाली निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। इस संबंध में उन्होंने टैंक की नियमित अन्तराल से सफाई करने के निर्देश दिए। टैंक एवं ब्लॉक की उपयोगिता के बारे में ग्रामीणों ने श्री गेरा को बताया कि इन कार्यों के होने से गांव की दशा में सुधार हुआ है। ग्रामीणों के आवागमन तथा गंदे पानी की समस्या के निजात मिलने से सरकार के कार्यों की सराहना की।
श्री गेरा ने तिलोनिया में 5 हैक्टेयर क्षेत्र में विकसित चारागाह को देखा। चरागाह का निर्माण महात्मा गांधी नरेगा योजना के अन्तर्गत किया गया था। इस परियोजना को आत्मनिर्भर बनाने के लिए फलदार वृक्ष लगाने के निर्देश प्रदान किए। तिलोनिया में ही श्री जगदीश भांड तथा उनके भाईयों के प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अन्तर्गत निर्मित आवासों का निरीक्षण किया। साथ ही नलू ग्राम में ग्रामीण स्वच्छता के लिए बनाए गए कचरा संग्रहण केन्द्र का भी अवलोकन किया।
इस अवसर पर किशनगढ़ के उपखण्ड अधिकारी श्री देवेन्द्र कुमार, विकास अधिकारी श्री रामावतार यादव, महात्मा गांधी नरेगा के अधीशाषी अभियंता श्री कबीर अख्तर एवं सहायक अभियंता श्री अमित माथुर उपस्थित थे।
चिकित्सा एवं जनसम्पर्क मंत्री एक एवं दो नवम्बर को केकड़़ी में
अजमेर, 31 अक्टूबर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा सूचना एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा एक एवं दो नवम्बर को केकड़ी में रहेंगे तथा स्थानीय कार्यक्रमों में भाग लेंगे। वे आज सांय केकड़ी पहुंच जाएंगे तथा 3 नवम्बर को प्रातः करेड़ा (भीलवाड़ा) के लिए प्रस्थान करेंगे।