तिकडम से सरकार तो जीत गयी, लेकिन संसद हार गयी-भाजपा

अजमेर। भारतीय जनता पार्टी अजमेर ने आज लोकसभा में विपक्ष की नेता श्रीमती सुषमा स्वराज द्वारा प्रस्तावित एफ.डी.आई. के विरोध में दो दिनों से बहस के बाद आज वोटिंग में सरकार द्वारा वोटिंग से पूर्व ही किये गये कुप्रबंधन की कड़ी निन्दा करते हुए कहा है कि एफ.डी.आई. जैसे देश के प्रति गम्भीर विषय पर अपनी तिकडम से सरकार तो जीत गयी, लेकिन संसद हार गयी है।
भा.ज.पा. जिलाध्यक्ष रासासिंह रावत, विधायक अनिता भदेल, वासुदेव देवनानी, पूर्व मंत्री श्रीकिशन सोनगरा, कार्यवाहक जिलाध्यक्ष अरविन्द यादव, पूर्व न्यास अध्यक्ष धर्मेश जैन, पूर्व अध्यक्ष पूर्णाशंकर दशौरा, शिवशंकर हेड़ा, हरीश झामनानी, महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत, कैलाश कच्छावा, सोमरत्न आर्य, भा.ज.पा. नेता सुरेन्द्र सिंह शेखावत, प्रो. बी.पी. सारस्वत, सम्पत सांखला, युवा मोर्चा अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह शेखावत, महिला मोर्चा अध्यक्ष ज्यन्ति तिवारी, मंडल अध्यक्ष आनन्द सिंह राजावत, नरपत सिंह, रमेश सोनी, घीसू गढ़वाल ने कहा कि आज जिस प्रकार देश की अस्मिता को विदेशियों के आगे गिरवी रखने के काग्रेंस के प्रयासों का विरोध सपा व बसपा सहित बहस में भाग लेने वाले कुल 18 में से 14 राजनैतिक दलों ने किया तथा इन विरोध प्रकट करने वाले 14 दलों की कुल मतदाता संख्या 282 थी, ऐसे में बहस में विरोध करने वाली सपा व बसपा ने सी.बी.आई. के भय से वोटिंग से पूर्व ही वाॅकआऊट करके भूमिका अदा कर देश की संसदीय प्रणाली पर कालिख पोत दी है।
भा.ज.पा. ने कहा है कि आज संसद में हुई वोटिंग काग्रेंस बनाम भा.ज.पा. नहीं था, बल्कि स्वदेशी हित बनाम विदेशी हित था, तथा संसद में बहस के दौरान एफ.डी.आई. पर दो तिहाई सासंदों के विरोध के बावजुद वोटिंग में सरकार को जीत जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
जब सपा व बसपा संसद के बाहर अन्य दलों सहित भा.ज.पा. के साथ एफ.डी.आई. पर भारत बन्द में साथ थे, तो आज कैसी राजनैतिक मजबूरी आ गयी थी। भा.ज.पा. ने आरोप लगाया है कि काग्रेंस ने अपने सत्ता स्वार्थो के लिये सी.बी.आई. का दुरूपयोग किया है।
-अरविन्द यादव, प्रवक्ता
मो. 9414252930
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