मातृ भाषा के ज्ञान से संस्कृति का ज्ञान सरलता से होता है – तीर्थाणी

सिन्धु सभा की ओर से अंर्तराष्ट्रीय दिवस पर संगोष्ठी का हुआ आयोजन
अजमेर 22 फरवरी-मातृ भाषा के ज्ञान से संस्कृति का ज्ञान सरलता से होता है एवं मातृ भाषा से सभी को जोडने के सफल प्रयास भारतीय सिन्धु सभा की ओर से पूज्य सिन्धी पंचायत, सामाजिक, धार्मिक व शैक्षिणक संगठनों के साथ मिलकर हो रहा है जिससे सिन्धी बाल संस्कार शिविर, सिन्धी सर्टीफिकेट कोर्स का आयोजन, महापुरूषों के बलिदान दिवस व जयंतियों पर आयोजित समारोह में युवा व विद्यार्थी वर्ग भागीदार हो रहा है। उक्त विचार अंर्तरराष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस के उपलक्ष में स्वामी सर्वानन्द विद्यालय में आयोजित संगोष्ठी में प्रदेश महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने व्यक्त किये। इस अवसर पर विद्यालय प्राचार्या श्रीमति मंजीत कौर ने कहा कि मातृभाषा ज्ञान होने से पढाई करना विद्यार्थियों के लिये सरलता का भाव है और शिक्षक व विद्यार्थी में आत्मीयता बढती है।
महानगर मंत्री महेश टेकचंदाणी ने सिन्धु शोधपीठ की निर्देशक डाॅ. लक्ष्मी ठकुर का संदेश पढकर बताया कि पीठ में सिन्धी भाषा का वैज्ञानिक अध्ययन तथा अन्य भारतीय भाषाओं से तुलनात्मक अभ्यास विषयों पर शोध कार्य करना, समृद्ध सिन्धु घाटी सभ्यता के अवशेषों पर ऐतिहासिक शोध, वेद आधारित जीवन शैली की खोज के लिये विद्यार्थी निरंतर अध्ययन करें जिन्हे पूर्ण सहयोग दिया जायेगा।
कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती, ईष्टदेव झूलेलाल व भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन से किया गया। समापन सामूहिक राष्ट्रगान से हुआ। संगठन मंत्री मोहन कोटवाणी ने स्वागत भाषण व अध्यक्ष नरेन्द्र बसराणी ने आभार प्रकट किया। संचालन श्रीमति रूकमणी वतवाणी ने किया।
सिन्धी भाषा के गीत कलाकार घनश्याम भगत,चंचल प्रिया ने सरस्वती पूजन, चंचल प्रिया, टीना, अनुष्का ने गीत व एकल नृत्य वंशिका डालाणी व वाद विवाह महक व पियूष ने प्रस्तुत किये।
कार्यक्रम में खेमचन्द नारवाणी, भगवान पुरसवाणी, नरेन्द्र सोनी, रमेश वलीरामाणी, कौशल्या सावलाणी, ख्यालदास मंगलाणी सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।

(महेश टेकचंदाणी)
महानगर मंत्री,
मो.9413691477

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