राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कोरोना की इस महा त्रासदी को झेल रहे ग़रीब,मज़दूर, श्रमिक, विद्यार्थी तथा बाहरी राज्यों के यहाँ अटके लोगों को यह विश्वास दिलाया कि उन्हें भूखा नहीं रहने दिया जायेगा,जहाँ वे अभी ठहरे हुये हैं उन्हें वहीं पर ही राशन की सामग्री या भोजन उपलब्ध कराया जायेगा और इसी दिशा में राजस्थान के दिल व साम्प्रदायिक सद्भाव की स्थली अजमेर में ज़िला प्रशासन द्वारा तत्परता से कार्य किया जा रहा है।
अजमेर के ब्यावर रोड स्थित सोमलपुर में ठहरे सैंकड़ों मील दूर कोलकाता,बंगाल के साउथ 24 परगना जिले के ग्यारह सदस्यीय तीन परिवार 19 मार्च को अजमेर आये, लाकडाउन में यहीं पर अटक गये और जहाँ रह रहे थे वहीं पर इन्हें 28 दिन के लिये क्वारन्टीन कर दिया। मेडिकल टीम ने इनके स्वास्थ्य की जाँच की कोरोना टेस्ट कराया जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई।इन परिवारजनों ने ज़िला कलक्टर विश्व मोहन शर्मा को उनके राज्य के रहने वाले वरिष्ठ अधिकारी के मार्फ़त मैसेज कराया कि उन्हें राशन व अन्य ज़रूरतों की दिक्कत आ रही है तो कलक्टर ने तत्काल अपने प्रशासनिक अमले को भेजकर राशन आदि उपलब्ध कराकर उनकी ज़रूरतों को पूरा कराया तो इन परिवारों ने अपनी दुआओं के माध्यम से वापस अपने राज्य के रहने वाले अधिकारी को संदेश दिया कि उन्हें अपनी ज़रूरत के मुताबिक़ सब मिल गया है। इस अधिकारी ने कलक्टर को शुक्रिया दिया।वाक़ई संकट की इस घड़ी में मानवीय संवेदनाओं की पूर्ति कर अजमेर ज़िला प्रशासन के ऐसे कार्य सराहनीय है।
-प्यारे मोहन त्रिपाठी, स्वतन्त्र पत्रकार एवं संयुक्त निदेशक DIPR(R)