टिड्डी नियंत्रण किया ड्रोन के माध्यम से

अजमेर,18 जून। जिले में टिड्डी नियंत्रण में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए ड्रोन के माध्यम से टिड्डियों के पड़ाव स्थल का पता लगाकर कीटनाशी का छिड़काव कर सफाया किया गया।

जिला कलक्टर श्री विश्वमोहन शर्मा ने बताया कि जिले में टिड्डियों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए आधुनिक तकनीक के साथ नवाचार किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत ड्रोन कैमरे के माध्यम से टिड्डियों के पड़ाव स्थल की जानकारी ली गयी। प्राप्त जानकारी के आधार पर टिड्डियों का सफाया किया गया। जिले में पाली जिले से एक बडे टिड्डी दल ने मेवाडिया, भटसुरी की ओर से प्रवेश कर नसीराबाद तहसील के साम्प्रोदा, सुरजपुरा एवं अंराई तहसील के गोठियाना में पड़ाव डाला।

उन्होंने बताया कि रणनीति के तहत टिड्डी नियंत्रण दल को दो भागो में विभाजित किया गया। एक दल को साम्प्रोदा एवं सुरजपुरा भेजा गया। इसकी जिम्मेदारी सहायक निदेशक श्री कैलाश मेघवंशी को सौंपी गई। दुसरे दल की गोठियाना में टिड्डी नियंत्रण की जिम्मेदारी सहायक निदेशक श्री एम.एल. रेडिया को दी गई।

उन्होंने बताया कि पहली बार जिले में टिड्डी चेतावनी संगठन के माध्यम से उपलब्ध कराए गए 2 ड्रोन का सफल प्रयोग किया गया। इन्हे प्रातः 5ः30 बजे से 8 बजे तक उपयोग में लिया गया। ड्रोन के माध्यम से 40 हैक्टयर क्षैत्रफल में लेम्बडासायहेलाथ्रिन 5 प्रतिशत ई.सी कीटनाशी का छिडकाव किया गया। साम्प्रोदा व सुरजपुरा के मध्य मौजूद वृक्षों एवं घनी कंटीली झाडियों पर जहां ट्रेक्टर, फायर बिग्रेड आदि संसाधनों का भी प्रवेश संभव नही था वहां ड्रोन के माध्यम से छिडकाव संभव हो सका। ड्रोन के उपयोग से प्रभावित क्षैत्र के अन्दर काफी संख्या में मृत टिड्डीया पाई गई। भविष्य में दुर्गम, पथरीले, पहाड़ी एवं जंगली क्षैत्रों में टिड्डी नियंत्रण के लिए कीटनाशी के छिडकाव में ड्रोन उपयोगी रहेगा।

उन्होंने बताया कि 2 बडी फायर ब्रिगेड, 20 टे्रक्टर माउंटेड स्प्रेयर, 4 पानी के टेंकर, टिड्डी चेतावनी संगठन के 4 वाहन, 30-35 विस्तार कार्मिको द्वारा 650 हैक्टयर का सर्वे कर 525 हैक्टयर क्षैत्र में 153 लीटर कीटनाशी द्वारा टिड्डी नियंत्रण किया गया।

कृषि विभाग के उपनिदेशक श्री वी.के. शर्मा ने बताया कि जिले में निरन्तर टिड्डी दलो के प्रवेश के कारण किसान आगामी खरीफ का लेकर चितिंत हैं। जिले के कृषकों से आह्वान किया गया है कि सामूहिक रुप से टिड्डी नियंत्रण में योगदान दें। टिड्डी नियंत्रण के लिए क्लोरफायरीफास 20 प्रतिशत ई.सी. 1200 एम.एल. अथवा डेल्टामेथ्रीन 2.8 ई.सी. 480 एम.एल. अथवा लेम्बडासायहेलाथ्रिन 5 प्रतिशत ई.सी. 400 एम.एल. प्रति हैक्टयर की दर से छिडकाव किया जा सकता हैं।

टिड्डी नियंत्रण के अभियान में नायब तहसीलदार नसीराबाद श्री भीमराज परिहार, कृषि अधिकारी श्री सतीश चौहान, सहायक कृषि अनुसंधान अधिकारी श्री टीकमचन्द रेगर, श्री गोपाल गैना, क्षेत्र के सहायक कृषि अधिकारी एवं कृषि पर्यवेक्षक, पटवारी तथा स्थानीय सरपंच साम्प्रोदा श्रीमती सुप्यार देवी, सरंपच गोठियाना श्री पुखराज कलवाड़ व ग्रामीणों का सक्रिय सहयोग रहा।

error: Content is protected !!