नो स्कूल नो फीस

कांग्रेस के वरिष्ठ युवा नेता व मानव अधिकार के अध्यक्ष शैलेश गुप्ता ने। मुख्यमंत्री। श्री अशोक गहलोत! व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह, डोटासरा। को पत्र लिखकर राजस्थान के समस्त स्कूलों में। 3 माह की। फीस। माफ करने की मांग की है। शैलेश गुप्ता ने। इस बारे में! अपनी बात रखते हुए सरकार से निम्नलिखित। बिंदुओं पर ध्यान देते हुए। फीस माफ करने का अनुरोध किया है कि जब बच्चे स्कूल ही नहीं गए तो फीस की दी जाए। शैलेश गुप्ता ने कहा कि उनके द्वारा चलाए जा रहे स्कूल में फीस। को अभिभावकों का। अच्छा समर्थन मिल रहा है और? फीस माफी को लेकर के अलग-अलग हस्ताक्षर अभियान। चलाए जा रहे हैं। शैलेश गुप्ता ने। निम्नलिखित मुद्दों को सरकार की ओर पेश कर।
फीस माफी हेतु अपने तर्क दिए हैं।
*विषय- ऑनलाइन क्लास एवं फ़ीस के संदर्भ में..*
1 अभिभावक आपको किस बात की फ़ीस जमा करवाये जब हमारा बच्चा स्कूल गया ही नही..*

*2.ऑनलाइन पढ़ाई आपने हमसे पूछ कर तो शुरू करवाई नही और न ही हमने आपको कहा था कि ऑनलाइन पढ़ाई बच्चो की शुरू करवाओ..*

*3.ऑनलाइन पढ़ाई करने से पहले आपने हमसे पूछा कि हमारे पास ऑनलाइन पढ़ाई के लिये अलग से मोबाइल या लैपटॉप है कि नही..*

*4. पहले बच्चे अगर गलती से मोबाइल स्कूल में ले आते थे तो उनके मोबाइल आप लोग जब्त कर लेते और पेरेंट्स को बुलाकर स्कूल में मोबाइल से होने वाले नुकसान के बारे में सलाह देने लगते थे और आज आप उसी मोबाइल में ऑनलाइन पढ़ाई को सही ठहरा रहे है तो ये दोहरा मापदण्ड क्यों? इसलिये ताकि आप एक आध घण्टे ऑनलाइन पढ़ाई का बहाना बनाकर अभिभावको से फीस वसूल सके।*

*5.आप सभी स्कूल वालो ने मिलकर अखबार में विज्ञापन दिया है कि अभिभावक फीस जमा करवाये। कृपया बताएं अभिभावक कहा से फीस लेकर आये? जब अभिभावक खुद सरकार के कहने पर अपने काम धंधे, नोकरिया छोड़कर घर बैठ गए तो वहाँ कहा से आपको फीस देंगे हमारे पास कोई जादुई चिराग तो है नही जो रगड़ कर उससे पैसे आ जाएंगे और आपको दे देंगे और दूसरी बात क्यों देंगे जब बच्चा स्कूल गया ही नही।*

*6.आप कहते है कि आपको टीचरों को तन्खवाह देनी है तो कृपया आप बताये की अभिभावक क्या आपके बिजनेस पार्टनर है जो अगर आपको घाटा हो रहा है तो वो आपको दे। जब स्कुल में हर साल आपको प्रॉफिट हो रहा था तो क्या आपने कभी अभिभावको को कोई रियायत दी उल्टा हर साल फीस बढ़ाकर अभिभावको को शोषण करतें रहे।*

*7.अभिभावको ने भी अपने यहाँ कार्य करने वाले कर्मचारियों को वेतन अपनी जेब से दिया है । बड़ी बड़ी कम्पनियो के मालिकों ने फेक्ट्री के मालिकों ने अपनी जेब से दिया है तो टीचरों को वेतन भी आपको जेब से ही देना होगा क्योंकि टीचरों ने ही आपको हर साल कमा कर दिया है।*

*8.कृपया फालतू की बातों से या बच्चों के नाम काटने को धमकी देकर अगर आप ये सोच रहे है कि आप फीस हमसे जबरदस्ती वसूल लेंगे तो आप गलतफहमी में है।*

*9.हम सिर्फ हक की बात कर रहे है कि जब तक स्कूल बंद रहेंगे तब तक कि फीस हम आपको नही दे सकते आप चाहे ऑनलाइन पढ़ाई कराओ या मत कराओ क्योंकि हमारे बच्चो को तो कुछ समझ मे नहो आ रहा है।*

*10.इस ऑनलाइन पढ़ाई के चक्कर मे बच्चे मोबाइल पर गेम खेल रहे है।यू ट्यूब पर फालतू के वीडियोज देख रहे है। मोबाइल नही देने पर खाना पीना छोड़ रहे है। उनकी आखो की रोशनी और मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है और यही बात आप पेरेंट्स और बच्चो को समझाते थे और अगर बच्चो की आंखों पर या मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव पड़ा तो क्या आप उस बात की जिम्मेदारी लेते है?…*

*मैं आपसे पुनः विनती करता हूं कि कृपया बार बार फीस जमा करवाने के लिये मेसेज न करे और न ही हम पर दबाव बनाये। जब तक स्कूल बंद रहेंगे तब तक हम आपको फीस नही दे सकते।*

*शैलेश गुप्ता अजमेर*

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