महिलाओं एवं बच्चों को कुपोषण से बचाएं – केरोल

अजमेर ! समाजसेवी सिस्टर गीता केरोल ने कहा कि शरीर के लिए आवश्यक सन्तुलित आहार लम्बे समय तक नहीं मिलना ही कुपोषण है। कुपोषण के कारण बच्चों और महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, जिससे वे आसानी से कई तरह की बीमारियों के शिकार बन जाते हैं। आमजन को कुपोषण की जानकारियाँ होना अत्यन्त जरूरी है। कुपोषण प्राय: पर्याप्त सन्तुलित आहार के अभाव में होता है।

समाजसेवी सिस्टर गीता केरोल ग्रामीण एवं सामाजिक विकास संस्था महिला एवं बाल विकास विभाग एवं हिंदुस्तान जिंक द्वारा भोपो का बाड़ा में आंगनवाड़ी केंद्र पर महिलाओं एवं बच्चों को कुपोषण से कैसे बचाएं विषय पर आयोजित 13 दिवसीय शिविर के समापन पर मुख्य अतिथि की हैसियत से बोल रही थी।

उन्होंने कहा कि स्वस्थ समाज के लिए स्वस्थ महिला एवं बच्चों का होना आवश्यक है दुर्भाग्य से भारत में संतुलित आहार एवं जानकारी के अभाव में कुपोषण बढ़ता जा रहा है। कुपोषण दूर करने के लिए स्वयंसेवी संस्थाएं एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अहम भूमिका निभा रही हैं।

ग्रामीण एवं सामाजिक विकास संस्थान के प्रभारी बालू सिंह ने बताया कि खुशी परियोजना के तहत ग्रामीण एवं समाज विकास संस्थान महिला एवं बाल विकास विभाग एवं हिंदुस्तान जिंक द्वारा भोपो का बड़ा स्थित आंगनवाड़ी केंद्र पर “सकारात्मक भटकाव चूल्हे” पर 13 दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया जिसमें आंगनवाड़ी में बच्चों एवं उनकी माताओं को कुपोषण से बचाव के लिए पौष्टिक एवं संतुलित आहार की जानकारी दी गई एवं 13 दिन तक 200 बच्चों एवं उनकी माताओं को पोस्टिक आहार खिलाया गया !

शिविर में पार्षद नरेंद्र तुनवाल जवाहर फाउंडेशन के प्रभारी शिव कुमार बंसल संजीव खींची यतीश सत्रावाला कुशाल मेघवंशी मोहित चौहान पवन सोनी मनीष चौहान आशा तुनवाल आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

शिविर में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता माया महावर शीला देवी सानू रीना हेमलता तुनवाल विमला ललिता रावत रूपेंद्र महेंद्र दिया धर्मेंद्र सिंह पूजा जनझानी मंजू गुप्ता आदि ने सेवाएं दी।

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