देवनानी ने किया विभिन्न डिस्पेंसरी का औचक निरीक्षण

प्रो. वासुदेव देवनानी
अजमेर, 4 मई। पूर्व शिक्षा मंत्री व विधायक अजमेर उŸार वासुदेव देवनानी ने मंगलवार को अपने विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न सरकारी डिस्पेंसरियों का औचक निरीक्षण कर कोरोना जांच, वैक्सीनेशन सहित अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्हें रामनगर डिस्पेंसरी में अव्यवस्थाएं मिलीं। बाकी जगह सभी व्यवस्थाएं ठीक पाई गईं।
देवनानी चिकित्सा व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण करने के लिए मंगलवार को सुबह रामनगर, वैशाली नगर, पंचशील सहित शहरी सामुदायिक केंद्रों पर पहुंचे। उन्होंने पाया कि सिनेवर्ड के सामने स्थित रामनगर डिस्पेंसरी में कोरोना की जांच और वैक्सीनेशन का काम एक जगह ही चल रहा था, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा मंडरा रहा था। इस संबंध में जब उन्होंने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी से बात कर कोरोना की जांच और वैक्सीनेशन अलग-अलग जगह करने के लिए काफी समझाया, लेकिन चिकित्सा अधिकारी ने बात नहीं मानी तो देवनानी ने उसी समय जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित और जिला मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी से फोन पर बात की। दोनों ने देवनानी की बात से सहमति जताई। इस पर कलेक्टर राजपुरोहित ने तत्काल आदेश जारी कर सभी सरकारी अस्पतालों और डिस्पेंसरियों के चिकित्सा अधिकारियों से कोरोना की जांच और वैक्सीनेशन की व्यवस्था अलग-अलग जगह करने के आदेश जारी किए।

सेवाएं दे रहे स्वयंसेवकों की सराहना
देवनानी ने पंचशील स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच कर व्यवस्थाओं को परखा। वहां कोरोना जांच और वैक्सीनेशन का काम अलग-अलग जगह चल रहा था। सेंट स्टीवन्ज स्कूल और भगवान महावीर पब्लिक स्कूल में कोरोना की जांच की जा रही है, तो स्वास्थ्य केंद्र पर वैक्सीनेशन किया जा रहा है। इसी प्रकार वैशाली नगर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया, जहां काफी नागरिक उत्साह से वैक्सीन करा रहे थे। पंचशील स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और वैशाली नगर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आरएसएस के स्वयंसेवक सेवाएं दे रहे हैं, जिनकी सराहना करते हुए देवनानी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

250 लोगों को परिवार आरोग्य किट बांटे
देवनानी ने तीनों डिस्पेंसरी पर कोरोना की जांच, वैक्सीनेशन कराने और अन्य बीमारियों की दवाइयां लेने के लिए करीब 250 लोगों को अपने हाथों से परिवार आरोग्य किट बांटे। किट में काढ़े का पैकेट, गिलोय की गोलियां, विटामिन सी व जिंक के कैप्सूल हैं। लोगों ने परिवार आरोग्य किट पाकर खुशी जताते हुए देवनानी का आभार जताया। लोगों ने कहा कि यह किट लोगों को इम्युनिटी पाॅवर बढ़ाने काफी मददगार साबित होगा।

गंभीर मरीजों का वहीं इलाज करें, बेड खाली होने पर नेहरू अस्पताल भेजें
देवनानी ने डिस्पेंसरियों का निरीक्षण करने के बाद जिला कलेक्टर राजपुरोहित से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि पंचशील और चंद्रवरदाई पहुंच रहे कोरोना मरीजों को गंभीर स्थिति बताते हुए जवाहर लाल नेहरू अस्पताल भेजा जा रहा है। यह मरीज जब नेहरू अस्पताल पहुंचते हैं, तो उन्हें बेड खाली नहीं होने की हवाला देते हुए फिर से पंचशील व चंद्रवरदाई नगर भेज दिया जाता है। ऐसी स्थिति में मरीज पंचशील व चंद्रवरदाई नगर से नेहरू अस्पताल के बीच धक्के खाते हैं और परेशान होते हैं। इस बात को गंभीरता से लेते हुए राजपुरोहित ने आदेश जारी कर कहा है कि जब तक नेहरू अस्पताल में बेड खाली नहीं हो, तब तक कोरोना मरीजों का इलाज उसी अस्पताल, डिस्पेंसरी या कोविड सेंटर पर ही किया जाए, जहां मरीज पहुंचते हैं।

मित्तल अस्पताल को 50 आॅक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराए
देवनानी ने बातचीत के दौरान मित्तल अस्पताल में आॅक्सीजन सिलेंडर की भारी कमी होने और इस वजह से कोरोना मरीजों के जीवन पर संकट आने का हवाला देते हुए तत्काल प्रभाव से आॅक्सीजन सिलेंडर की किल्लत दूर कराने का आग्रह किया। इस पर कलेक्टर ने मित्तल अस्पताल को तत्काल 50 आॅक्सीजन सिलेंडर भेजने के आदेश दिए। उल्लेखनीय है कि आॅक्सीजन सिलेंडर के अभाव में मित्तल अस्पताल ने मजबूरी जताते हुए वहां भर्ती मरीजों को अन्यत्र शिफ्ट करने को कह दिया था। इस पर देवनानी ने मानवीय रूख अपनाते हुए सिलेंडर उपलब्ध कराने के प्रयास किए। साथ में हरियाणा की कंपनी ने आॅक्सीजन सिलेंडर का कोटा आधा कर दिया और मित्तल अस्पताल का भी कोटा बंद कर दिया था, जिससे यह स्थिति उत्पन्न हो गई। आॅक्सीजन सिलेंडर की कमी को दूर करने के लिए अलग से प्रयास किए जा रहे हैं।
कार्यालय प्रभारी

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