ब्लैक फंगस की दवाई घोटाला कांड की उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग

अजमेर ! इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष, राजस्थान मेडिकल रिलीफ सोसायटी के सदस्य एवं पूर्व विधायक डॉ राजकुमार जयपाल ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा को पत्र लिखकर संभाग के सबसे बड़े हॉस्पिटल जवाहरलाल नेहरु चिकित्सालय में निशुल्क दवा योजना के तहत ब्लैक फंगस की महंगी दवाइयों का घोटाला करने वालों के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की है।

पूर्व विधायक जयपाल ने प्रेस वक्तव्य जारी कर बताया कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत. एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ रघु शर्मा राजस्थान में मरीजों को निशुल्क दवा योजना प्रारंभ कर जरूरतमंदों को राहत प्रदान कर रहीं हैं वहीं दूसरी ओर निशुल्क दवा योजना काउंटर के फार्मासिस्ट एवं काउंटर के संविदा कर्मी ब्लैक फंगस में काम आने वाली महंगी एवं कीमती दवाइयों का फर्जी इंद्राज कर दवाइयां बाजार में बेच कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि जे एल एन हॉस्पिटल के फरमासिस्ट एवं उसके कर्मचारी ब्लैक फंगस में काम आने वाली महंगी दवा पोसोकोनाजोल की 10 गोलियां देकर रिकॉर्ड में 20 इंद्राज कर रहे हैं। इतना ही नहीं हर्निया एवं अन्य मरीजों के नाम पर भी दवा वितरण कर फर्जी इंद्राज दिखाया गया है।

उन्होंने बताया कि राजस्थान के लोकप्रिय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा के कुशल नेतृत्व एवं प्रबंधन से राजस्थान में जरूरतमंदों को निशुल्क दवा वितरण कर देश में अग्रणी स्थान बनाया है वहीं जवाहरलाल नेहरु चिकित्सालय में कुछ लोग उनकी योजना पर पलीता लगा कर जेबें भर रहे हैं !

उन्होंने बताया कि काउंटर पर फार्मासिस्ट बैठते ही नहीं है और निर्धारित खाली प्रपत्र पर हस्ताक्षर करवा कर मरीजों को कम गोलियां दी जा रही है अथवा गोलियां आउट ऑफ स्टॉक बताकर ठगा जा रहा है।

पूर्व विधायक डॉ राजकुमार जयपाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा से को निशुल्क दवा वितरण की पुख्ता व्यवस्था करने एवं संपूर्ण प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी चिकित्सा प्रकोष्ठ के निवर्तमान प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ संजय पुरोहित महासचिव डॉ जी एस बुंदेला जिला अध्यक्ष डॉ मयंक सुभम अजमेर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान महासचिव शिव कुमार बंसल राजेंद्र गोयल ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर. स्टोर से दवा वितरण काउंटर तक दवा वितरण की मॉनिटरिंग की पुख्ता व्यवस्था करने एवं संपूर्ण प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच करवा कर दोषी फार्मासिस्ट चिकित्सक अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

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