राजगढ़ मे मनोकामनापूर्ण स्तम्भ का स्थापना दिवस मनाया

अजमेर। राजगढ स्थित मसानिया भैरवधाम पर मंगलवार को मनोकामनापूर्ण स्तम्भ का 10वां स्थापना दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर राजस्थान सहित देश भर से आये लाखों श्रद्धालुओं ने राजगढ़धाम पहुंचकर मनोकामनाएं मांगी। भैरवधाम पर सुबह से ही पूजा अनुष्ठान शुरू हो गये और भक्तों ने स्तम्भ की परिक्रमा करना शुरू कर दिया। इस अवसर पर कई हस्तियों ने भी उपस्थिति दर्ज कराकर भैरो बाबा से आशीर्वाद लिया। दूर दराज क्षेत्रों, आस-पास के ग्रामीण व शहरी इलाकों के भक्तों ने सुबह ही राजगढ़ पहुंच कर भैरों बाबा के मत्था टेका और पूजा अर्चना की। सुबह 7 बजे से हवन यज्ञ शुरू हुआ, जिसकी पूर्णाहुति साढे 10 बजे हुई। तत्पश्चात मनोकामनापुर्ण स्तम्भ भैरव मंदिर और कालीका मंदिर पर ध्वजारोहण किया गया।
राजगढ़ भैरव धाम पर श्रद्धालुओं की बढ़ती तादात को देखते हुए जिला और पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा की संपूर्ण व्यवस्था की। पुलिस अधिकारियों के साथ पुलिस जाप्ता लगाया गया जो व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग दे रहा था। साथ ही पानी की भी उचित व्यवस्था जलदाय महकमे की ओर से की गई थी। धाम पर लोग अपनी बारी का इंतजार करते हुए बेरीकेट में लाईन लगाकर खडे रहे। सुचारू व्यवस्था के बीच विशाल आयोजन में कई बार हालात बेकाबू होते रहे। 50 हजार से अधिक भक्तों के बीच मात्र 50 पुलिसकर्मी व्यवस्था को संभालने में नाकाफी थे, जिससे श्रद्धालुओं के बीच अनेक बार धक्कामुक्की होती रही। वहीं भैरव भक्त मंडल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने व्यवस्थओ को संभालने में अपना सहयोग दिया। इन सबके बीच श्रद्धालुओं को धाम के मुख्य उपासक चंपालाल महाराज ने शराब के अवगुणों से अवगत कराकर मध्यपान त्यागने को कहा। जिस तरह से आग में शराब के गिरते ही आग भभकती है। बाबा ने कहा कि उसी तरह यह शराब हमारे शरीर में जाकर हमें जलाती है। इसलिये इसका सेवन नहीं करना चाहिये। महाराज चम्पालाल ने हजारों की संख्या में जुटे श्रद्धालुओं को आशीर्वचन दिये। उन्होंने मनोकामना स्तम्भ की स्थापना के सम्बन्ध में अपनी प्रेरणा और स्तम्भ का महत्व बताया और स्पष्ट कहा कि जहां कोई चंदा, दान, गुप्तदान ना लिया जाये, वहां समझो राजगढ भैरवधाम है। जैसे ही महाराज चम्पालाल गद्दी पर बैठे उन्हें भाव आये। श्रद्धालु नतमस्तक हो गये। भाव में ही बाबा ने भैरो बाबा का संदेश सुनाया। भक्तों ने उन्हें नमन कर आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर भैरव चालिसा का विमोचन कर उसका वितरण किया गया। महाराज चम्पालाल ने छत से लाखों श्रद्वालुओं को दर्शन देते हुए आशीर्वाद दिया।
मसाणिया भैरव धाम पर आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की आस्था के देखते हुए बाबा भैरव ने आज से 10 साल पहले अपनी शक्ति मनोकामना स्तंभ में समाहित कर दी, तब से जो भी श्रद्धालु सच्चे मन और विश्वास से मनोकामना पूर्ण स्तंभ की परिक्रमा करता है। बाबा भैरव उसकी सभी मनोकामना अवश्य पूरी करते हैं। इसी आस्था और विश्वास के साथ मंगलवार को मनोकामना स्तंभ की 10वीं वर्षगांठ पर भैरव धाम पहुंचे लाखों श्रद्धालुओं ने परिक्रमा लगा कर बाबा भैरव से चमत्कारीक चिमंटी भभूत का प्रसाद ग्रहण किया। चमत्कारीक चिमंटी से असाध्य रोगो का इलाज संभव है, इसी विश्वास को लेकर हजारो भक्त घंटो लाइन में लगकर इस प्रसाद को ग्रहण करते हैं।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि संसदीय सचिव ब्रह्मदेव कुमावत, शिक्षा राज्य मंत्री और पुष्कर विधायक नसीम अखतर इंसाफ, पूर्व केबिनेट मंत्री कालूलाल गुर्जर, हाजी इंसाफ  अली, शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेन्द्र सिंह रलावता, खादिम गनी गुर्देजी, भाजपा देहात अध्यक्ष नवीन शर्मा, प्रकाश जैन, पूर्व महापौर धर्मेन्द्र गहलोत, विधायक वासुदेव देवनानी, पूर्व न्यास अध्यक्ष धर्मेश जैन, बी पी सारस्वत, उपअधिक्षक पुलिस विष्णुदेव सामतानी, पुलिस उप अधीक्षक जयपुर भूपेन्द्र सिंह यादव, रामनारायण चौधरी, स्वामी न्यूज चैनल के सीएमडी कंवल प्रकाश किशनानी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य अतिथि और भक्त मौजुद थे।
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