विनम्र होने एवम धर्म पथ पर अडिग रहने से होता जीवन का कल्याण

जिनेन्द्र देव के दर्शन से होती आत्मानुभूति–साध्वी सौम्य प्रभा
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केकड़ी 2 मार्च (पवन राठी) भगवान की स्तुति व आराधना करने वाला व्यक्ति ही धर्म को आगे बढ़ाता है -ये उद्गार आचार्य धर्म धुरंधर सूरी की शिष्या साध्वी सौम्य प्रभा ने कोटा रोड पर अपने प्रवचन में व्यक्त किये।साध्वी कोटा रोड पर गणपति ग्रेनाइट के खेमचंद(सोनू)लोढ़ा के आवास पर प्रवचन कर रही थी।
साध्वी सौम्य प्रभा ने कहा कि जिनेन्द्र देव के दर्शन करने पर ही आनंद की अनुभूति हो सकती है। कषाय भाव जीव को बांध देते है और मोहनीयकर्म कभी सुख नही देते व्यक्ति को अधर्म एवम पापाचार से बच कर रहना चाहिए। अधर्म एवम पापाचार करने वाले को नरक में असंख्य दुखो को सहन करना पड़ता है।इसलिए व्यक्ति को विनम्र भाव रखते हुए धर्म पथ पर अडिग रहना चाहिए।इसी से जीवन का कल्याण हो सकता है। मनुष्य द्वारा पूर्व भव में किये गए पाप कर्मों के कारण पूजा पाठ भक्ति करने के बाद भी वह दुखी रहता है।इन पापकर्मो का क्षय भक्ति भाव से ही हो सकता है।सच्ची भक्ति करने वाला ही भगवान बन सकता है ।विहार काल मे संत साध्वियों का सानिध्य प्राप्त कर मनुष्य को अपना जीवन सफल बनाना चाहिए।
प्रवचन से पूर्व साध्वी सौम्य प्रभा साध्वी सौम्य दर्शना व साध्वी परम दर्शना का कादेड़ा रोड टोल नाके के समीप स्थित आर के इंडस्ट्रीज से विहार कर कोटा रोड स्थित गणपति ग्रंइट्स पंहुची।यंहा सोनू लोढ़ा और उनके परिजनों ने साध्वी मंडल की गंहुली बनाकर अगवानी की व पगल्ये करवाये।
प्रवचन व नवकारसी के बाद साध्वी मंडल को जुलूस के रूप में ढोल ढमाकों के साथ सब्जी मंडी स्थित संस्था भवन ले जाया गया।जुलूस बस स्टैंड आनंद प्लाजा तीन बत्ती चौराहा अजमेरी गेट सदर बाजार चंद्र प्रभु मंदिर होते हुए संस्था भवन पंहुचा।
जुलूस में बडी संख्या में श्रावक श्राविकाएं सम्मिलित थी।

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