– अजमेर उत्तर विधायक ने बोला सरकार पर जवाबी हमला
– मंत्री सुभाष गर्ग और पूर्व अध्यक्ष डीपी जारोली सहित अन्य गठजोड़ों का भी पता लगेगा
– सीबीआई जांच भी जरूरी, मंजूरी दे सरकार
पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री एवं अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने रीट परीक्षा में ईडी द्वारा जांच के मामले में आज यह वक्तव्य दिया। उन्होंने कहा कि रीट परीक्षा राजस्थान के लाखों परीक्षार्थियों और परिवारों के भविष्य से जुड़ी है। राज्य सरकार लगातार इस परीक्षा में हुई धांधली को लेकर टालमटोल का रवैया अपनाए हुए है। परीक्षा आयोजन के साथ ही पेपर लीक होने और धांधली के आरोप लगने शुरु हो गए थे लेकिन सरकार टालमटोल करती रही। परीक्षा अपनी शुरुआत के साथ ही अव्यवस्थाओं और नकल माफिया के हाथों में थी लेकिन सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया। परीक्षा आयोजन में पहले दिन से राज्य सरकार के मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और अफसरों पर आरोप लगने शुरु हो गए थे लेकिन सरकार बजाए जांच कराने के खुद को सही ठहराती रही। खुद राज्य सरकार की जांच एजेंसी ने ही पेपर लीक की पुष्टि की तो मजबूरन परीक्षा रद्द करनी पड़ी।
देवनानी ने कहा कि पेपर लीक होने और परीक्षा में जम कर धांधली में मंत्री डॉ सुभाष गर्ग, पूर्व अध्यक्ष डीपी जारोली सहित अन्य जनप्रतिनिधियों की भूमिका की सही जांच बेहद जरूरी है । ईडी की तरह की सीबीआई जांच हो तभी पूरा सच सामने आएगा। इतनी धांधलियों के बावजूद राज्य सरकार अपनों को बचाने में जुटी हुई है। ईडी की जांच में यह स्पष्ट हो जाएगा कि रीट परीक्षा में किस स्तर पर धांधली हुई है, किस-किस ने मलाई खाई है, कहां पर नियम कायदों को दरकिनार कर अपनों को फायदा पहुंचाया गया। देवनानी ने कहा कि रीट में धांधली से राजस्थान के लाखों युवाओं के सपनों का खून हुआ है, लाखों परिवार अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। ईडी की जांच से सारा सच सामने आ जाएगा । उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को बहानेबाजी के बजाए जांच में पूरा सहयोग करना चाहिए ताकि युवाओं के सपनों को कुचलने वाले प्रत्येक दोषी को सजा मिल सके, उसका दोष सबके सामने आ सके। उन्होंने सीबीआई जांच की मांग दोहराते हुए कहा कि सरकार को तुरंत सीबीआई को यह मामला सौंपना चाहिए ताकि सच सामने आ सके।