अजमेर, 23 अप्रेल 2022 राजस्थान महिला कल्याण मंडल अजमेर, लिलियाने फॉन्ड्स नीदरलैंड और जन विकास समिति वाराणसी के सयुंक्त तत्वाधान में दिनांक 20 से 22 अप्रेल 2022 तक तीन दिवसीय राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला का आयोजन संस्था परिसर चाचियावास में किया गया। संस्था निदेशक श्री राकेश कुमार कौशिक ने जानकारी देते हुए बताया की लिलियाने फॉन्ड्स नीदरलैंड और जन विकास समिति वाराणसी पूरे भारत में दिव्यांग बच्चो के साथ कार्य करने वाली संस्थाओ के साथ सहयोगी सस्था के रूप में कार्य करते हुए उनके स्टाफ की समय समय पर क्षमतावर्धन हेतु प्रशिक्षण और कार्यशालाओं का आयोजन करती है इसी सन्दर्भ में ये तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है जिसमे राजस्थान, जम्मू कश्मीर, हरियाणा, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड की 12 संस्थाओ के 26 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यशाला में सन्दर्भ व्यक्ति के रूप में राजस्थान महिला कल्याण मंडल संस्था की मुख्य कार्यकारी एवं सचिव श्रीमती क्षमा आर कौशिक ने प्रथम दिन यूनिवर्सल डिजाइन फॉर लर्निंग विषय पर सत्र लेते हुए सम्मिलित शिक्षा पर समझ, सम्मिलित शिक्षा में चुनोतिया, यूनिवर्सल डिजाइन फॉर लर्निंग पर समझ, यु डी एल के अनुसार लेसन प्लान बनाना आदि विषयो पर चर्चा की। कार्यशाला के दूसरे दिन लर्निंग डिसेबिलिटी वाले बच्चो की पहचान और उनके लिए गोल प्लानिंग विषय पर सत्र का आयोजन हुआ जिसमे श्रीमती कौशिक द्वारा लर्निंग डिसेबिलिटी क्या है ? इसकी मुख्य पहचान क्या है , इसके प्रकार, इसके कारण क्या है, लर्निंग डिसेबिलिटी की मुलभूत बाते तथा लर्निंग डिसेबिलिटी वाले बच्चो के साथ काम करने के लिए लक्ष्य कैसे तय करे आदि पर चर्चा की गई। तीसरे और आखिरी दिन उच्च जोखिम वाले बच्चो की पहचान और उनका सेवाओं से जुड़ाव मुख्य विषय रहा जिन पर चर्चा करते हुए उन्होंने बच्चो के विकास की मुख्य 25 अवस्थाओं के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही संज्ञानात्मक विकास की अवस्थाये, पोषण की महत्वता, उच्च जोखिम पूर्ण बच्चे कोनसे होते है, शीघ्र हस्तक्षेपण रणनीति, बच्चे की सामाजिक और भावनात्मक समझ आदि पर वास्तविक केस स्टडीज और वीडियो के माध्यम से जानकारी प्रदान की। कार्यशाला के समापन पर सभी सहभागियों को संस्था द्वारा विकसित विशेष सांप सीढ़ी और फ्लिप बुक भेंट किया गया। कार्यशाला के दौरान संस्था के संयुक्त निदेशक श्री अनुराग सक्सेना , अतिरिक्त निदेशक श्री तरुण शर्मा, सहनिदेशक श्री भंवर सिंह गौर आदि ने भी भाग लिया
