भक्त के वश में है भगवान

*नानी बाई के मायरे में भजनों पर झूमे महिलाएं*
===============================
केकड़ी 7 जून(पवन राठी)
गीता भवन में महेश जयंती महोत्सव के पर्व पर संत श्री अवधेश जी महाराज ने नानी बाई रो मायरो कथा का शुभारंभ द्वितीय दिवस किया गया । महाराज श्री ने कहा कि भगवान को सच्चे मन से याद किया जावे तो भगवान जी भक्त की रक्षा करने के लिए स्वयं आते हैं । नरसी जी जन्म से गूंगे बहरे थे । अपनी दादी के पास रहते थे । कृष्ण भक्त के रूप में उन्होंने भक्ति कार्य जीवन में अपना लिया । टूटी गाड़ी में नरसी जी मायरा भरने नजर अनजान जगह पर मायरो लेकर खाना हो गया । जब गाड़ी रास्ते में पूरी टूट गई तब भगवान श्री खाती का रूप धारण कर गाड़ी को ठीक किया और नजर अनजान जगह पर नरसी जी के मायरे को पहुंचाया । कथा में भजनों में श्रद्धालु महिलाएं झूम गई और कथा का आनंद लेती रही । उन्होंने कथा के दौरान मनुष्य जीवन को अनमोल बताते हुए कहा कि प्रत्येक क्षण का सदुपयोग भगवान की भक्ति में लगाएं तो ही मानव जीवन सफल होगा । अवधेश जी के साथ हरीश द्वार का पवन कुमार प्रह्लाद सोनी अपने कला से कथा में चार चांद लगाएं । कथा के प्रारंभ में श्री माहेश्वरी महिला मंडल की अध्यक्ष श्रीमती उर्मिला न्याति, सविता डोडिया, सुनीता मूंदड़ा , किरण राठी, उषा जेतलिया ,विमला न्याति ,रतन कंवर न्याती, मधु मूंदड़ा, मधु काबरा ,माहेश्वरी मंडल के अध्यक्ष ओमप्रकाश मूंदड़ा, अजमेर जिला माहेश्वरी सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सत्यनारायण न्याती , निवर्तमान अध्यक्ष छीतर मल न्याति, धर्मी चंद न्याति, बिरदी चंद डोडिया ने व्यासपीठ का पूजन कर अवधेश महाराज का स्वागत किया । कथा का आनंद भक्तजन कैलाश चंद्र गर्ग ,सत्य प्रकाश हावा, बीरदी चंद नवाल , जगदीश फतेहपुरिया, रामस्वरूप खाती ,बन्ना लाल लोहार ,गुलाबचंद दुदानी,माधवी महिला सेवा समिति अध्यक्ष कौशल्या गर्ग व सैकड़ों महिला-पुरुष सहित भक्तजन उपस्थित थे ।

error: Content is protected !!