आजादी का अमृत महोत्सव के साथ 14 अगस्त से 25 अगस्त तक अनेक कार्यक्रम

अजमेर – 5 अगस्त सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन सिंध के धर्मवीर, दानवीर व युद्धवीर महाराजा थे। सिंधु संस्कृति के विकास में महती भूमिका का निर्वहन करने वाले हिन्दू कुल रक्षक के रूप में उनकी ख्याति जन-जन के मन में रमी हुई थी। 25 अगस्त 669 ईस्वी में जन्में महाराजा दाहरसेन के 1353 वीं जयंती व स्मारक निर्माण की रजत जयन्ती के अवसर पर व आजादी का अमृत महोत्सव के साथ 14 अगस्त से 25 अगस्त तक अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जायेगें। यह निर्णय समारोह समिति की बैठक में तय किया गया।
सिन्ध स्मृति दिवस व विभाजन विभाषिका दिवस के अवसर पर 14 अगस्त को प्रातः 9 बजे सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन स्मारक पर सिन्ध के मानचित्र पर भारतीय सिन्धु सभा का संकल्प सिन्ध को मिलाकर अखण्ड भारत की परिकल्पना को साकार करते हुये राष्ट्र रक्षा सूत्र बांधा जायेगा। 15 अगस्त को प्रातः ध्वजारोहण समारोह स्मारक पर, 18 से 22 अगस्त तक रंग भरो प्रतियोगिता, 20 अगस्त को कब्बडी प्रतियोगिता, 21 अगस्त को रूपला कोल्ही के बलिदान दिवस पर कार्यक्रम 23 अगस्त को संगोष्ठी, 24 अगस्त को दीपदान व 25 अगस्त को देश भक्ति आधारित कार्यक्रम व सम्मान समारोह का आयोजन किया जायेगा।
समारोह का आयोजन अजमेर विकास प्राधिकरण, नगर निगम अजमेर, भारतीय सिन्धु सभा, पर्यटन विभाग, सिन्धु शोध पीठ, म.द.स.विश्वविद्यालय, भारतीय इतिहास संकल्न समिति के संयुक्त तत्वावधान में होगा।
बैठक में पूर्व सांसद ओंकार सिह लखावत, कवंलप्रकाश किशनानी, महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, विनीत लोहिया, मोहन तुिलस्यिाणी, भैरू गुर्जर, महेश टेकचंदाणी, कमलेश शर्मा, शिव प्रसाद गौतम, चन्द्रभान प्रजापति उपस्थित थे।
समन्वयक,
मो.9413135031

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