अजमेर स्टेशन पर विभाजन की विभीषिका पर आधारित प्रदर्शनी
अजमेर मण्डल पर आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न गतिविधयो का आयोजन किया जा रहा है, इसी कड़ी मे मण्डल के 94 स्टेशनों पर राष्ट्रीय ध्वज ‘तिरंगे’ का ध्वजारोहण किया गया है | मण्डल के 45 मैन लाइन स्टेशनों , 45 ब्रांच लाइन स्टेशनों और 4 मीटर गेज स्टेशनों पर ध्वजारोहण किया गया है | देश के गौरव और सम्मान का प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज लहराते देख रेलवे का हर यात्री और कर्मचारी अपने आप को गौरवान्वित महसूस करेगा| मण्डल के अजमेर, उदयपुर, भीलवाड़ा, पिंडवाड़ा, डूँगरपुर, आबू रोड, मदार, दौराई, सराधना,मंगलियावास सहित अन्य स्टेशनों पर राष्ट्रीय ध्वज शान से लहरा रहा है | उल्लेखनीय है की अजमेर, उदयपुर, भीलवाड़ा, पिंडवाड़ा और डूंगरपुर स्टेशनों पर 100 फुट ऊंचाई के ध्वज स्थापित है | ”हर घर तिरंगा” अभियान के अंतर्गत मंडल के 9 हजार से अधिक रेलवे अधिकारी व कर्मचारी अपने घर पर तिरंगा लहराएंगे| मंडल रेल प्रबंधक श्री नवीन कुमार परसुरामका ने मंडल के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को इस अभियान में पूर्ण निष्ठा के साथ शामिल होने और 13 अगस्त से 15 अगस्त तक अपने घर पर तिरंगा लहराने आह्वान किया है।
विभाजन की विभीषिका की स्मृति के रूप में अजमेर स्टेशन पर फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई है । प्रदर्शनी मे शानदार चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है की किस प्रकार से 14 अगस्त 1947 को भारत का बंटवारा सबसे खूनी घटनाक्रम का दस्तावेज बन गया। दोनों देशों (भारत और पाकिस्तान) के बीच बंटवारे की लकीर खिंचते ही रातों रात लाखों लोग अपने ही देश में बेगाने हो गए और मजहब के आधार पर लाखों लोग न चाहते हुए भी जाने को मजबूर हुए। इस अदला बदली में लाखों लोगों का कत्लेआम, सदी की सबसे बड़ी त्रासदी में बदल गया। यह किसी देश की भौगोलिक सीमा का बंटवारा नहीं बल्कि लोगों के दिलों और भावनाओं का भी बंटवारा था | इस विभाजन की विभीषिका की स्मृति के रूप में 14 अगस्त को विभाजन की विभीषिका दिवस के रूप में मनाया जाता है और इसी विभीषिका पर आधारित यह प्रदर्शनी लगाई गई है |